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क्या LDL कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना होता है कॉमन?
सीडीसी (Centers for Disease Control and Prevention ) के अनुसार साल 2015 और 2016 में करीब 12 परसेंट एडल्ट्स को 20 साल की उम्र या उससे अधिक की उम्र में हाय कोलेस्ट्रॉल लेवल की समस्या थी। उनका कुल कोलेस्ट्रॉल लेवल 240 मिलीग्राम/डीएल से अधिक था, जो कि अधिक कोलेस्ट्रॉल का लेवल माना जाता है। हाय कोलेस्ट्रोल लेवल की समस्या किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय से हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या है, तो भविष्य में उसे हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। जिन लोगों को हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) की समस्या रहती है या फिर जिनके खानपान में खराबी होती है, उनमें हार्ट डिजीज का खतरा अधिक होता है। अगर आपको भी हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो चुकी है या फिर डॉक्टर ने हाय कोलेस्ट्रोल डायग्नोज किया है, तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है। डॉक्टर से जानकारी लें कि ऐसे मैं आपको कौन सी लाइफस्टाइल अपना नहीं चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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कोलेस्ट्रोल लेवल की जांच कराना बहुत जरूरी है। 20 साल की उम्र से लगाकर 70 साल की उम्र तक कोलेस्ट्रॉल की जांच अवश्य होनी चाहिए। 20 साल की उम्र में आप एक बार जांच कराने के बाद 4 से 5 सालों में दोबारा कोलेस्ट्रॉल लेवल चेक करा सकते हैं। वहीं 50 से 65 तक की उम्र में आप 1 से 2 साल के भीतर कोलेस्ट्रॉल टेस्ट जरूर कराएं। डॉक्टर से इस बारे में जानकारी लें कि आपको कब टेस्ट कराना है। ऐसा करके आपको कोलेस्ट्रॉल के बारे में समय पर जानकारी मिल जाएगी और आप जरूरी एहतियात बरत सकते हैं।
हाय कोलेस्ट्रॉल रिस्क फैक्टर्स क्या हैं?
हाय कोलेस्ट्रॉल रिस्क पर कोई भी व्यक्ति हो सकता है। व्यक्ति की उम्र अधिक होने पर, टाइप 2 डायबिटीज की समस्या होने पर, स्मोकिंग अधिक करने पर, खानपान में हेल्दी फूड शामिल न करने पर हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो सकती है। अधिक मात्रा में एल्कोहॉल का सेवन करना और एक्सरसाइज ना करना भी हाय कोलेस्ट्रोल के रिस्क फैक्टर में शामिल हो सकता है
एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें?
कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने के लिए आपको खानपान में ख्याल रखने के साथ ही कुछ दवाओं का सेवन करने की भी सलाह दी जाती है। दवाओं का सेवन कर आप बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम कर हार्ट संबंधी समस्याओं से बच सकते हैं। यहां पर हम आपको कुछ मेडिसिंस के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करती हैं।
स्टेटिन (Statins)- हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए स्टेटिन सबसे पॉपुलर दवा है। इसे उच्च एलडीएल वाले व्यक्तियों में दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए दिया जाता है।
एजेटिमीब (Ezetimibe)। अगर स्टेटिन प्रभावी नहीं होता है, तो ये दवाएं लेने की सलाह आपका डॉक्टर दे सकता है। आपको इस बारे में डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए।
बाइल एसिड सीक्वेंस्ट्रेन्ट्स (Bile acid sequestrants)- इस दवा को लेने की सलाह तब दी जाती है जब कोई व्यक्ति स्टेटिन नहीं ले पा रहा है या फिर स्टेटिन का असर व्यक्ति पर नहीं हो रहा है। आपको इस बारे में डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए
इस आर्टिकल में हमने आपको LDL कोलेस्ट्रॉल (LDL cholesterol) के बारे में बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।