हाय कोलेस्ट्रॉल में दूध का सेवन (Milk consumption in high cholesterol)
तो आपको बता दें कि इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटी में छपी स्टडी के अनुसार मिल्क का सेवन कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का कारण नहीं बनता। साथ ही दूध का सेवनहार्ट डिजीज के रिस्क को कम करने में मदद करता है। स्टडी में यह बात सामने आई कि जो लोग नियमित रूप से उच्च मात्रा में दूध पीते थे उनमें अच्छे और बुरे दोनों कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम था, हालांकि उनका बीएमआई स्तर गैर-दूध पीने वालों की तुलना में अधिक था। दूध पीने वाले लोगों में बीएमआई और शरीर में वसा में थोड़ी वृद्धि होने के बावजूद, दूध हृदय रोग के जोखिम का कारण नहीं है। अन्य बड़े अध्ययनों के आगे के विश्लेषण से यह भी पता चलता है कि नियमित रूप से दूध का सेवन करने वालों में कोरोनरी हृदय रोग का जोखिम 14% कम था।
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हाय कोलेस्ट्रॉल में दूध का सेवन (Milk consumption in high cholesterol) क्यों नहीं करता नुकसान
शोधकर्ताओं की टीम ने लैक्टोज नामक दूध शर्करा के पाचन से जुड़े लैक्टेज जीन में भिन्नता को देखते हुए मिल्क कंजप्शन के लिए आनुवंशिक दृष्टिकोण लिया। विमल करणी, न्यूट्रीजेनेटिक्स और न्यूट्रीजेनोमिक्स के प्रोफेसर कहते हैं कि,”हमने पाया कि आनुवंशिक भिन्नता वाले प्रतिभागियों में से, जो हम उच्च दूध के सेवन से जुड़े थे, उनका बीएमआई, शरीर में वसा अधिक था, लेकिन महत्वपूर्ण रूप से अच्छे और बुरे कोलेस्ट्रॉल के निम्न स्तर थे। हमने यह भी पाया कि आनुवंशिक भिन्नता वाले लोगों में कोरोनरी हृदय रोग का खतरा काफी कम था। यह सब बताता है कि हृदय रोगों को रोकने के लिए दूध का सेवन कम करना आवश्यक नहीं हो सकता है।”
हाय कोलेस्ट्रॉल में दूध (High cholesterol and milk) का उपयोग मरीज की स्थिति के अनुसार अलग प्रभाव भी दिखा सकता है इसलिए अगर आपको हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही किसी प्रोडक्ट को अपनी डायट का हिस्सा बनाएं। आप चाहे तो लो फैट मिल्क का ऑप्शन भी ट्राय कर सकते हैं या नीचे बताए जा रहे दूसरे ऑप्शन भी डॉक्टर की सलाह से ट्राय कर सकते हैं।
हाय कोलेस्ट्रॉल में दूध: सोय मिल्क (Soya milk)