सही आहार का सेवन (Eat Healthy food): अगर आप हायपरलिपिडेमिया (Hyperlipidemia) या हायपरलिपोप्रोटीनेमिया (Hyperlipoproteinemia) से पीड़ित हैं, तो आपके आहार का सही होना बेहद जरूरी है। इसके लिए लो ट्रांस फैट्स (Low Trans fats) और लो सैचुरेटेड फैट्स (Low Saturated fats) युक्त आहार का सेवन करें। आपने आहार में फाइबर युक्त फूड्स को अधिक शामिल करें जैसे ओट्स, सेब, केले, सोयाबीन, दालें, फल और सब्जियां आदि। सप्ताह में दो बार मछली का सेवन करें। इसके साथ ही अधिक मीठी और प्रोसेस्ड चीजों को खाने से बचें। अधिक मसालेदार और तले-भुने आहार का सेवन करने से भी परहेज करें।
एल्कोहॉल से बचें (Avoid Alcohol): अगर आप हार्ट डिजीज से बचना चाहते हैं, तो कम से कम एल्कोहॉल का सेवन करें। एल्कोहॉल का सेवन हार्ट डिजीज (Heart Disease) के लिए हानिकारक माना जाता है।
व्यायाम करें (Exercise): व्यायाम करने से न केवल आप हायपरलिपोप्रोटीनेमिया (Hyperlipoproteinemia) बल्कि कई अन्य हार्ट डिजीज से भी बच सकते हैं। इसलिए दिन में कुछ समय व्यायाम के लिए अवश्य निकालें। इसके साथ ही अपने वजन को सही रखना भी जरूरी है और रोजाना सात से आठ घंटों की नींद लेना भी आवश्यक है।
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दवाईयां (Medications)
हायपरलिपोप्रोटीनेमिया (Hyperlipoproteinemia) से पीड़ित कुछ लोगों को डायट और लाइफस्टाइल में बदलाव करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल में अधिक फर्क नहीं पड़ता। ऐसे में, रोगी को डॉक्टर अन्य दवाईयों की सलाह दे सकते हैं, जैसे:
- जो दवाईयां आपके लिवर को कोलेस्ट्रॉल को बनने से रोकती हैं उन्हें स्टेटिंस (Statins) कहा जाता है। खून में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने के लिए यह सबसे लोकप्रिय दवाईयां हैं।
- नयी ड्रग्स जो कोलेस्ट्रॉल को ब्लॉक करती हैं, उन्हें कोलेस्ट्रॉल एब्जोर्प्शन इन्हिबिटर्स (Cholesterol absorption inhibitors) कहा जाता है। इन्हें स्टेटिंस के साथ कम्बाइन करके भी दिया जा सकता है। इस ड्रग का उदाहरण है एजेटीमाइब (Ezetimibe)।
- निकोटिनिक एसिड (Nicotinic Acid) भी जिस तरह से लिवर फैट्स बनाता है, उस तरीके को प्रभावित कर सकते हैं। इससे LDL कोलेस्ट्रॉल (LDL cholesterol) और ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) लो होता है और HDL कोलेस्ट्रॉल (HDL cholesterol) बढ़ता है।
- फायब्रेट्स (Fibrates) अन्य तरह की ड्रग है, जो लिवर पर काम करती है। यह दवाईयां ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) को लो करती है और HDL कोलेस्ट्रॉल (HDL cholesterol) को बढ़ाती हैं। लेकिन, इन दवाईयों को LDL कोलेस्ट्रॉल (LDL cholesterol) को लो करने के लिए सही नहीं माना जाता है।
- रेजिन्स (Resins) अन्य तरह की दवाईयां हैं, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को सही रखने में मदद करती हैं।
अगर आपको डॉक्टर ने कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने के लिए दवाईयों की सलाह दी है, तो नियमित रूप से इनका सेवन करना और कोलेस्ट्रॉल लेवल को जांचना जरूरी है।
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यह तो थी हायपरलिपोप्रोटीनेमिया (Hyperlipoproteinemia) के बारे में पूरी जानकारी। यह एक सामान्य समस्या है, लेकिन गंभीर साबित हो सकती है। इसके उपचार के लिए इसका निदान जरूरी है और निदान के लिए नियमित कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच भी आवश्यक है। अगर आपके दिमाग में इस समस्या से संबंधित कोई भी सवाल या चिंता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं, तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।