backup og meta
खोज
स्वास्थ्य उपकरण
बचाना

जानिए डायबिटीज में नाखून में पीलेपन को क्यों ना करें इग्नोर?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/11/2021

जानिए डायबिटीज में नाखून में पीलेपन को क्यों ना करें इग्नोर?

महिला हों या पुरुष नाखूनों का आकर्षित दिखना और हेल्दी होना दोनों के लिए ही जरूरी है। क्लीवलैंड क्लिनिक (Cleveland Clinic) द्वारा पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार अगर नाखून हेल्दी ना हों, तो ये कई जैसे अर्थराइटिस, किडनी डिजीज (Kidney disease), सोरायसिस (Psoriasis) या फिर डायबिटीज जैसी गंभीर बीमरियों की ओर इशारा करती है। इसलिए अगर नाखून अगर हेल्दी (Unhealthy nail) ना हों, तो इसे इग्नोर ना करें। वहीं अगर आप डायबिटीज पेशेंट हैं, तो डायबिटीज में नाखून में पीलापन (Diabetes making yellow nails) होना या अनहेल्दी होने की समस्या को अनदेखा ना करें। आज इस आर्टिकल में डायबिटीज में नाखून में पीलापन (Diabetes making yellow nails) से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी आपके साथ शेयर करेंगे, जिससे ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को इम्बैलेंस होने से बचाने में मदद मिलेगी और डायबिटीज में नाखून भी हेल्दी भी हेल्दी रहेंगे।

और पढ़ें : डायबिटीज है? तो ये प्रोटीन शेक हैं सिर्फ आपके लिए

डायबिटीज में नाखून में पीलापन: किन-किन कारणों से हो सकती है नाखूनों में समस्या?

अगर बिना कारण नाखूनों का रंग पीला पड़ने लगे, तो ऐसा फंगस के कारण हो सकता है। ध्यान रखें कि नाखून में चोट नहीं लगी हो और ना ही नाखून पर नेल पेंट लगाया गया हो। कई बार चोट लगने या फिर नेल पेंट के कारण भी नाखून में पीलेपन की समस्या हो सकती है। वहीं कभी-कभी या रेयर केस में येल्लो नेल सिंड्रोम (Yellow nail syndrome) की वजह से भी नाखून पीले पड़ने लगते हैं। येल्लो नेल सिंड्रोम की समस्या से पीड़ित लोगों में लिम्फेडिमा (Lymphedema) या बॉडी में सूजन की समस्या भी हो सकती है। कभी-कभी लंग्स में मौजूद फ्लूइड के कारण भी येल्लो नेल सिंड्रोम की समस्या हो सकती है। डायबिटीज में नाखून में पीलापन (Diabetes making yellow nails) या नाखून के कमजोर (Weak nail) पड़ने की समस्या देखी जा सकती है। इसके अलावा येल्लो नेल के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे:

इन कारणों के अलावा येल्लो नेल की समस्या दवाओं (Certain medications) के सेवन भी हो सकती है।

और पढ़ें : Insulin R: जानिए डायबिटीज पेशेंट के लिए इन्सुलिन आर के फायदे और नुकसान

डायबिटीज में नाखून में पीलापन: क्यों हो सकती डायबिटीज पेशेंट के साथ यह परेशानी?

कुछ डायबिटीज पेशेंट के नाखून का रंग पीला पड़ जाता है। ऐसा दरअसल शुगर के ब्रेकडाउन होने से और कोलेजेन के कारण होता है। हालांकि इससे डायबिटीज पेशेंट को कोई नुकसान नहीं होता है और ना ही डायबिटीज में नाखून में पीलापन के लिए इलाज की जरूरत पड़ती है। लेकिन कुछ केसेस में डायबिटीज में नाखून में पीलापन इंफेक्शन की समस्या को दर्शाते हैं। डायबिटीज पेशेंट्स में फंगल इंफेक्शन (Fungal infection) का खतरा ज्यादा रहता है और इसे मेडिकल टर्म में ओनिकोमाइकोसिस (Onychomycosis) कहते हैं। ये फंगल इंफेक्शन विशेष रूप से पैर के अंगूठों को अपना शिकार बनाते हैं। फंगल इंफेक्शन (Fungal infection) की वजह से नाखून पीले पड़ने लगते हैं और कमजोर हो जाते हैं।

और पढ़ें : इन्सुलिन इंजेक्शन का समय और डोज अपनी मर्जी से तय करना बढ़ा सकता है आपकी तकलीफ!

टाइप-2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए नीचे दिए इस 3 D मॉडल पर क्लिक करें।

पीले नाखून के रिस्क फेक्टर क्या हो सकते हैं? (Risk factor of yellow nail)

नाखून पीले पड़ने के साथ-साथ कमजोर या अत्यधिक सख्त भी हो सकते हैं। नाखून अगर जरूरत से ज्यादा हार्ड हो जाए, तो इससे त्वचा को नुकसान पहुंचना के खतरा बना रहता है। अगर डायबिटीज पेशेंट नाखून (Nail) का ध्यान ना रखें और पैरों के नेल को समय-समय पर ट्रिम ना करें तो इंजुरी की समस्या हो सकती है। दरअसल बैक्टीरिया की वजह से इंफेक्शन (Infection) बढ़ सकता है और फिर घाव सूखने में परेशानी होती है या ज्यादा वक्त लग सकता है। इसलिए अगर इसका इलाज ठीक तरह से ना किया जाए, तो परेशानी बढ़ सकती है।

और पढ़ें : डायबिटिक या नॉन डायबिटिक लोगों में भी हो सकती है लो या हाय शुगर की बीमारी!

डायबिटीज में नाखून में पीलापन: कैसे होता है इलाज?

डायबिटीज में नाखून में पीलापन (Diabetes making yellow nails)

डायबिटीज की समस्या होने पर ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रखें। वहीं अगर डायबिटीज में नाखून में पीलापन जैसी पेनलेस या कोई अन्य समस्या नजर आ रही है, तो इसे इग्नोर ना करें। जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्टेशन करें। क्योंकि डॉक्टर निम्नलिखित तरह से डायबिटीज का इलाज (Diabetes treatment) कर सकते हैं। जैसे:

  • फंगल इंफेक्शन होने पर एंटीफंगल क्रीम (Anti fungal cream) प्रिस्क्राइब की जा सकती है।
  • एंटीफंगल ड्रग्स (Antifungal drug) के सेवन की सलाह दी जा सकती है।
  • इंफेक्शन ठीक होने के बाद डॉक्टर एंटीफंगल पाउडर (Antifungal powder) दी जा जाती है, जिससे इंफेक्शन फिर से ना हो सके।
  • नोट: अगर इंफेक्शन (Infection) ज्यादा फैल जाए, तो डॉक्टर इन्फेक्टेड नेल को हटाते हैं। वहीं इस दौरान प्रिस्क्रिब्ड ड्रग्स से सिरदर्द (Headache), रैश (Rash) या जुकाम (Cough) की समस्या हो सकती है।

    यूएस नैशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन (U.S. National Library of Medicine) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) के पेशेंट्स की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) पेशेंट्स को स्किन से जुड़ी समस्या ज्यादा होती हैं। वहीं स्किन डिजीज डायबिटीज का पहला संकेत भी हो सकते हैं। वहीं जब डायबिटीज के कारण स्किन प्रॉब्लम हो, तो यह सबसे पहला संकेत हो सकता है कि शरीर में ब्लड शुगर बढ़ (High blood sugar level) गया है। लेकिन अगर टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) है, तो पेशेंट को ज्यादा खास ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि नेल की प्रॉब्लम सबसे पहले त्वचा (Skin) और नर्व (Nerve) को ही अपना शिकार बनाती है।

    और पढ़ें : डायबिटीज में ओमेगा 3 कैप्सूल या नैचुरल ओमेगा 3 फूड हैं लाभकारी?

    डायबिटीज पेशेंट (Diabetes patients) रखें अपने पैरों का ख्याल!

    डायबिटीज पेशेंट को अपने पैरों का ख्याल विशेष रूप से रखना चाहिए। क्योंकि नर्व डैमेज होने की वजह से डायबिटीज पेशेंट की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए निम्नलिखित बातों का ख्याल रखें। जैसे:

    1. पौष्टिक आहार (Healthy diet) का सेवन करें।
    2. रेग्यूलर एक्सरसाइज (Exercise) करें।
    3. ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) नियमित जांच करें
    4. डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब्ड दवा (Medications) का सेवन करें।
    5. डायबिटीज पेशेंट्स (Diabetes patients) को इन ऊपर बताये 4 बातो का ध्यान रखें और ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रखें।

      अगर आप डायबिटीज (Diabetes) की समस्या से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन और उनके दिए गए सलाह का ठीक तरह से पालन करें। ऐसा करने से बीमारी को जल्द से जल्द कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। डायबिटीज की समस्या होने पर ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को बैलेंस में रखें। शरीर में होने वाले नेगेटिव बदलाव को इग्नोर ना करें। अगर डायबिटीज में नाखून में पीलापन (Diabetes making yellow nails) भी देख रहें हैं, तो डॉक्टर को इसकी जानकारी दें। अगर आप डायबिटीज में नाखून में पीलापन से जुड़े किसी सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंग। वहीं अगर आपने भी डायबिटीज में नाखून के पीलेपन (Diabetes making yellow nails) की समस्या फेस कर चुके हैं और इससे आपने कैसे निजात पाया ये शेयर कर सकते हैं।

      डायबिटीज की समस्या होने पर हेल्दी डायट (Healthy diet) फॉलो करना बेहद जरूरी है। डॉक्टर से द्वारा प्रिस्क्राइब्ड ड्रग्स भी समय पर लें और नियमित योगासन करें। योग के फायदे और करने का तरीका जानिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक में।

      डिस्क्लेमर

      हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

      के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

      Sayali Chaudhari

      फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


      Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/11/2021

      ad iconadvertisement

      Was this article helpful?

      ad iconadvertisement
      ad iconadvertisement