स्मॉल फाइबर न्यूरोपैथी के कारण (Causes of Small fiber neuropathy)
स्मॉल फाइबर न्यूरोपैथी (Small fiber neuropathy) मुख्य रूप से डायबिटीज के कारण होती है। जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती है, अगर उन्हें उपरोक्त दिए गए लक्षण महसूस होते हैं, तो समय रहते बीमारी का इलाज कराना चाहिए। मधुमेह के साथ ही इस बीमारी के लिए अन्य कई कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं। इनमें मुख्य रूप से शामिल है: एंडोक्राइन और मेटाबॉलिक डिसऑर्डर (Endocrine and metabolic disorders), हायपोथायरॉइडिज्म (hypothyroidism), अनुवांशिक रोग (hereditary diseases), इम्यून सिस्टम डिसऑर्डर (immune system disorders), सीलिएक रोग (Celiac disease), इंफ्लामेट्री बाउल डिजीज (Inflammatory bowel disease), सोरायसिस (Psoriasis), एचआईवी (HIV), विटामिन बी-12 की कमी आदि।
तो क्या कुछ बीमारियां बढ़ा देती हैं स्मॉल फाइबर न्यूरोपैथी का खतरा?
जी हां! ये बात बिल्कुल सही है। ऊपर दी गई एक या फिर दो कंडीशन स्मॉल फाइबर न्यूरोपैथी (Small fiber neuropathy) के रिस्क फैक्टर को बढ़ाने का काम करती है। इन सभी बीमारियों में डायबिटीज मुख्य रिस्क फैक्टर के रूप में काम करती है। मधुमेह से पीड़ित करीब 50 प्रतिशत से अधिक लोग स्मॉल फाइबर न्यूरोपैथी की समस्या से पीड़ित होते हैं। अधिक उम्र के लोगों में भी इस बीमारी का खतरा अधिक रहता है।
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कैसे किया जाता है इस बीमारी को डायग्नोज?
स्मॉल फाइबर न्यूरोपैथी (Small fiber neuropathy) को डायग्नोज करने के लिए डॉक्टर पहले शारीरिक जांच करते हैं और बीमारी के लक्षणों के बारे में जानकारी लेते हैं। डॉक्टर फैमिली मेडिकल हिस्ट्री के बारे में भी जानकारी लेते हैं। डॉक्टर नर्व कंडक्शन टेस्ट (Nerve conduction test) और इलेक्ट्रोमायोग्राफी (electromyography) की मदद से फाइबर डैमेज के बारे में जानकारी मिलती है। डॉक्टर स्किन बायोप्सी (Skin biopsy की मदद से स्मॉल फाइबर न्यूरोपैथी के बारे में पता लगाता हैं। प्रोसीजर के दौरान डॉक्टर स्किन का थोड़ा सा सैंपल लेते हैं। फिर इसकी जांच की जाती है। रिफ्लेक्स टेस्टिंग (Reflex testing) की मदद से स्वेट के अमाउंट की जानकारी ली जाती है। हल्का इलेक्ट्रिकल शॉक दिया जाता है और फिर स्किन से प्रोड्यूस हुए स्वेट की मात्रा की जांच की जाती है। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर ब्लड टेस्ट (Blood tests), आनुवंशिक परीक्षण और इमेजिंग परीक्षण आदि भी कर सकते हैं। आप डॉक्टर से इस बारे में अधिक जानकारी लें।
स्मॉल फाइबर न्यूरोपैथी का ट्रीटमेंट (Treatment of small fiber neuropathy)
स्मॉल फाइबर न्यूरोपैथी (Small fiber neuropathy) के कारण तो आपने जान लिए हैं। अगर इस बीमारी से छुटकारा पाना है, तो डायबिटीज को नियंत्रण में रखना बहुत जरूरी है। साथ ही वजन को बढ़ने न दें और हेल्दी वेट मेंटेन करें। ऐसा करने से आप इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं। अगर बीमारी के कारणों के बारे में पता नहीं चल पाता है, तो डॉक्टर बीमारी के लक्षणों को काबू करने की कोशिश करते हैं। कुछ मेडिसिंस जैसे कि एंटीडिप्रेसन्ट (antidepressants), कोर्टिकोस्टेरोइड (corticosteroids), टॉपिकल पेन क्रीम (Topical pain creams), दर्दनाशक दवाओं (Analgesics) आदि का इस्तेमाल किया जाता है। आपको इस बारे में अधिक जानकारी डॉक्टर से लेनी चाहिए। हैलो स्वास्थ्य किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह उपलब्ध नहीं कराता है।
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कुछ लोगों में स्मॉल फाइबर न्यूरोपैथी के हल्के लक्षण दिखते हैं, जो अपने आप ठीक हो जाते हैं। वहीं कुछ लोगों में समय के साथ लक्षण अधिक बढ़ सकते हैं। आपको बिना देरी किए ट्रीटमेंट कराकर लक्षणों से निजात पानी चाहिए। डायबिटीज की बीमारी को कंट्रोल कर आप कई समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह उपलब्ध नहीं कराता है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से स्मॉल फाइबर न्यूरोपैथी (Small fiber neuropathy) के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।