डायबिटीज (Diabetes) के साथ कई प्रकार के कॉम्प्लिकेशन जुड़े हुए हैं उनमें से एक डायबिटीज किडनी स्टोन (Diabetes Kidney stone) भी है। दरअसल टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) होने पर बॉडी इंसुलिन (Insulin) का उपयोग ठीक से नहीं कर पाती। इंसुलिन जरूरी हॉर्मोन है जो ब्लड शुगर लेवल को हेल्दी रेंज में रखता है। हाय ब्लड शुगर लेवल बॉडी में कई प्रकार की परेशानियों के साथ ही किडनी के लिए भी तकलीफ की वजह बन सकता है। टाइप 2 डायबिटीज से किडनी स्टोन्स का रिस्क बढ़ जाता है। स्टडीज में बताया गया है कि टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए इंसुलिन का उपयोग डायबिटीज किडनी स्टोन (Diabetes Kidney Stone) का रिस्क बढ़ा देता है। डायबिटीज किडनी स्टोन का खतरा गंभीर डायबिटीज का सामना कर रहे लोगों में काफी होता है जिनका शुगर लेवल काफी बढ़ा हुआ होता है।
किडनी स्टोन्स क्या हैं? (Kidney Stones)
किडनी स्टोन्स को रीनल (Renal) स्टोन्स भी कहते हैं। किडनी स्टोन्स छोटे और सख्त होते हैं, जो यूरिन में कैमिकल्स के डेवलप होने से बनते हैं। कई प्रकार के किडनी स्टोन्स होते हैं और इनके बनने के लिए अलग-अलग प्रकार के कैमिकल जिम्मेदार होते हैं। सामान्य तौर पर कैल्शियम (Calcium) ऑक्सालेट (Oxalate) या यूरिक स्टोन (Uric stone) का बनना असंतुलन के कारण होता है। जिसमें यूरिन में बहुत अधिक अपशिष्ट और पर्याप्त मात्रा में फ्लूइड ना होना।
बॉडी में कैमिकल्स की मात्रा बढ़ने पर उसे यूरिन के जरिए निकालना जरूरी होता है। इसलिए किडनी स्टोन्स (Kidney stones) का डेवलपमेंट इस बात का संकेत है कि आपको डायट में कुछ सुधार करने की जरूरत है या फिर आप पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पी रहे। ये स्टोन्स यूरिनरी ट्रैक्ट के जरिए किडनी तक पहुंच जाते हैं। छोट स्टोन्स बॉडी से यूरिन के जरिए पास हो जाते हैं और इसमें दर्द ना के बराबर या बेहद कम होता है। स्टोन का आकार बड़ा होने पर तेज दर्द हो सकता है। यह यूरिन का फ्लो रोकने के साथ ही इंफेक्शन और ब्लीडिंग का कारण बन सकते हैं।
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डायबिटीज किडनी स्टोन का कारण (Diabetes Kidney Stone Causes)
किडनी स्टोन तब बनता है जब यूरिन में अधिक मात्रा में कैल्शियम (Calcium), ऑक्सलेट oxalate, यूरिक एसिड (Uric acid) पाया जाता है। जब आपकी बॉडी में ये सभी चीजें बहुत ज्यादा होती हैं तो बॉडी उनको डायलूट dilute नहीं कर पाती। जिसके परिणामस्वरूप यूरिन में क्रिस्टल्स का निमार्ण हो जाता है। ये किडनी स्टोन्स होते हैं।
डायबिटीज के कारण होने वाले इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin resistance) के कारण यूरिन में कैल्शियम का लेवल बढ़ जाता है। जिसकी वजह से डायबिटीज किडनी स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि टाइप 2 डायबिटीज में इंसुलिन का उपयोग करने से यूरिन और अधिक एसिडिक हो जाती है। इसकी वजह से अलग तरह के किडनी स्टोन्स बनते हैं जिन्हें यूरिक एसिड स्टोन्स कहते हैं। डायबिटीज किडनी स्टोन के कारणों में अन्य भी शामिल हैं जो निम्न हैं।
- हाय प्रोटीन डायट और शुगर और सोडियम का अधिक उपयोग
- वजन का अधिक होना या मोटापा
- किडनी को प्रभावित करने वाली बीमारियां
- डायबिटीज किडनी स्टोन्स की फैमिली हिस्ट्री
- इंटेस्टिनल सर्जरी
- कुछ दवाओं का उपयोग (डियूरेटिक्स, एंटासिड जिनमें कैल्शियम होता है)
- रोग और स्थितियां जो आपके शरीर में कैल्शियम और कुछ एसिड की मात्रा को प्रभावित करती हैं
- यूरिनरी ट्रैक्ट डिसऑर्डर
- कैल्शियम सप्लिमेंट्स का उपयोग
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डायबिटीज किडनी स्टोन्स के लक्षण (Diabetes Kidney Stone symptoms)
डायबिटीज किडनी स्टोन्स के लक्षण तब दिखाई देते हैं जब स्टोन्स बड़े हो जाते हैं और उन्हें पास करने में परेशानी होती है। इसके लक्षणों में निम्न शामिल हैं।
- लोअर बैक की तरफ तेज दर्द होना
- पेट में दर्द होना
- यूरिन में ब्लड आना
- उल्टी और जी मिचलाना
- अचानक बुखार और ठंड लगना
- धुंधला पेशाब
- यूरिन में तेज बदबू आना
अगर आपको एक या एक से अधिक लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
डायबिटीज किडनी स्टोन्स का इलाज (Diabetes Kidney Stone treatment)
छोटे किडनी स्टोन्स को ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती है। आपको एक्सट्रा पानी पीने की सलाह दी जा सकती है ताकि यह बाहर निकल सकें। अगर यूरिन पीली और साफ है, तो इसका मतलब है कि र्प्याप्त मात्रा में पानी पी रहे हैं। छोटे स्टोन का दर्द कम करने के लिए डॉक्टर पेन किलर दवाएं दे सकते हैं। इसके अलावा डॉक्टर अल्फा ब्लॉकर प्रिस्क्राइब कर सकते हैं जो स्टोन को जल्दी पास करने में मदद करती हैं। बड़े साइज के किडनी स्टोन के लिए स्ट्रॉन्ग पेन किलर प्रिस्क्राइब की जा सकती हैं। बड़े साइज के किडनी स्टोन ब्लीडिंग, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन्स और किडनी डैमेज तक की वजह बन सकते हैं। ध्यान रखें किसी भी प्रकार की दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें। ना ही डॉक्टर दी गई दवा के समय या डोज में किसी प्रकार का बदलाव करें।
इसका कॉमन ट्रीटमेंट शॉक वेव है जिसे लिथोट्रिप्सी (lithotripsy) कहा जाता है। जिसमें शॉक वेव्स का उपयोग स्टोन को तोड़ने के लिए किया जाता है। अगर स्टोन यूरेटर (Ureter) में है, तो इसे तोड़ने के लिए यूटेरोस्कोप (Ureteroscope) की मदद ली जा सकती है। अगर डायबिटीज किडनी स्टोन (Diabetes Kidney Stone) बहुत बड़ा है और वह यूरिन से पास नहीं हो सकता है तो सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
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डायबिटीज किडनी स्टोन को कैसे रोका जा सकता है? (Diabetes Kidney stones Prevention)
कुछ टिप्स को फॉलो करके किडनी स्टोन्स (Diabetes Kidney Stone) को बनने से रोका जा सकता है जो निम्न हैं।
ब्लड शुगर लेवल को ध्यान रखें (Monitor Blood Sugar level)
डॉक्टर की मदद से डायबिटीज को कंट्रोल में रखें। ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ने ना दें। यह दवाओं, लाइफस्टाइल में बदलाव के जरिए किया जा सकता है। इससे आप डायबिटीज किडनी स्टोन (Diabetes Kidney Stone) से बच सकते हैं।
हेल्दी डायट (Healthy Diet)
किडनी स्टोन्स को बनने से रोकने में डैश डायट महत्वपूर्ण है। इसमें फल, सब्जियों और साबुत अनाज को शामिल किया जाता है। इसके साथ ही लो फैट डेयरी और फिश को डायट में शामिल करें। एनिमल प्रोटीन का उपयोग सावधानीपूर्वक करें। जिसमें रेड मीट, अंडे और सीफूड शामिल हैं जो यूरिक एसिड को बढ़ा सकते हैं। जो किडनी स्टोन्स का कारण होता है। डायट में किसी प्रकार का बदलाव करने से पहले डॉक्ट से बात अवश्य करें।
डायट में कैल्शियम की कमी ना होने दें। कैल्शियम ऑक्सालेट किडनी स्टोन का कारण बनते हैं, तो इसका मतलब ये नहीं है कि आप कैल्शियम फूड का सेवन बंद कर दें। इसकी जगह सोडियम इंटेक को कम करें।
एक्सरसाइज (Exercise)
डायबिटीज और किडनी स्टोन एक्सरसाइज वजन कम करने के साथ ही डायबिटीज को मैनेज करने में मददगार है। एक्सरसाइज करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आप अच्छी तरह डायट्रेड हों क्योंकि इस दौरान काफी पसीना निकलता है। इस बारे में डॉक्टर से सलाह लें वे आपको सही एक्सरसाइज रिकमंड करेंगे।
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खूब पानी पिएं (Keep hydrated)
खुद को हायड्रेट रखना किडनी स्टोन्स के बनने से रोकने का सबसे आसान उपाय है। साथ ही इसके दूसरे फायदे भी हैं। हर दिन 6 से 8 घंटे पानी पिएं। इस बारे में भी डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
उम्मीद करते हैं कि आपको डायबिटीज किडनी स्टोन्स (Diabetes Kidney Stones) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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