वजन रहता है नियंत्रित (Weight management)
मोटापा टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क फैक्टर माना जाता है। वॉक करने से कैलोरीज बर्न होती हैं जिससे वजन नियंत्रित रहता है। इससे डायबिटीज के दूसरे कॉम्प्लिकेशन्स में भी राहत मिलती है। साथ ही इससे कोलेस्ट्रॉल, हाय ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है।
डायबिटीज में मॉर्निंग वॉक (Morning walk in diabetes) के फायदे तो आपने जान लिए, लेकिन इसे शुरू करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है।
डायबिटीज में मॉर्निंग वॉक और फुट केयर (Morning walk and foot care in diabetes)
डायबिटिक व्यक्ति के लिए फुट केयर बेहद जरूरी है। डायबिटीज की वजह से पैरों में नमनेस हो जाती है जिसकी वजह से कई बार पैर में लगी चोट का एहसास नहीं होता। ऐसे में पैदल वॉक पर जाने से पहले जिस जगह आप वॉक करने वाले उसके बारे में जानकारी हासिल करें। जगह किसी चोट का कारण तो नहीं बन सकती ये पता लगा लें क्योंकि नमनेस की वजह से कटने, छिलने का एहसास नहीं होगा। ये चोटें धीरे-धीरे ठीक होती हैं और दूसरे इंफेक्शन का कारण भी बन सकती हैं क्योंकि डायबिटीज का एक अन्य लक्षण छोटी ब्लड वेसल्स में ब्लड का फ्लो कम होना है।
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डायबिटीज में मॉर्निंग वॉक (Morning walk in diabetes) शुरू करने से पहले इन सभी पहलुओं पर नजर डाल लें। हेल्थकेयर स्पेशलिस्ट की मदद भी आप ले सकते हैं। अगर आपके लिए मॉर्निंग वॉक सही नहीं है तो वे किसी अन्य एक्सरसाइज को भी रिकमंड कर सकते हैं।
डायबिटीज में मॉर्निंग वॉक (Morning walk in diabetes) की तैयारी अगर आपने कर ली है, तो इसके लिए सबसे जरूरी है कुछ चीजों को तैयार करना ताकि आपकी वॉक स्मूदली हो सके और इसके फायदे मिल सकें।