अक्सर लोग डायबिटीज (Diabetes) में खानपान को लेकर पहले से काफी परेशान रहते हैं। ऐसे में कुछ खाद्य पदार्थ खाने पर डॉक्टर रोक लगा देते हैं, जिससे डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की उम्मीद होती है। इसमें से एक खाद्य पदार्थ है आलू। क्योंकि डायबिटीज में आलू के सेवन पर रोक लगा दी जाती है, इसलिए लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या वे डायबिटीज में शकरकंद (Sweet potato in diabetes) खा सकते हैं? डायबिटीज में शकरकंद का सेवन सही है या गलत, यह सवाल अक्सर लोगों को परेशान करता है। यदि आप भी इसी सवाल से परेशान हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है।
क्या डायबिटीज में शकरकंद खाया जा सकता है? (Sweet potato in diabetes)
हम आपको बता दें कि सफेद आलू, जहां एक ओर डायबिटीज (Diabetes) में समस्याएं खड़ी करता है, वही उस से मिलता जुलता शकरकंद डायबिटीज (Diabetes)में फायदा पहुंचाता है। डायबिटीज में शकरकंद खाने से ब्लड शुगर लेवल में फायदा तो जरूर देखा जाता है, साथ ही साथ इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपको क्रॉनिक बीमारियों से भी बचाता है। इसलिए डायबिटीज में स्वीट पोटैटो(Sweet potato in diabetes) का सेवन करने की सलाह दी जाती है। डायबिटीज में शकरकंद खाना आपके लिए नुकसानदेह नहीं होता, इसका कारण है इसका लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स। जैसा कि आप जानते हैं ब्लड शुगर लेवल (Blood suger level) को ग्लाइसेमिक इंडेक्स से मापा जाता है, इसलिए शकरकंद में मौजूद लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स इसे एक सेफ फूड बनाता है। यही कारण है कि अन्य खाद्य पदार्थ जैसे आलू और अन्य कंदमूल की तुलना में डायबिटीज में स्वीट पोटैटो (Diabetes) फायदेमंद माना जाता है इसके अलावा डायबिटीज में स्वीट पोटैटो (Sweet potato) खाने की सलाह दी जाती है।
डायबिटीज में स्वीट पोटैटो खाने के हैं ये भी फायदे (Benefits of Sweet potato in diabetes)
डायबिटीज में स्वीट पोटैटो के और भी फायदे हो सकते हैं, जैसे कि शकरकंद में बीटा कैरोटीन (Beta-carotene) की मात्रा ज्यादा होती है। इसके साथ साथ डायबिटीज में शकरकंद (Sweet potato in diabetes) खाने से आपको विटामिन ए की भरपूर मात्रा मिलती है, जो आपकी आंखों की सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती है। अक्सर डायबिटीज (Diabetes) से ग्रसित व्यक्ति की आंखें कमजोर होती चली जाती हैं, इसलिए डायबिटीज में स्वीट पोटैटो खाना फायदे का सौदा हो सकता है।
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इसके साथ-साथ डायबिटीज में स्वीट पोटैटोखाने से आपको विटामिन सी भरपूर मात्रा में मिलता है, जो आपका इम्यून सिस्टम मजबूत बनाता है और डायबिटीज (Diabetes) से जुड़े अन्य कॉम्प्लिकेशन में राहत देता है।
डायबिटीज में स्वीट पोटैटो खाने से आपको आयरन भी भरपूर मात्रा में मिलता है। इसके अलावा डायबिटीज में स्वीट पोटैटो (Sweet potato in diabetes) खाने से आपको भरपूर मात्रा में प्रोटीन मिलता है, जिससे लंबे समय तक आप पेट भरा हुआ महसूस करते हैं और आपका वजन घटने लगता है।
इसी के साथ साथ इंसुलिन सेंसिटिविटी भी बढ़ाने में शकरकंद मदद करता है। डायबिटीज (Diabetes) की वजह से कई बार लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं भी होती है, इसलिए डायबिटीज में स्वीट पोटैटो खाना बहुत फायदेमंद माना जाता है। शकरकंद में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो पेट साफ करने और कॉन्स्टिपेशन (Constipation) की समस्या कम करने में मदद करता है। आइए अब जानते हैं डायबिटीज में स्वीट पोटैटो (Sweet potato in diabetes) किस तरह ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करता है।
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डायबिटीज में स्वीट पोटैटो ऐसे करता है ब्लड शुगर को प्रभावित (Blood sugar level and Sweet potato)
डायबिटीज में स्वीट पोटैटो (Sweet potato in diabetes) खाने के कई फायदे हो सकते हैं, इसमें से एक बड़ा फायदा है ब्लड शुगर लेवल कम होना। शकरकंद में फाइबर की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है, जिससे यह ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं, जो कि फायदेमंद माना जाता है। खास तौर पर यदि आपको लंबे समय से डायबिटीक हैं, तो आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही सीमित मात्रा में शकरकंद का सेवन करना चाहिए। हालांकि शकरकंद में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन, मिनरल्स (Antioxidants, Vitamins, Minerals) इत्यादि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, इसके बाद भी डायबिटीज डायट (Diabetes Diet) में शकरकंद को जोड़ने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
डायबिटीज में स्वीट पोटैटो के हो सकते हैं नुकसान भी (Sweet potato in diabetes)
जहां एक ओर हम डायबिटीज में स्वीट पोटैटो (Sweet potato) के सेवन के फायदों के बारे में बात कर रहे हैं, वहीं इसके नुकसान भी आपको हो सकते हैं। हालांकि आलू की तुलना में शकरकंद एक बेहतर ऑप्शन माना जाता है, लेकिन इसके बाद भी इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करने की सलाह दी जाती है। डायबिटीज में शकरकंद (Diabetes) का सेवन यदि सीमित मात्रा में ना किया जाए, तो यह आपके ब्लड ग्लूकोस लेवल पर गलत असर डालता है। शकरकंद का साइज़ अलग अलग होता है, इसलिए हम कई बार इसका सेवन ज्यादा कर लेते हैं। इसलिए अपने डायट में शकरकंद को जोड़ने से पहले इसकी मात्रा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
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शकरकंद (Sweet potato) पकाने के भी हैं तरीके
आपको जानकर हैरानी होगी की डायबिटीज में स्वीट पोटैटो (Sweet potato in diabetes) का सेवन ही नहीं, बल्कि इसे पकाने का तरीका भी महत्वपूर्ण माना जाता है। किसी खास तरीके से पकाने पर शकरकंद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बढ़ जाता है, इसकी वजह से जहां शकरकंद हमारे लिए फायदेमंद साबित होना होता है, वही यह हमारे लिए नुकसानदेह बन जाता है। इसलिए डायबिटीज में स्वीट पोटैटो का सेवन बेकिंग और रोस्टिंग के बाद नहीं करना चाहिए। बेकिंग और रोस्टिंग से शकरकंद का जीआई लेवल (GI Level) बढ़ जाता है, जिसकी वजह से यह हमारे लिए फायदे की जगह नुकसानदेह साबित होता है। इसलिए डायबिटीज में स्वीट पोटैटो को उबालकर ही खाना सही माना जाता है।
यदि आप डायबिटीज (Diabetes) के मरीज हैं, तो आपको शकरकंद उबालकर बिना इसमें चीनी मिलाए खाना चाहिए। ध्यान रखें कि डायबिटीज में स्वीट पोटैटो खाने से पहले इसका छिलका ना निकाले। छिलके में भरपूर मात्रा में फाइबर कंटेंट शामिल होता है, जिसकी वजह से आप का पाचन तंत्र बेहतर काम करता है।
डायबिटीज में स्वीट पोटैटो(Sweet potato in diabetes) खाने के कई फायदे हो सकते हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह के बाद अपनी जरूरत के अनुसार इसे सीमित मात्रा में खाना आपके लिए जरूरी माना जाता है। बेहतर है कि डायबिटीज डायट (Diabetes Diet) में शकरकंद को जोड़ने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको डायबिटीज में स्वीट पोटैटो (Sweet potato in diabetes) के फायदों से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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