आपको जानकर हैरानी होगी की डायबिटीज में स्वीट पोटैटो (Sweet potato in diabetes) का सेवन ही नहीं, बल्कि इसे पकाने का तरीका भी महत्वपूर्ण माना जाता है। किसी खास तरीके से पकाने पर शकरकंद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बढ़ जाता है, इसकी वजह से जहां शकरकंद हमारे लिए फायदेमंद साबित होना होता है, वही यह हमारे लिए नुकसानदेह बन जाता है। इसलिए डायबिटीज में स्वीट पोटैटो का सेवन बेकिंग और रोस्टिंग के बाद नहीं करना चाहिए। बेकिंग और रोस्टिंग से शकरकंद का जीआई लेवल (GI Level) बढ़ जाता है, जिसकी वजह से यह हमारे लिए फायदे की जगह नुकसानदेह साबित होता है। इसलिए डायबिटीज में स्वीट पोटैटो को उबालकर ही खाना सही माना जाता है।
यदि आप डायबिटीज (Diabetes) के मरीज हैं, तो आपको शकरकंद उबालकर बिना इसमें चीनी मिलाए खाना चाहिए। ध्यान रखें कि डायबिटीज में स्वीट पोटैटो खाने से पहले इसका छिलका ना निकाले। छिलके में भरपूर मात्रा में फाइबर कंटेंट शामिल होता है, जिसकी वजह से आप का पाचन तंत्र बेहतर काम करता है।
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डायबिटीज में स्वीट पोटैटो(Sweet potato in diabetes) खाने के कई फायदे हो सकते हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह के बाद अपनी जरूरत के अनुसार इसे सीमित मात्रा में खाना आपके लिए जरूरी माना जाता है। बेहतर है कि डायबिटीज डायट (Diabetes Diet) में शकरकंद को जोड़ने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको डायबिटीज में स्वीट पोटैटो (Sweet potato in diabetes) के फायदों से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।