जटिलताएं
पलकों की सूजन की संभावित जटलिताएं
पलकों की सूजन की वजह से आपकी आईलिड पूरी तरह से निकल सकती है। यह हेयर फॉलिकल्स में स्कारिंग के कारण होता है, जिसकी वजह से पलकें गलत तरीकें से बढ़ती हैं। बहुत अधिक स्कारिंग के कारण पलकों का विकास रुक जाता है।
पलकों की सूजन की शॉर्ट टर्म जटिलताओं में ड्राई आंखें और पिंक आई शामिल है। जबकि लॉन्ग टर्म जटिलताओं में शामिल हैः
- आईलिड में स्कारिंग
- स्टाई (संक्रमित गांठ जो पलकों के नीचे दिखती है)
- क्रॉनिक पिंक आई
आईलिड की ऑयल ग्लैंड्स भी संक्रमित और अवरुद्ध हो सकती है। इसकी वजह से पलकों में संक्रमण हो सकता है। यदि आंखों के संक्रमण का इलाज नहीं किया जाए तो आंखों को स्थाई नुकसान पहुंच सकता है।आईलिड में स्कारिंग से आंखों की संवेदनशील सतह पर स्क्रैच आ सकता है। इसकी वजह से कॉर्निया का अल्सर हो सकता है।
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बचाव
पलकों की सूजन को दोबारा होने से कैसे रोकें?
पलकों की सूजन (ब्लेफेराइटिस) एक क्रॉनिक कंडिशन है यानि यह बार-बार होने वाली समस्या हैं। पलकों की सूजन को दोबारा होने से रोकने के लिए पलकों को साफ रखना बहुत जरूरी है। इससे पलकों के ऊपर बैक्टीरिया, बायोफिल्म और डेमोडेक्स माइट्स विकसित नहीं हो पातें। सोने से पहले चेहरा अच्छी तरह धोएं और फेस व आई मेकअप को अच्छी तरह रिमूव कर लें। पलकों पर खुजली न करें, इससे यदि किसी तरह का संक्रमण है तो वह फैल सकता है। यदि आपकी पलकों पर डैंड्रफ है तो इसके लिए डॉक्टर से दवा लें, क्योंकि डैंड्रफ की वजह से भी ब्लेफेराइटिस हो सकता है।