आंखों में खुजली की समस्या रहना, आंख से पानी आना या सूजन होने की वजह से भी आंखें फड़क सकती हैं। ऐसी स्थिति में आंखों मलने से नुकसान पहुंचने के साथ-साथ आईलिड ट्विचिंग का खतरा बना रहता है। यही नहीं जिन लोगों को ड्राई आइज की समस्या रहती है, उन्हें भी आंख फड़कने की समस्या हो सकती है।
बेल्स पाल्सी (Bell’s palsy)-

आधे फेस (Half of the face) की मांसपेशियां को अस्थाई रूप से कमजोर पड़ना या पैरालिसिस होना बेल्स पाल्सी कहलाता है। चेहरे को कंट्रोल करने वाले नर्व के दबने या सूजने की वजह से भी हो सकता है। ऐसा होने पर चेहरे का एक साइड दूसरे साइड की मुकाबले ज्यादा कड़ा या सूज सकता है। कभी-कभी बेल्स पाल्सी भी आंख फड़कने का कारण हो सकते हैं।
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इन ऊपर बताये कारणों के अलावा अन्य कारण भी हो सकते हैं आंख फड़कने के। इसके अन्य कारणों में शामिल है:
कैफीन का सेवन- ज्यादा मात्रा में कैफीन के सेवन से भी आंख फड़कने की समस्या हो सकती है। इसलिए कैफीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कॉफी, चाय और चॉकलेट जैसे खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों का सेवन कम से कम करें।
एल्कोहॉल का सेवन- अगर आप नशीले पदार्थों जैसे एल्कोहॉल या कोई अन्य पदार्थों का सेवन करते हैं, तो इससे भी आपकी आंखें फड़क सकती हैं।
पोषक तत्वों की कमी- शरीर में पोषक तत्वों की कमी कई सारी शारीरिक परेशानियों को पैदा करती हैं। ठीक वैसे ही अगर मैग्नीशियम जैसे तत्वों की कमी वजह से आंख फड़कने की समस्या हो सकती है।
दवाओं का सेवन- कुछ खास तरह की दवाएं जैसे एंटीएपीलेप्टिक (Antiepileptic) या एंटीसाइकोटिक (Antipsychotic) की वजह से आंख फड़कने की समस्या हो सकती है। अगर आपके हेल्थ एक्सपर्ट ने एंटीपीलेप्टिक या एंटीसाइकोटिक जैसी दवाओं को लेने की सलाह दी है, तो उतने ही दवाओं का सेवन करें जितना डॉक्टर द्वारा आपको प्रिस्क्राइब किया गया है। जरूरत से ज्यादा डोज लेने पर शारीरिक परेशानी बढ़ सकती है।
आंख फड़कने के कारण ये हो सकते हैं। लेकिन अगर ये सामान्य सी परेशानी लगातार रहने लगे तो डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। इस आर्टिकल में आगे समझेंगे डॉक्टर से कब मिलना चाहिए।
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डॉक्टर से कब करें कंसल्ट?
यदि आप निम्नलिखित लक्षणों में से किसी का अनुभव करते हैं, तो आपको डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। इन लक्षणों में शामिल है:
- एक हफ्ते से ज्यादा आईलिड ट्विचिंग होना
- आईलिड या चेहरे के मसल्स का लटकना
- आंखों लाल होना
- आंखों के आकार में परिवर्तन आना
- आंखों से पानी आना
- आंख के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों का फड़कना
ऊपर बताई कोई भी परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि किसी भी शारीरिक परेशानी को शुरुआती इलाज संभव है।
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आईलिड ट्विचिंग से बचने के घरेलू उपाय क्या है?
अगर आप बार-बार आंख फड़कने (Eyelid Twitches) की समस्या से परेशान रहते हैं, तो कुछ घरेलू उपायों को फॉलो कर इस परेशानी को दूर किया जा सकता है। इन घरेलू उपायों में शामिल है:
- नियमित रूप से हेल्दी डायट फॉलो करना। जैसे सुबह ब्रेकफास्ट में दूध, अंडा, ओट्स और फलों का सेवन करना। लंच के दौरान दाल, हरी सब्जी, रोटी, चावल और सलाद खाएं। स्नैक्स के दौरान हेल्दी स्नैक्स का विकल्प ढूंढें जैसे फ्रूट सैंडविच या उबले अंडे। वहीं डिनर के दौरान रोटी, हरी सब्जी, दाल और सलाद का सेवन करें और साथ ही रोजाना दो से ढ़ाई लीटर पानी का सेवन करें।
- तनाव से बचें। आप चाहें तो स्ट्रेस फ्री रहने के लिए अपने दोस्तों से बात कर सकते हैं या अपने पसंदीदा कामों को भी कर सकते हैं। ध्यान रखें तनाव की वजह से कई अन्य गंभीर शारीरिक परेशानी शुरू हो सकती है। इसलिए तनाव से बचकर रहें।
- रेग्यूलर 7 से 8 घंटे सोने की आदत डालें। सोने के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें। यह भी ध्यान रखें की सोने से 3 से 4 घंटे पहले कैफीन जैसे चाय या कॉफी का सेवन न करें।
इन छोटी-छोटी बातों को फॉलो करने से आप बार-बार आंख फड़कने की समस्या से बचने के साथ ही अन्य शारीरिक या मानसिक परेशानियों से भी बच सकते हैं। अगर इन उपायों से आपकी तकलीफ ठीक नहीं होती है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें और उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का ठीक तरह से पालन करें। अगर आप बार-बार आंख फड़कना (Eyelid Twitches) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।