लेग्स(Legs): ताई ची और क्यु गोंग में पैरों का इस्तेमाल होता है लेकिन इसका उपयोग इंटेंस्टिटी वे में नहीं किया जाता है।
ग्लूट्स (Glutes): वैसे तो ग्लूट्स को टारगेट कर ये एक्सरसाइज नहीं की जाती है लेकिन मूवमेंट के दौरान मसल्स काम करती हैं।
बैक (Back):ताई ची और क्यु गोंग में पूरी बॉडी का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही बैक मसल्स भी को भी काम करना पड़ता है।
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जानिए एक्सरसाइज के टाइप
फ्लेक्सिबिलिटी (Flexibility): मूवमेंट की हेल्प से फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार किया जा सकता है।
एरोबिक (Aerobic): ताई ची और क्यु गोंग मूविंग मेडिटेशन है। इसमे कार्डियो वर्कआउट शामिल नहीं है।
स्ट्रेंथ (Strength): जब आप ताई ची और क्यु गोंग करते हैं, तो आप अपनी बॉडी में स्ट्रेंथ को भी बढ़ाने का काम करते हैं। ये मस्कुलर पोज से पावर देने का काम नहीं करता है बल्कि पूरे बॉडी मूवमेंट से शरीर को स्ट्रेंथ मिलती है।
लो इम्पेक्ट (Low-Impact): ताई ची और क्यु गोंग से मसल्स और ज्वाइंट्स में कम स्ट्रेस पड़ता है, इसलिए इसे लो इम्पेक्ट एक्सरसाइज भी कहा जा सकता है।
ताई ची और क्यु गोंग एक्सरसाइज बिगिनर्स के लिए अच्छी प्रैक्टिस साबित हो सकता है। आप इसे ऑनलाइन क्लास के माध्यम से भी सीख सकते हैं। ताई ची और क्यु गोंग को करने के लिए इनडोर या आउटडोर जगह पर्याप्त होती है। ताई ची और क्यु गोंग के लिए किसी भी तरह के इक्युपमेंट की जरूरत नहीं होती है।
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जानिए ताई ची स्टाइल (tai chi style) के बारे में
हो सकता है कि आपने ताई ची के बारे में पहली बार सुना हो लेकिन आपको इसके बारे में जानकारी जरूर होनी चाहिए। ताई ची की पांच अलग-अलग शैलियां हैं। फिटनेस के अनुरूप ही इन शैलियों को चुना जा सकता है। ताई ची एक्सरसाइज पॉश्चर और एक्जेक्ट मूवमेंट (exact movements) की हेल्प से किया जाता है। इसे अपने आप सीखना मुश्किल होता है। बेहतर होगा कि आप इस प्रक्रिया को एक्सपर्ट की सहायता से सीखें और करें। जानिए इसकी विभिन्न स्टाइल के बारे में।