जानिए एक्सरसाइज के टाइप
फ्लेक्सिबिलिटी (Flexibility): मूवमेंट की हेल्प से फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार किया जा सकता है।
एरोबिक (Aerobic): ताई ची और क्यु गोंग मूविंग मेडिटेशन है। इसमे कार्डियो वर्कआउट शामिल नहीं है।
स्ट्रेंथ (Strength): जब आप ताई ची और क्यु गोंग करते हैं, तो आप अपनी बॉडी में स्ट्रेंथ को भी बढ़ाने का काम करते हैं। ये मस्कुलर पोज से पावर देने का काम नहीं करता है बल्कि पूरे बॉडी मूवमेंट से शरीर को स्ट्रेंथ मिलती है।
लो इम्पेक्ट (Low-Impact): ताई ची और क्यु गोंग से मसल्स और ज्वाइंट्स में कम स्ट्रेस पड़ता है, इसलिए इसे लो इम्पेक्ट एक्सरसाइज भी कहा जा सकता है।
ताई ची और क्यु गोंग एक्सरसाइज बिगिनर्स के लिए अच्छी प्रैक्टिस साबित हो सकता है। आप इसे ऑनलाइन क्लास के माध्यम से भी सीख सकते हैं। ताई ची और क्यु गोंग को करने के लिए इनडोर या आउटडोर जगह पर्याप्त होती है। ताई ची और क्यु गोंग के लिए किसी भी तरह के इक्युपमेंट की जरूरत नहीं होती है।
और पढ़ें: जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द होना अच्छा है या नहीं? जानिए इससे बचने के तरीके
जानिए ताई ची स्टाइल (tai chi style) के बारे में
हो सकता है कि आपने ताई ची के बारे में पहली बार सुना हो लेकिन आपको इसके बारे में जानकारी जरूर होनी चाहिए। ताई ची की पांच अलग-अलग शैलियां हैं। फिटनेस के अनुरूप ही इन शैलियों को चुना जा सकता है। ताई ची एक्सरसाइज पॉश्चर और एक्जेक्ट मूवमेंट (exact movements) की हेल्प से किया जाता है। इसे अपने आप सीखना मुश्किल होता है। बेहतर होगा कि आप इस प्रक्रिया को एक्सपर्ट की सहायता से सीखें और करें। जानिए इसकी विभिन्न स्टाइल के बारे में।
- यांग शैली (Yang style ) ताई ची की स्लो, ग्रेटफुल मूवमेंट और रिलेक्सेशन से भरी एक्सरसाइज है। जो लोग ताई ची की शुरुआत करना चाहते हैं, उनके लिए ये शैली बेहतर साबित हो सकती है।
- वू शैली (Wu style) में माइक्रोमूवमेंट्स को शामिल किया जाता है। इसे बहुत ही धीमी गति से किया जाता है।
- चेन स्टाइल (Chen style) में धीमा और तेज मूवमेंट होता है। अगर कोई व्यक्ति इस स्टाइल को पहली बार सीख रहा है, तो उसके लिए ये स्टाइल कठिन साबित हो सकता है।
- सन स्टाइल (Sun style) में क्राउचिंग, किकिंग और पंचिंग शामिल होता है। अन्य शैलियों के मुकाबले ये कठिन होता है। ये कम फिजिकल डिमांडिंग होता है।
- हाओ स्टाइल (Hao style) कम ही लोगों की जानकारी में है और ये ज्यादा प्रचिलित भी नहीं है। इस स्टाइल में एक्युरेट पुजिशन और इंटरनल स्ट्रेंथ पर फोकस किया जाता है।