पॉ द’ऑरेंज क्या है? (What is Peau D’Orange)
पॉ द’ऑरेंज फ्रेंच शब्द है, जिसका अर्थ है संतरे के छिलके की तरह। पॉ द’ऑरेंज को सामान्य भाषा में समझें तो यह ब्रेस्ट (स्तन) में सूजन, ब्रेस्ट स्किन का लाल होना और गढ़े (डिम्पल्ड) को दर्शाता है। यह सूजन संतरे के छिलके की तरह नजर आती है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार यह कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। यह त्वचा पर कहीं भी हो सकता है। यह महिलाओं या पुरुषों दोनों के स्तनों में हो सकता है।
पॉ द’ऑरेंज के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:
- सूजन (swelling)
- त्वचा का लाल होना (redness)
- त्वचा का कोमल होना (tenderness)
- काले निशान के साथ घाव (wounds with black scabs)
- ड्राय या सूखी परतदार त्वचा (scales or dry flaky skin)
और पढ़ें : जानें शरीर में तिल और कैंसर का उससे कनेक्शन
पॉ द’ऑरेंज क्यों होता है ? (Why does Po’Orange happen?)
इसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं-
- ब्रेस्ट ऐब्सेस (Breast absces)
- फैट नेक्रोसिस (Fat necrosis)
- मैस्टाइटिस (Mastitis)
इनके अलावा निम्नलिखित कारण हो सकते हैं-
- ब्रेस्ट का साइज अचानक बढ़ जाना (Sudden increase in breast size)
- ब्रेस्ट के आसपास, अंडरआर्म्स और कॉलर बोन के पास सूजन होना (Swelling around the breasts, underarms and near the collar bone)
- ब्रेस्ट में भारीपन, जलन या दर्द महसूस होना (Feeling of heaviness, burning or pain in the breast)
- ब्रेस्ट के एक तिहाई हिस्से में सूजन होना या लाल होना (Swelling or redness in one third of the breast)
और पढ़ें : 5 Steps: ब्रेस्ट कैंसर की जांच ऐसे करें
ब्रेस्ट कैंसर के कारण भी हो सकता है पॉ द’ऑरेंज
ब्रेस्ट में पॉ द’ऑरेंज इन्फलामेटरी ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण हो सकता है। इस तरह के कैंसर में ट्यूमर बनने की बजाय कैंसर सेल्स लिमफैटिक वैसल्स को ब्लॉक करती हैं। इससे स्तन में तरल पदार्थ जमा होने लगता है। स्तन में द्रव का संचय एडिमा के रूप में जाना जाता है। यह स्तन में सूजन के रूप में दिखाई देता है।
पॉ द’ऑरेंज के अलावा, स्तन कैंसर के अन्य लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
- स्तन के एक तिहाई या अधिक हिस्सा सूजन या लालिमा से कवर होना
- स्तन पर एक गुलाबी, लाल, बैंगनी, या त्वचा की चोट का निशान जो तेजी से बढ़ना या ब्रेस्ट में भारीपन महसूस होना
- ब्रेस्ट का साइज अचानक बढ़ जाना
- ब्रेस्ट के आसपास, अंडरआर्म्स और कॉलर बोन के पास सूजन होना
- ब्रेस्ट में भारीपन, जलन या दर्द महसूस होना
लिम्फेडिमा (Lymphedema)
लिम्फ वेसेल्स के ब्लॉक होने की स्थिति को लिम्फेडिमा कहते हैं। इसके शुरुआती दौर में होने पर परेशानी कम हो सकती है लेकिन, सेकेंड्री स्टेज होने पर निम्नलिखित बीमारियों का खतरा हो सकता है।
- कैंसर (Cancer)
- मोटापा (Obesity)
- इंफेक्शन (Infection)
- क्रॉनिक शिरापरक अपर्याप्तता (chronic venous insufficiency)
- बर्थ डिफेक्ट (Birth defect)
इनमें में कोई भी परेशानी महसूस होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
और पढ़ें : कैंसर को हराकर असल जिंदगी में भी ‘ हीरोइन ‘ बनीं ये अभिनेत्रियां
इंफेक्शन (Infection)
टिशू के सॉफ्ट होने की स्थिति में पॉ द’ऑरेंज होने की संभावना बढ़ सकती है। स्किन और सॉफ्ट टिशू इंफेक्शन के कारण पॉ द’ऑरेंज हो सकता है। उदाहरण के लिए एसिनेटोबैक्टर बाउमाननी (Acinetobacter baumannii) सेल्युलाइटिस का कारण बन सकता है, जो त्वचा में संक्रमण और त्वचा के नीचे के ऊतकों में होता है। इससे पॉ द’ऑरेंज हो सकता है।
सेल्यूलाइट (Cellulite)
सेल्यूलाइट से तात्पर्य त्वचा के नीचे की असमान वसा के जमाव से है, जो त्वचा को धुंधला और उबाऊ बना देता है। सेल्यूलाइट एक नारंगी छिलके के छिलके जैसा हो सकता है, लेकिन लोग इसे शायद ही कभी पॉ द’ऑरेंज के रूप में संदर्भित करते हैं। 80-90 प्रतिशत महिलाओं में स्तन के पास फैट अत्यधिक बढ़ जाता है। ऐसा पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होता है। यह उन लोगों में अधिक सामान्य है जो अधिक वजन वाले हैं या जिनके परिवार में सेल्युलाइट का इतिहास है।
[mc4wp_form id=’183492″]
ब्रेस्ट में सूजन आना (Swelling of the breast)
प्रेग्नेंसी के दौरान या बाद में ब्रेस्ट का साइज बढ़ जाता है। इस स्थिति को भी पॉ द’ऑरेंज कहते हैं। अगर प्रेग्नेंट लेडी ब्रेस्ट में सूजन जैसी लक्षणों को नोटिस करती हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। अपने डॉक्टर को इस बारे में जरूर बताएं। हालांकि, गर्भवती महिलाएं इंफ्लामेटरी ब्रेस्ट कैंसर का विकास कर सकती हैं, इसलिए यदि आप पॉ द’ऑरेंज को नोटिस करते हैं, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर को बताना चाहिए। यदि गर्भावस्था में पॉ द’ऑरेंज सौम्य है, तो सूजन को हल करने के बाद इसे हल करना चाहिए।
और पढ़ें : क्या होगा यदि कैंसर वाले पॉलिप को हटा दिया जाए, जानें
पॉ द’ऑरेंज का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of peau d’orange)
- डॉक्टर पॉ द’ऑरेंज की स्थिति में शारीरिक परीक्षण करेंगे और वे प्रभावित एरिया की बायोप्सी भी कर सकते हैं। ब्रेस्ट बायोप्सी से यह पता चल सकता है कि कहीं ये कैंसर तो नहीं है।
- बायोप्सी के साथ-साथ डॉक्टर पेशेंट को मैमोग्राम या ब्रेस्ट MRI करवाने की सलाह भी दे सकते हैं। शारीरिक जांच के बाद ही डॉक्टर सही बीमारी की जानकारी दे सकते हैं। इसलिए शरीर पर बढ़े हुए फैट से ये नहीं समझें कि यह मोटापा है। डॉक्टर से संपर्क कर सही इलाज करवाएं।
पॉ द’ऑरेंज का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment of peau d’orange)
पॉ द’ ऑरेंज का इलाज हर किसी के लिए अलग हो सकता है, क्योंकि इसका इलाज कारण के आधार पर होता है।
और पढ़ें: आपको जरूर पता होना चाहिए, प्रोस्टेट कैंसर के ये प्रभावकारी घरेलू इलाज
ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer)
इंफ्लामेटरी ब्रेस्ट कैंसर का इलाज दूसरे ब्रेस्ट कैंसर की तरह कीमोथेरेपी, सर्जरी, रेडिएशन, हॉर्मोनल थेरेपी के जरिए किया जाता है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि कैंसर की कौन सी स्टेज है। इंफ्लामेटरी ब्रेस्ट कैंसर बहुत आक्रामक है, जिस वजह से इसकी सर्जरी में हमेशा मास्टेक्टॉमी और लिम्फ नोड विच्छेदन शामिल होता है।
लिम्फेडिमा (Lymphedema)
लिम्फेडिमा का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि यह शरीर के किस हिस्से में है। इसके इलाज में निम्न तरीके शामिल हो सकते हैं:
- कंप्रेशन गारमेंट्स (compression garments)
- एक्सरसाइज (exercises)
- मसाज (massage)
लिम्फेडिमा से जुड़े इंफेक्शन के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स भी दी जाती हैं। कई बार इसके इलाज के लिए ड्रेनेज और सर्जरी की जरूरत होती है।
और पढ़ें : क्यों और किसे है ऑस्टियो सार्कोमा कैंसर का खतरा ज्यादा?
सेल्यूलाइट (Cellulite)
नीचे बताए उपाय सेल्यूलाइट को कम करने में मदद कर सकते हैं:
- वजन कम करना (losing weight)
- एक्सरसाइज करना (exercising)
- प्रभावित क्षेत्र में ट्रॉपिकल क्रीम या ऑयल लगाना (applying topical creams or oils to the area)
- प्रभावित क्षेत्र में मसाज करना (massaging the area)
- प्रभावित क्षेत्र की सिकाई करना (applying increased heat to the area)
हमें उम्मीद है आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। इस आर्टिकल में पॉ द’ ऑरेंज से जुड़ी हर जानकारी देने की कोशिश की गई है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से कंसल्ट करें।