कैफीन कॉफी, चाय, सॉफ्ट ड्रिंक आदि से शरीर तक पहुंचता है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि कैफीन लाभदायक है तो कुछ इसे नुकसानदेह समझते हैं। कैफीन और ब्लड प्रेशर के संबंध में भी विशेषज्ञों के दो मत हैं। आप इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि आखिर क्या कैफीन का सेवन करने से ब्लड प्रेशर में कोई असर होता है, अगर हां तो क्या कैफीन का सेवन बिल्कुल बंद कर देना चाहिए या कुछ मात्रा में कैफीन को लिया जा सकता है।
कैफीन और ब्लड प्रेशर के संबंध के बारे में क्या कहती है शोध?
- एएचए जर्नल में प्रकाशित सन् 2000 में की गई एक शोध के अनुसार कैफीन और ब्लड प्रेशर का यह संबंध है कि कैफीन सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दोनों प्रकार के ब्लड प्रेशर को बढ़ाती है।
- सन् 2017 में किए गए एक शोध के अनुसार कॉफी का कोई नकारात्मक प्रभाव हाइपरटेंशन पर नहीं पड़ता है। सावधानियों के साथ कॉफी पी जाए तो यह सुरक्षित होती है।
- कई स्टडी के अनुसार कैफीन का असर हर किसी पर एक जैसा नहीं पड़ता है। यदि आपको कॉफी या चाय आदि पीने की आदत है तो हो सकता है कि कैफीन और ब्लड प्रेशर का कोई संबंध आपको नजर न आए। वहीं यदि आपको चाय-कॉफी पीने की आदत नहीं है और आपने पीना शुरू किया है तो कैफीन की वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
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हाई ब्लड प्रेशर क्या है?
हाइपरटेंशन को ही हाई ब्लड प्रेशर भी कहा जाता है। हाई ब्लड प्रेशर का अर्थ है रक्त वाहिकाओं में रक्त का दबाव बढ़ जाना। रक्त का दबाव बढ़ने के कारण दिल और तेजी से काम करने लगता है। इसके कारण स्ट्रोक या हार्ट अटैक आ सकता है। यदि ब्लड प्रेशर रीडिंग 120/80 mmHg हो तो यह नॉर्मल ब्लड प्रेशर कहलाती है। 120/80 mmHg से बढ़कर 139/89 mmHg तक की रीडिंग को प्री-हाइपरटेंशन माना जाता है। वहीं 140/90 mmHg से हाई ब्लड प्रेशर के खतरे की घंटी बज जाती है। 140/ 90 mmHg से अधिक ब्लड प्रेशर को ही हाइपरटेंशन की श्रेणी में गिना जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर के क्या कारण हैं?
आज की दुनिया में बिगड़ती जीवशैली ही सबसे बड़ी बीमारी है। हाइपरटेंशन के कारणों में भी खराब लाइफस्टाइल भी आता है। हाइपरटेंशन का मुख्य कारण खराब डायट, एक्सरसाइज ना करना व स्ट्रेस या तनाव ही है। मोटापा, धूम्रपान, शराब, आहार उच्च रक्तचाप में अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए इनको कंट्रोल में रखना जरूरी है। आप चाहें तो बी एम आई कैलक्युलेटर के तीन स्टेप में ही आप जान सकते हैं कि आप मोटापे के कितने करीब हैं?
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हाई ब्लड प्रेशर के खतरे क्या हैं?
- आंखों की रोशनी धुंधली हो जाती है या अंधापन भी आ सकता है।
- धमनियां संकुचित हो जाती हैं। इस कारण ही दिल, किडनी, मस्तिष्क सामान्य रूप से काम करना बंद कर देता है। इसके कारण ही अंगों के क्षतिग्रस्त होने का खतरा हो जाता है। हार्ट अटैक, किडनी फेलियर या इरेक्टाइल डिसफंक्शन इसी के परिणाम हैं।
- हाइपरटेंशन के खतरे में दिल के बाद दिमाग आता है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण याद्दाश्त में कमी के साथ ही ब्रेन स्ट्रोक व ब्रेन हैमरेज की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। चूंकि दिमाग को काम करने के लिए सुचारू रक्त व ऑक्सिजन के प्रवाह की आवश्यकता होती है।
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कैफीन क्या है ?
कैफीन का सेवन अधिकतर लोग करते हैं। कुछ विशेषज्ञों की मानें तो कैफीन आपके शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती है। कैफीन कॉर्टिसोल( cortisol) और एड्रेनल (adrenaline) को शरीर में बढ़ाने का काम करता है। यह स्टीमूलेंट की तरह काम करते हैं, जिस कारण सेंट्रल नर्व सिस्टम और ब्रेन तेजी से काम करने लगता है। कैफीन और ब्लड प्रेशर का संबंध कैफीन के कारण बढ़े हुए हार्ट रेट और शरीर के तापमान के कारण से भी समझा जा सकता है। दिल का तेजी से काम करना या शरीर का तापमान बढ़ने के कारण रक्त वाहिकाओं को भी तेजी से काम करना पड़ता है जिस कारण ब्लड प्रेशर बढ़ने की संभावना होती है। यदि कैफीन के नुकसानों की बात की जाए तो कैफीन के कारण हृदय असामान्य तरह से काम करता है। डिहाइड्रेशन, बार-बार पेशाब आना, सिर दर्द, नींद न आना या बेचैनी और मितली आना आदि की स्थितियां कुछ लोगों में दिखाई दे सकती हैं। कैफीन के सेवन से पीरियोडिक लिंब मूवमेंट डिसऑर्डर के होने का भी खतरा होता है।
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कई विशेषज्ञों का मानना है कि कैफीन नुकसान ही नहीं फायदा भी पहुंचा सकता है। इसके लिए सही मात्रा में कैफीन का उपयोग करना चाहिए। फायदों के चक्कर में बहुत ज्यादा कैफीन लेना खतरनाक हो सकता है। यदि आप कैफीन लेने की सोच रहे हैं तो इन बातों का ख्याल रखें।
- अगर आपको कैफीन या उसमें पाए जाने वाले किसी भी तत्व से एलर्जी की समस्या है।
- उन दवाओं के बारे में भी सूचित करें जो आप बिना डॉक्टरी सलाह के सेवन कर रहे है।
- आपको चिंता, घबराहट, अल्सर, अनिद्रा, दौरे (ऐंठन), हृदय रोग तो नहीं।
- अपनी सभी दवा के बारे में डॉक्टर को बताएं जैसे हर्बल, जनरल मेडिसिन, और सप्लिमेंट।
यदि आप जानना चाहते हैं कैफीन और ब्लड प्रेशर में संबंध तो क्या करें?
यदि आप कैफीन और ब्लड प्रेशर में संबंध जानना चाहते हैं तो आप कैफीन यानी चाय या कॉफी आदि लेने से पहले अपना ब्लड प्रेशर चेक करें। इसके बाद जब आप चाय-कॉफी ले चुके हो तो उसके बाद दुबारा ब्लड प्रेशर चेक करें। यदि आपका ब्लड प्रेशर 10 से अधिक नजर आए तो हो सकता है कि आपके लिए कैफीन नुकसानदायक हो सकता है। यदि कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा और फिर भी आप कैफीन और ब्लड प्रेशर को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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कैफीन और ब्लड प्रेशर में संबंध दिखाई दे तो क्या है उपाय?
- यदि आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो किसी भी शारीरिक एक्टिविटी से पहले जैसे एक्सरसाइज या फिजिकल वर्क से पहल कैफीन न लें।
- कैफीन की एक निश्चित मात्रा ही लें, बहुत ज्यादा कैफीन नुकसान पहुंचा सकता है।
- यदि आप प्रेग्नेंट हैं तो कैफीन से दूरी बनाएं या 200 mg से ज्यादा एक दिन में न लें। चूंकि कैफीन गर्भपात या बच्चे के वजन कम होने का कारण बन सकता है।
- ब्लड प्रेशर चेक कराने में ही भलाई
- हाइपरटेंशन के अधिकतर मरीजों को यह पता ही नहीं होता कि वह हाइपरटेंशन के शिकार हो गए हैं। इसलिए करीब छह महिने में ब्लड प्रेशर चेकअप करना हाइपरटेंशन से बचाव ही है।
कैफीन और ब्लड प्रेशर में संबंध के लिए कोई शोध हो या न हो यदि आपको लगता है कि यह आपको प्रभावित कर रहा है तो कैफीन की मात्रा एकदम करने के बजाए धीर-धीरे कम करें। चूंकि एकदम कैफीन छोड़ने से भी नुकसान पहुंच सकता है।
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