जब हमें मानसिक तौर पर समस्या होती है तो हम उसे ठीक करने के लिए मेंटल थेरिपी का इस्तेमाल करते हैं। ठीक उसी तरह जब रिश्ते में कोई परेशानी या अनबन होती है तो हम लोग कपल्स थेरिपी (couple therapy) का सहारा लेते हैं। कई बार कपल्स के रिश्तों में ऐसी दिक्कतें आने लगती हैं कि उनका रिश्ता उलझता चला जाता है। कभी-कभी उनके बीच मनमुटाव की ऐसी स्थिति बन जाती है कि वो एक-दूसरे से बात नहीं करते। ऐसा होने पर क्या किया जाए, अपने रिश्ते में सुधार कैसे किया जाए, दोनों के मन में कहीं न कहीं ये सवाल आता ही होगा। तो अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं, तो कपल थेरिपी को अपनाना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। कपल थेरिपी पर ज्यादातर लोंगो को शंका भी होती है, कि भला यह थेरिपी कैसे किसी रिश्ते को टूटने से बचा सकती है? कपल थेरिपी में काउंसलर आपको आपके पार्टनर का नजरिया समझाने और दिखाने में मदद करता है जिससे रिश्ते में बढ़ रही गलतफहमियां कम होती है।