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क्या महिलाओं में हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या पुरुषों से होती है अलग?
महिलाओं में हाय कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol in Women) की समस्या पुरुषों की अपेक्षा थोड़ी अलग होती है। महिलाओं में पुरुषों की तुलना में एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर ज्यादा होता है। ऐसा महिला सेक्स हार्मोन एस्ट्रोजन (Estrogen) के कारण होता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की मानें तो, महिलाओं में एस्ट्रोजन के कारण मेस्ट्रुअल सायकल विभिन्न फेस में कोलेस्ट्रॉल के स्तर भिन्नता पाई जाती है। एस्ट्रोजन के बढ़ने पर एचडीएल हॉर्मोन बढ़ जाता है और वहीं साथ ही एलडीएल का स्तर भी कम होना शुरू हो जाता है। जब महिलाओं में मोनोपॉज यानी पीरियड्स बंद हो जाते हैं, तो कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ना शुरू हो जाता है। ऐसा महिलाओं में 50 से 55 साल की उम्र में होना शुरू हो जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान प्रीक्लेम्पसिया (preeclampsia) या फिर जेस्टेशनल डायबिटीज (gestational diabetes) हार्ट डिजीज के खतरों को बढ़ा देती है। महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है लेकिन डिलिवरी के बाद नॉर्मल हो जाता है।
कुछ बीमारियों के दौरान महिलाओं में हाय कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol in Women) की संभावना अधिक होती है। अधिक उम्र, एक्सरसाइज की कमी, मोटापा होना, खानपान ठीक न होना, डायबिटीज की समस्या, पीसीओएस (PCOS), प्रेग्नेंसी में हाय ब्लड प्रेशर (preeclampsia) आदि के कारण महिलाओं में हाय कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol in Women) की समस्या हो सकती है।
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कितना कोलेस्ट्रॉल लेवल है महिलाओं के लिए सही?
जब कोलेस्ट्रॉल का लेवल 200 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर होता है, तो उसे हाय कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। ये वैल्यू महिलाओं और पुरुषों के लिए समान रहता है। महिलाओं में एचडीएल लेवल 50 mg/dL से कम होता है, तो इसे हार्ट डिजीज के लिए की संभावना को बढ़ा देता है। 60 mg/dL एचडीएल लेवल महिलाओं के लिए ठीक रहता है। महिलाओं में एलडीएल लेवल 100 mg/dL से कम तब सही माना जाता है, जब कोई हार्ट डिजीज न हो। हार्ट डिजीज होने पर 70 mg/dL से कम कोलेस्ट्रॉल बेहतर माना जाता है। महिलाओं को हर पांच साल में अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच करानी चाहिए। 55 से 65 वर्ष की महिलाओं को हर एक से दो साल में कोलेस्ट्रॉल स्क्रीनिंग करवानी चाहिए।
जिन महिलाओं का कोलेस्ट्रॉल लेवल अधिक होता है, डॉक्टर उन्हें स्टेटिन दवाओं को खाने की सलाह देते हैं। डायट और लाइफस्टाइल चेंज करना भी बहुत जरूरी हो जाता है। महिलाओं को मोनोपॉज के बाद कोलेस्ट्रॉल लेवल को मेंटन रखने की अधिक आवश्यकता होती है। एल्कोहॉल (Alcohol) और स्मोकिंग को छोड़कर, खाने में हेल्दी फूड्स को स्थान देकर और नियमित समय पर चेकअप कराकर कोलेस्ट्रॉल लेवल को मेंटन रखा जा सकता है।
आपका स्वास्थ्य काफी हद तक आपकी आदतों पर निर्भर करता है। अगर आप अच्छी आदतें अपनाएंगी तो आपका स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा। रोजाना एक्सरसाइज करने के साथ ही आपको खाने में पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। आप चाहे तो इस संबंध में एक्सपर्ट से भी बात कर सकती हैं कि किन फूड्स को खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ सकती है। डॉक्टर से परामर्श के बाद ही दवाओं का इस्तेमाल करना चाहिए। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। इस आर्टिकल में हमने आपको महिलाओं में हाय कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol in Women) के संबंध में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।