हार्ट पल्स रेट को समझना है, तो इसे इस तरह समझा जा सकता है कि 1 मिनट में हमारा हृदय जितनी बार धड़कता है, उसे हार्ट रेट का नाम दिया गया है। यह कार्डिएक एक्टिविटी को मापने का एक तरीका है। आमतौर पर इसे अलग-अलग गणना की मदद से मापा जा सकता है। एक वयस्क और बच्चे के लिए साठ बीट्स प्रति मिनट से कम की गणना को लो पल्स रेट (Slow heart pulse rate) माना जाता है। आमतौर पर उम्र के साथ व्यक्ति की हार्ट पल्स रेट धीमी होती चली जाती है, लेकिन यदि व्यक्ति को हार्ट से संबंधित समस्याएं हैं, तो इसे एक कंडिशन के तौर पर माना जाता है और पल्स रेट तेज भी हो सकती है। इस आर्टिकल में जानें लो पल्स रेट (Slow heart pulse rate) की समस्या के बारे में।