नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) के अनुसार डिस्पनिया सांस लेने की समस्या से संबंधित एक गंभीर रोग है। रोगियों द्वारा अनुभव की जाने वाली कई अलग-अलग सेंसेशंस इस श्रेणी में शामिल हैं। पल्मोनरी डिजीज के रोगियों में सांस की तकलीफ का सबसे आम कारण डिस्पनिया है। ऐसा माना जाता है कि ऑर्थोपनिया (Orthopnea), डिस्पनिया (Dyspnea) का एक लक्षण है। अबऑर्थोपनिया (Orthopnea) कारणों के बारे में जानिए।
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ऑर्थोपनिया के कारण कौन से हैं? (Causes of Orthopnea)
ऐसा माना जाता है कि ऑर्थोपनिया (Orthopnea) की समस्या आमतौर पर इसलिए होती है क्योंकि रोगी का दिल इतना मजबूत नहीं होता है कि वो फेफड़ों द्वारा भेजे गए पूरे खून को पंप आउट कर सके। इसे हार्ट फेलियर भी कहा जाता है। हार्ट डिजीज(Heart Disease) , कार्डियोमायोपैथी (Cardiomyopathy) , हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) और अन्य समस्याएं कमजोरी का कारण बन सकती है। हार्ट फेलियर के कारण फेफड़ों के आसपास तरल पदार्थ जमा हो जाता है और बाद में अंदर रिसने लगता है।
लेकिन, अब सवाल यह है कि जब हम लेटते हैं तो यह समस्या बदतर क्यों हो जाती है? इसके पीछे भी एक कारण है। हम एक आधी भरी हुई पानी की बोतल का उदहारण लेते हैं। अगर हम इसे सीधा खड़ा करते है, तो इसमें हवा के लिए अच्छी स्पेस होता है। लेकिन, जैसे ही आप इसे लिटाते हैं, तो पानी बोतल की एक साइड को कवर कर लेता है। ऐसा ही हमारे लंग्स के साथ भी होता है जब हम लेटते हैं और जब हमें सांस लेने में समस्या होती है। यही नहीं, जब हम लेटते हैं तो खून टांगों और पैरों से छाती और पेट तक मूव करता है। सामान्यतया यह कोई समस्या नहीं है। लेकिन,अतिरिक्त प्रेशर के कारण एक कमजोर हार्ट अतिरिक्त ब्लड को पंप नहीं कर पाता। ऐसे में हमारे लंग्स जब हम खड़े होते हैं, उसकी तुलना में बहुत अधिक फ्लूइड को अब्सॉर्ब कर सकते हैं।
दुर्लभ मामलों में लंग्स में फ्लूइड के कुछ नॉन-हार्ट रिलेटेड कारण भी हैं जैसे:
- एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (Acute Respiratory Distress Syndrome) : इसका कारण ट्रामा, इंफेक्शन या अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
- हाय-एल्टीट्यूड पल्मोनरी एडिमा (High-Altitude Pulmonary Edema) : यह समस्या तब होती है जब आप हाय-एल्टीट्यूड वाली जगह (आमतौर पर 8,000 फीट से अधिक ऊंचाई) तक जल्दी ट्रेवल करते हैं या वहां के आदि होने से पहले ही अधिक एक्टिव हो जाते हैं।
- नर्वस सिस्टम ट्रामा (Nervous System Trauma) : यह समस्या एक्सीडेंट, सीजर या ब्रेन सर्जरी आदि के कारण हो सकती है।
- ड्रग रिएक्शन (Drug Reaction) : ड्रग रिएक्शन किसी अवैध ड्रग जैसे कोकीन या ओवर द काउंटर दवाईयां जैसे एस्पिरिन के कारण हो सकता है ।
- ब्लड क्लॉट्स (Blood Clots) : पल्मोनरी एम्बोलिस्म (Pulmonary Embolism) में टांगों से लेकर लंग तक क्लॉट ट्रेवल कर सकता है।
- टॉक्सिंस (Toxins) : हवा के माध्यम से स्मोक या अन्य टॉक्सिंस को ब्रीद करना। जानिए, किस तरह से संभव है इस बीमारी का निदान?
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ऑर्थोपनिया का निदान (Diagnosis of Orthopnea)
ऑर्थोपनिया (Orthopnea) किसी अन्य कंडीशन का लक्षण हो सकता है जैसे हार्ट फेलियर (Heart Failure)। ऐसे में डॉक्टर सबसे पहले अंडरलायिंग कारण को पहचानने की कोशिश करेंगे। डॉक्टर सांस लेने में समस्या की टाइमिंग और गंभीरता को चेक करने के लिए शारीरिक जांच भी कर सकते हैं। वो रोगी के अन्य लक्षणों और मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानेंगे। इसके साथ ही आपके डॉक्टर इन टेस्ट्स को करवाने की सलाह दे सकते हैं:
छाती का एक्स-रे या सीटी-स्कैन (Chest X-Ray or CT Scan)
छाती का एक्स-रे या सीटी-स्कैन छाती के अंदर की तस्वीर पाने के लिए किया जाता है, ताकि डॉक्टर को यह पता चले कि आपके फेफड़ों या हार्ट में कोई समस्या तो नहीं है।
इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफी (Electrocardiography)