हार्ट से संबंधित बीमारियों को ठीक करने के लिए कई प्रकार की दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। अगर दवाओं का इस्तेमाल सही समय पर किया जाए, तो कई बीमारियों को ठीक भी किया जा सकता है। वेसोडायलेटर (Vasodilator) एक प्रकार के एजेंट्स होते हैं, जो मस्कुलर वॉल्व (Muscular valve) को आराम देने का काम करते हैं। इस कारण से ब्लड वैसल्स को खुलने में मदद मिलती है। हार्ट डिजीज में वेसोडायलेटर जरूरी है या नहीं, ये जानकारी आवश्यक है। वेसोडायलेटर ब्लड वैसल्स को डायलेट करते हैं और ब्लड के फ्लो को बढ़ाने में मदद करते हैं। ये ब्लड प्रेशर (Blood pressure) को भी कंट्रोल करने का काम करते हैं। वेसोडायलेटर (Vasodilator) का इस्तेमाल हायपरटेंशन यानी हाय ब्लड प्रेशर, एंजाइना और हार्ट फेलियर की समस्या को दूर करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको विभिन्न प्रकार के वेसोडायलेटर के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जो हार्ट डिजीज (Heart disease) के दौरान इस्तेमाल किए जाते हैं। जानिए हार्ट डिजीज में वेसोडायलेटर (Vasodilators in heart disease) के इस्तेमाल के बारे में।