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हार्ट मसल है या है ऑर्गन (Heart Muscle Or an Organ)? जानिए दिल को स्वस्थ रखने के टिप्स

Written by डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


अपडेटेड 19/01/2022

    हार्ट मसल है या है ऑर्गन (Heart Muscle Or an Organ)? जानिए दिल को स्वस्थ रखने के टिप्स

    हार्ट … गर्भ से ही अपना काम करना शुरू कर देता है। इसका यह अर्थ है कि दिल कभी भी रिलैक्स पोजीशन में नहीं होता है और यह एक सामान्य गति से धड़कता रहता है। अब आप चाहे सो रहें हों या कुछ कर रहें हों। वैसे तो दिल को समझना कठिन होता है और ऐसा ही एक सवाल और है कि हार्ट मसल या ऑर्गन (Heart Muscle Or Organ) है? आज दिल से जुड़े इसी सवाल का जवाब तलाशेंगे और आपसे हार्ट मसल या ऑर्गन (Heart Muscle Or an Organ) के बारे में विस्तार से समझेंगे। 

    हार्ट मसल (Heart Muscle)

    हृदय शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। हार्ट में चार चैंबर होते हैं। इस चार चैंबर में दाहिने भाग का चैंबर कंटामिनेटेड ब्लड (Contaminated blood) यानी दूषित खून को रिसीव करता है और उसे फेफड़े यानी लंग्स में पंप करता है। लंग्स में ब्लड आने के बाद रिफाइन होकर बाएं ओर से वापस हार्ट में प्रवेश कर जाता है और यहीं से ब्लड शरीर में पंप करने का काम करता है। चलिए अब समझते हैं कि हार्ट मसल या ऑर्गन है। ह्यूमन हार्ट मस्कुलर ऑर्गन है, जो बाएं ओर के मध्य में होता है। यह एक तरह का मसल टिशू (Muscle Tissue) होता है, जिसे कार्डियक मसल (Cardiac muscle) कहते हैं। इसलिए जब दिल धड़कता है, तो यह मांसपेशी सिकुड़ जाती है, जिससे रक्त शरीर में पंप हो जाता है। 

    हार्ट मसल या ऑर्गन है: जानिए हृदय के बनावट को (Anatomy of the heart) 

    हार्ट मसल (Heart Muscle)

    हृदय की दिवार तीन लेयर की बनी होती है। बीच वाली लेयर मायोकार्डियम (Myocardium) कहलाती है, जो विशेष रूप से कार्डियक मसल ही है। हृदय की दिवार की तीन सतहों में यह सबसे मोटी सतह होती है। कार्डियक मसल (Cardiac Muscle) मसल टिशू का सबसे विशेष प्रकार है, जो सिर्फ हृदय (हार्ट) में ही पाया जाता है। हार्ट के कार्डियक मसल कॉन्ट्रैक्शन को कोर्डिनेट करने का काम पेसमेकर सेल्स (Pacemaker cells) का होता है, जो हार्ट के द्वारा ब्लड पंप के फंक्शन में खास भूमिका अदा करता है। वहीं हृदय के अंदर की बनावट को वाल्व (Valves) कहते हैं, जो ब्लड फ्लो को सही डायरेक्शन में मददगार होता है। 

    हार्ट मसल या ऑर्गन है यह समझने के साथ ही हार्ट के तीनों लेयर को एक-एक कर समझते हैं। 

    • मायोकार्डियम (Myocardium)- यह हार्ट का मस्कुलर टिशू है। 
    • एंडोकार्डियम (Endocardium)- यह टिशू हार्ट के अंदर की ओर लेयर बनाता है, जो हार्ट के वॉल्व और चैंबर को सुरक्षा प्रदान करता है। 
    • पेरीकार्डियम (Pericardium)- हार्ट के दूसरे पार्ट को सुरक्षा प्रदान करने के लिए पतली लेयर बनाता है। वहीं पेरीकार्डियम के अंदुरुनी हिस्से को कनेक्टिव टिशू को सुरक्षा प्रदान करने का काम एपिकार्डियम (Epicardium) करता है। 

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    हृदय का कार्य (Heart Function) क्या है? 

    हार्ट मसल (Heart Muscle)

    हृदय का मुख्य काम शरीर में ब्लड फ्लो का होता है और इसके अलावा यह हार्ट रिदम (Heart Rhythm) और हार्ट रेट (Heart Rate) की स्पीड को कंट्रोल करना है। इसके साथ ही हार्ट का एक महत्वपूर्ण कार्य यह भी है कि यह ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) को मेंटेन रखने का काम करता है। 

    हार्ट शरीर के दूसरे अंगों के साथ कैसे काम करता है? (How does your heart work with other organs?

    हार्ट शरीर के दूसरे अंगों के साथ मिलकर काम करता है और इस दौरान हार्ट रेट (Heart Rate) और बॉडी फंक्शन (Body Function) को भी कंट्रोल करने का काम करता है। वहीं हार्ट का प्राइमरी फंक्शन है-

    नर्वस सिस्टम (Nervous system)- नर्वस सिस्टम हार्ट रेट को कंट्रोल करने का काम करता है। यह एक सिंग्नल भेजता है जिससे हार्ट बीट रेस्ट करने के दौरान की गति से धड़कता है, तो वहीं अगर आप तनाव (Stress) में होते हैं, तो यह कितनी तेजी से धड़कता है।    

    एंडोक्राइन सिस्टम (Endocrine system)- इंडोक्राइन सिस्टम हॉर्मोन (Hormone) के कार्य में सहायक होता है। हॉर्मोन ब्लड वेसल को कॉन्स्ट्रीक्ट या रिलेक्स करने के लिए सूचना भेजता है, जिसका असर ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) पर पड़ता है। क्लीवलैंड क्लिनिक (Cleveland Clinic) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार थायरॉइड ग्लैंड (Thyroid gland) के हॉर्मोन हार्ट को तेज या फिर कम स्पीड से धड़कने की सूचना देते हैं।  

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    किस कंडिशन या डिसॉर्डर का हार्ट पर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है? (Conditions and Disorders affect the human heart)

    हार्ट मसल या कार्डियक मसल का ठीक तरह से काम करना बेहद जरूरी है। वहीं निम्नलिखित हेल्थ कंडिशन हार्ट मसल के फंक्शन पर अपना बुरा प्रभाव डाल सकती है। जैसे:

    • एट्रियल फिब्रिलेटशन (Atrial fibrillation)- एट्रियम के इलेक्ट्रिकल इम्पल्स का ठीक तरह से काम नहीं करना। 
    • एरिदमिया (Arrhythmia)- हार्ट बीट का सामान्य गति से ना धड़कना। इस दौरान दिल के धड़कने की गति सामान्य से तेज या कम हो सकती है। 
    • कार्डियोमायोपैथी (Cardiomyopathy)- हार्ट मसल (Heart muscle) का बढ़ना, सख्त होना या सामान्य से ज्यादा मोटा होना।  
    • कंजक्टिव हार्ट फेलियर (Congestive heart failure)- जब हार्ट ब्लड पंप करने में सक्षम ना हो। 
    • हार्ट अटैक (Heart attack)- अचानक से कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज होना, हार्ट मसल (Heart Muscle) से ऑक्सिजन (Oxygen) को रोकने का काम करते हैं।  
    • पेरिकार्डिटिस (Pericarditis)- हार्ट मसल (Heart Muscle) के अंदुरुनी सतहों में सूजन (Inflammation) आना। 

    इनमें से कोई भी स्थितियां हार्ट के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं। इसलिए दिल का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। 

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    हार्ट मसल या ऑर्गन है: हार्ट को हेल्दी रखने के लिए क्या करें? (Tips for Healthy Heart) 

    क्लीवलैंड क्लिनिक (Cleveland Clinic) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार हार्ट को हेल्दी रखने के लिए निम्नलिखित टिप्स फॉलो करना चाहिए। जैसे: 

    • अपने शरीर और उम्र के अनुसार शरीर का वजन (Weight) संतुलित बनाये रखें। 
    • एल्कोहॉल (Alcohol) का सेवन ना करें या कम से कम करें। 
    • हृदय के लिए लाभकारी खाद्य पदार्थों जैसे फल (Fruits), सब्जियां (Vegetables) और साबूत आनाज (Whole Grain) का सेवन करें। 
    • एक सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम तीव्रता वाले एक्सरसाइज (Exercise) को करें। 
    • सोडियम (Sodium) का सेवन लिमिट में करें। 
    • तनाव (Stress) से दूर रहें।  
    • स्मोकिंग (Smoking) ना करें और स्मोकिंग जोन (Smoking zone) से भी दूर रहें। 

    इन छोटी-छोटी टिप्स को फॉलो कर हार्ट को हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है। 

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    नोट: सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार अगर आप डायबिटीज (Diabetes) या हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) के पेशेंट हैं, तो डॉक्टर से कंसल्ट में रहें। डायबिटीज या हाय ब्लड की वजह से दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ सकती है।

    दिल को अगर सामान्य शब्दों में समझें तो हार्ट सर्क्युलेटरी सिस्टम (Circulatory System) का प्राइमरी ऑर्गन है। यह आपके पूरे शरीर में ब्लड पंप करने का काम करता है। आपकी हार्ट बीट को कंट्रोल करने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर लेवल (Blood Pressure Level) को भी बैलेंस बनाये रखता है। अगर देखा जाए तो दिल एक घर की तरह है। इसमें दीवारें, कमरे, दरवाजे, प्लंबिंग और एक इलेट्रिकल सिस्टम मौजूद होते हैं। हृदय के सभी भाग रक्त के प्रवाह को बनाए रखने के लिए एक साथ काम करते हैं और पोषक तत्वों को अन्य अंगों तक पहुंचाने का भी काम हार्ट मसल ही करता है। 

    उम्मीद करते हैं इस आर्टिकल में आपको हार्ट की बनावट, काम करने का तरीका और हार्ट मसल है या ऑर्गन से जुड़ी जानकारी अच्छी लगी होगी। वहीं अगर आप हार्ट (Heart) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर आप हार्ट की समस्या से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन (Health condition) को ध्यान में रखकर हार्ट का इलाज (Treatment for Heart) शुरू करेंगे।

    स्वस्थ्य रहने के लिए अपने दिनचर्या में नियमित योगासन शामिल करें। योग की शुरुआत करने से पहले नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें और योग के फायदे (Benefits of yoga) और योग करने के लिए क्या है सही तरीका इसे समझें। ध्यान रखें गलत तरीके से योग करने से शारीरिक परेशानी बढ़ सकती है।

    डिस्क्लेमर

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