इसके अलावा भी कुछ अन्य लक्षण हो सकते हैं जो रोगी को अनुभव हो सकते हैं। इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। अब जानिए लीकी हार्ट वॉल्व (Leaky Heart Valve) या हार्ट वॉल्व रिगर्जेटेशन (Heart valve regurgitation) के कारणों के बारे में।
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लीकी हार्ट वॉल्व के कारण (Causes of Leaky Heart Valve)
हार्ट के चारों वॉल्वस में से किसी भी भी यह समस्या हो सकती है। इन वॉल्वस में तीन फ्लैप्स होते हैं । लेकिन, कुछ लोग केवल दो फ्लैप्स के साथ भी जन्म लेते हैं। यह भी लीकिंग वॉल्व (Leaking valve) का कारण बन सकता है। ट्रॉमा (Trauma) भी हार्ट वॉल्व के लीक करने का कारण हो सकता है। हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure), पल्मोनरी हायपरटेंशन (Pulmonary hypertension), और एंलार्जड हार्ट (Enlarged Heart) भी इस समस्या की वजह हो सकते हैं। यही नहीं, कुछ हार्ट सर्जरीज को भी बच्चों में हार्ट डिफेक्ट्स के साथ जोड़ा कर देखा जा सकता है, जो उनके जीवन में बाद में लीकिंग वॉल्व (Leaking valve) का कारण बनते हैं।
रिस्क फैक्टर्स (Risk factors of Leaky Heart Valve)
लीकी हार्ट वॉल्व (Leaky Heart Valve) के सामान्य रिस्क फैक्टर्स में अधिक उम्र, फैमिली हिस्ट्री, हार्ट इंफेक्शन की हिस्ट्री होना, हाय कोलेस्ट्रॉल, हाय ब्लड प्रेशर, मोटापा, डायबिटीज, स्मोकिंग और फिजिकल एक्सरसाइज ना करना आदि शामिल हैं। इसके साथ ही कुछ दवाईयां भी इस समस्या का कारण बन सकती हैं। आनुवंशिक या उम्र से संबंधित रिस्क फैक्टर्स को बदला नहीं जा सकता है। लेकिन, जितना संभव हो सके कंट्रोलेबल रिस्क फैक्टर्स को प्रबंधित या कम करने से लीकी रिस्क फैक्टर्स को कम किया जा सकता है। जैसे स्मोकिंग न करें, हेल्दी वेट बनाए रखें, रोजाना व्यायाम करें आदि। लेकिन, अगर आपको कोई बीमारी या समस्या है तो कोई भी एक्सरसाइज प्रोग्राम या डायट में बदलाव से पहले डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें। जानिए कैसे हो सकता है इस रोग का निदान?
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लीकी हार्ट वॉल्व का निदान (Diagnosis of Leaky Heart Valve)
लीकी हार्ट वॉल्व (Leaky Heart Valve) या हार्ट वॉल्व रिगर्जेटेशन (Heart valve regurgitation) के निदान के लिए आपके डॉक्टर कई तरीके अपना सकते हैं। सबसे पहले लक्षणों के बारे में जाना जाता है। इसके बाद शारीरिक जांच की जाती है। इसमें डॉक्टर स्टेथोस्कोप की मदद से रोगी के हार्ट और लंग्स को सुनते हैं। रोगी के वजन और ब्लड प्रेशर को भी जांचा जाता है। रोगी को अन्य टेस्ट्स कराने के लिए भी कहा जा सकता है। यह टेस्ट इस प्रकार हैं:
- चेस्ट एक्स-रे (Chest X-ray)
- कार्डिएक सीटी स्कैन (Cardiac CT scan)
- कार्डिएक कैथेटेराइजेशन (Cardiac Catheterization)
- इकोकार्डियोग्राम (Echocardiogram)
- एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट (Exercise Stress Test)
इन टेस्ट्स के अलावा भी डॉक्टर कुछ अन्य टेस्ट्स करा सकते हैं। इन टेस्ट्स से इस रोग का निदान हो सकता है। उसके बाद डॉक्टर रोगी के उपचार के तरीकों को निर्धारित करते हैं। लीकी हार्ट वॉल्व (Leaky Heart Valve) के उपचार के बारे में भी जानें।

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लीकी हार्ट वॉल्व का उपचार (Treatment of Leaky Heart Valve)
लीकी हार्ट वॉल्व (Leaky Heart Valve) के कुछ मामलों में उपचार में उपचार की जरूरत नहीं होती है। लेकिन इन स्थितियों में सही उपचार आवश्यक है, जैसे:
- अगर यह समस्या आपके प्रोडक्टिव लाइफ को प्रभावित कर रही हो
- इसके कारण होने लक्षणों से आपको समस्या हो रही हो
- आपके हार्ट पर स्ट्रेन पड़ रहा हो
- आपकी उम्र के कम होने का खतरा बढ़ रहा हो
लीकी हार्ट वॉल्व (Leaky Heart Valve) को रिपेयर और रिप्लेस करने के लिए कई तरह की हार्ट वॉल्व सर्जरी के विकल्प अपनाए जा सकते हैं। आपके डॉक्टर आपकी स्थिति और अन्य फैक्टर्स के अनुसार निर्धारित करते हैं कि कौन सा तरीका आपके लिए उपयुक्त रहेगा। इन प्रोसीजर्स के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं:
- वॉल्व रिपेयर (Valve repair): वॉल्व रिपेयर में एन्युलोप्लास्टी (Annuloplasty) शामिल है, जो एक रिंग होता है। जिसका प्रयोग लीकी वॉल्व को टाइट या मजबूत करने के लिए किया जाता है।
- लीकी वॉल्व को एक डिवाइस के साथ रिप्लेस करने के लिए सर्जरी करना जो कार्बन और मेटल का बना होता है।
- मृत व्यक्ति या जानवर द्वारा डोनेट किये वॉल्व के साथ लीकी वॉल्व को रिप्लेस करने के लिए सर्जरी।