और पढ़ें : ब्लड क्लॉटिंग से जुड़ी हो सकती हैं पल्मोनरी एम्बोलिज्म कॉम्प्लीकेशन्स, जल्द से जल्द उपचार है जरूरी
पल्मोनरी वॉल्व स्टेनोसिस के रिस्क फैक्टर (Risk Factors of Pulmonary Valve Stenosis)
पल्मोनरी वॉल्व स्टेनोसिस (Pulmonary Valve Stenosis) आमतौर पर जन्म से पहले विकसित होने वाली समस्या है। इसके रिस्क-फैक्टर्स के बारे में भी अधिक जानकारी नहीं है। लेकिन, कुछ कंडीशंस और प्रक्रियाएं बाद में पल्मोनरी वॉल्व स्टेनोसिस के विकास के जोखिम को बढ़ा सकती हैं, जो इस प्रकार हैं:
- कार्सिनॉइड सिंड्रोम Carcinoid syndrome)
- रयूमेटिक फीवर (Rheumatic fever)
- नूनन सिंड्रोम (Noonan Syndrome)
- पल्मोनरी वॉल्व रिप्लेसमेंट Pulmonary valve replacement
पल्मोनरी वॉल्व स्टेनोसिस (Pulmonary Valve Stenosis) के अधिकतर मामले माइल्ड होते हैं। लेकिन, इसके कुछ मामले गंभीर हो सकते हैं। जानिए, इस समस्या की जटिलताओं के बारे में?
और पढ़ें : पल्मोनरी एम्बोलिस्म कैसे पहुंचा सकता है आपके शरीर को नुकसान, जानिए
पल्मोनरी वॉल्व स्टेनोसिस की जटिलताएं (Complications of Pulmonary Valve Stenosis)
पल्मोनरी वॉल्व स्टेनोसिस (Pulmonary Valve Stenosis) एक लाइफलॉन्ग स्थिति है, जिसमे आपको पूरी उम्र डॉक्टर की सलाह और मॉनिटरिंग की जरूरत होगी। ऐसे में इस समस्या से जुड़ी जटिलताओं के बारे में भी आपको पता होना चाहिए, जो इस प्रकार हैं:
- इंफेक्शन (Infection) : पल्मोनरी वॉल्व स्टेनोसिस(Pulmonary Valve Stenosis) जैसी हार्ट वॉल्व प्रॉब्लम्स वाले लोगों के हार्ट की इनर लायनिंग में बैक्टीरियल इंफेक्शंस के विकसित होने की संभावना उन लोगों की तुलना में अधिक होती है, जिन्हें हार्ट वॉल्व से जुड़ी कोई समस्या नहीं होती है।
- हार्ट-पंपिंग प्रॉब्लम्स (Heart-Pumping Problems) : गंभीर पल्मोनरी वॉल्व स्टेनोसिस (Pulmonary Valve Stenosis) की स्थिति में हार्ट के राइट वेंट्रिकल को पल्मोनरी आर्टरी में खून पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। बढ़े हुए दबाव के अगेंस्ट दाएं वेंट्रिकल को पंप करने से वेंट्रिकल की मांसपेशियों की दीवार मोटी हो जाती है। अंत में, हार्ट हार्ड हो जाता है और कमजोर हो सकता है।
- हार्ट फेलियर (Heart Failure): अगर राइट वेंट्रिकल सही से पंप करने में असमर्थ है, तो हार्ट फेलियर की समस्या हो सकती है। इससे पैरों व पेट में सूजन आ जाती है और थकान व सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
- इर्रेगुलर हार्टबीट या हार्ट एरिथमिया (Heart Arrhythmias) :पल्मोनरी वॉल्व स्टेनोसिस (Pulmonary Valve Stenosis) से पीड़ित लोगों में असामान्य हार्टबीट होने की संभावना अधिक होती है।
और पढ़ें : Chronic Obstructive Pulmonary Disease (COPD) : क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज क्या है?
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ( American Heart Association) के अनुसार गर्भावस्था में अगर शिशु को पल्मोनरी वॉल्व स्टेनोसिस की माइल्ड और मॉडरेट समस्या हैं, तो गर्भवती महिला को खास ध्यान रखना पड़ता है। लेकिन, अगर यह समस्या गंभीर है तो गर्भवस्था में कुछ जोखिम हो सकते हैं। इस स्थिति में प्रेगनेंसी और डिलीवरी के दौरान आपको कार्डियोलॉजिस्ट की देखरेख की भी जरूरत होगी। अब जानते हैं कि पल्मोनरी वॉल्व स्टेनोसिस (Pulmonary Valve Stenosis) के निदान किस तरह से किया जा सकता है?