लैक्टेटेड रिंगर’स सॉल्यूशन (Lactated Ringer’s Solution) एक इंट्रावेनस फ्लूइड है, जिसका इस्तेमाल डिहायड्रेशन के उपचार और शरीर में फ्लूइड बैलेंस को रिस्टोर करने के लिए किया जाता है। यह सॉल्यूशन प्रॉयमरली पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स से बना होता है। इसको कई अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) और सोडियम लैक्टेट सॉल्यूशन (Sodium lactate solution)। यह सॉल्यूशन या एलआर (LR) एक इंट्रावेनस फ्लूइड है, जिसकी सलाह आपको तब दी जा सकती है, जब आपकी सर्जरी हुई हो या आप कोई IV मेडिकेशन्स (IV medications) ले रहे हों। आज हम रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) के बारे में बात करने वाले हैं। इस सॉल्यूशन के फायदों और साइड इफेक्ट्स के बारे में जानकारी होना भी जरूरी है। आइए जानें इस बारे में विस्तार से।
रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) का इस्तेमाल कब किया जाता है?
जैसे कि पहले ही बताया गया है कि लैक्टेटेड रिंगर’स सॉल्यूशन (Lactated Ringer’s Solution) या लैक्टेटेड रिंगर’स (LR), उन दो इंट्रावेनस (IV) फ्लुइड्स में एक है, जिसका इस्तेमाल हायड्रेशन को रिस्टोर करने और शरीर में फ्लूइड को बैलेंस के लिए किया जाता है। दूसरे सॉल्यूशन को सेलाइन (Saline) कहा जाता है। एलआर (LR) एक आइसोटॉनिक फ्लूइड है। इसका अर्थ है कि इसमें ब्लड जैसा ऑस्मोटिक प्रेशर या वेट होता है। ऑस्मोटिक प्रेशर एक ऐसा मेजर है, जो इलेक्ट्रोलाइट्स और पानी जैसे सॉल्वैंट्स को ध्यान में रखता है।
यह सॉल्यूशन शरीर को सोडियम लैक्टेट भी प्रदान करता है, जिससे इसे कम या रिस्ट्रिक्टेड ब्लड फ्लो और ऑक्सीजन की स्थिति में फ्यूल के रूप में उपयोग किया जा सकता है। एक एल्कलायजिंग एजेंट (Alkalizing agent) के रूप में रिंगर’स लैक्टेट शरीर में एसिडिटी के लेवल को कम करने में मदद करता है। इसलिए डॉक्टर सेप्सिस (Sepsis) या अन्य कंडिशंस में हाय एसिड लेवल के इलाज के लिए सॉल्यूशन के रूप में उपयोग कर सकते हैं। इस सॉल्यूशन का इस्तेमाल अकेले और अन्य दवाइयों या न्यूट्रिएंट्स के साथ किया जा सकता है। अब जानते हैं कि रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution), सेलाइन से कैसे अलग है?
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रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन और सेलाइन में क्या है अंतर?
हालांकि, सेलाइन और लैक्टेटेड रिंगर’स सॉल्यूशन (Lactated Ringer’s Solution) में कुछ समानताएं हैं, लेकिन इनमें कुछ अंतर भी हैं। आइए जानते हैं पहले न दोनों के बीच की समानताओं के बारे में।
इन दोनों के बीच में क्या हैं समानताएं?
सामान्य सेलाइन और लैक्टेटेड रिंगर’स सॉल्यूशन (Lactated Ringer’s Solution) वो दो IV फ्लुइड्स हैं, इनका इस्तेमाल सामान्यतया हॉस्पिटल्स में किया जाता है। यह दोनों आइसोटोनिक फ्लुइड्स हैं। आइसोटॉनिक होने के कारण इन फ्लुइड्स में ब्लड जैसा ऑस्मोटिक प्रेशर होता है। ऑस्मोटिक प्रेशर सोल्यूट्स और सॉल्वैंट्स का मेजरमेंट है। आइसोटॉनिक होने का मतलब यह भी है कि जब आपको IV लैक्टेटेड रिंगर दिया जाता है, तो इसके कारण कोशिकाएं सिकुड़ती या बड़ी नहीं होतीं है। इसके बजाय,लिक्विड आपके शरीर में फ्लूइड की मात्रा बढ़ा देता है। अब जानते हैं रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) और सेलाइन के बीच के अंतर के बारे में।
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रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) और सेलाइन (Saline) में क्या अंतर है?
फ्लूइड मैनुफैचरेर लैक्टेटेड रिंगर’स सलूशन की तुलना में सामान्य स्लाइन में डिफरेंट कॉम्पोनेंट को डालते हैं। पार्टिकल्स में डिफरेंस का अर्थ है लैक्टेटेड रिंगर’स सॉल्यूशन (Lactated Ringer’s Solution) को उतनी देर तक इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है, जितनी देर स्लाइन का किया जा सकता है। फ्लूइड ओवरलोड से बचने के लिए यह एक लाभकारी प्रभाव हो सकता है। इसके साथ ही रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) में एडिटिव सोडियम लैक्टेट होते हैं। हमारा शरीर इस कॉम्पोनेन्ट को किसी अन्य में मेटाबॉलाइज करता है, जिसे बायकार्बोनेट (Bicarbonate) कहा जाता है। यह वो चीज है जो शरीर को कम एसिडिक बनाने में मदद कर सकती है। इसलिए, कुछ डॉक्टर रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन का इस्तेमाल कुछ मेडिकल कंडिशंस के उपचार के लिए करते हैं। जिनमें शरीर अधिक एसिडिक हो सकता है।
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यह भी माना जाता है कि डॉक्टर इस सॉल्यूशन को ट्रॉमा पेशेंट्स के लिए सामान्य सेलाइन की तुलना में अधिक प्राथमिकता देते हैं। इसके साथ ही सामान्य सेलाइन में हाय क्लोराइड कंटेंट होता है। जो कई बार रीनल वेसोकंसट्रिक्शन (Renal vasoconstriction) का कारण बन सकता है, जिसमें किडनी तक ब्लड फ्लो प्रभावित होता है। रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) कुछ IV सॉल्यूशन्स के साथ अच्छे से मिक्स नहीं होता है। इसके बजाय सामान्य सलाईन को निम्नलिखित IV सॉल्यूशन्स के साथ मिलाते हैं:
- नाइट्रोग्लिसरीन (Nitroglycerin)
- नाइट्रोप्रोसाइड (Nitroprusside)
- नॉरपेनेफ्रिन (Norepinephrine)
- प्रॉप्रैनोलॉल (Propranolol)
क्योंकि, लैक्टेटेड रिंगर’स में कैल्शियम होता है, ऐसे में इन्हें ऐसे लोगों को देने की सलाह नहीं दी जाती जो ब्लड ट्रांसफ्यूजन (Blood transfusion) से गुजर रहे होते हैं। क्योंकि, इससे उनमें ब्लड क्लॉट्स का जोखिम बढ़ सकता है। अब जानते हैं रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) के मेडिकल यूज के बारे में।
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रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) के मेडिकल इस्तेमाल किन स्थितियों में किया जाता है?
वयस्क और बच्चे सभी के लिए इस सॉल्यूशन का इस्तेमाल किया जा सकता है। कुछ लोग निम्नलिखित कारणों की वजह से इस सॉल्यूशन का इस्तेमाल कर सकते हैं:
- डिहायड्रेशन के उपचार के लिए
- सर्जरी के दौरान IV मेडिकेशन के फ्लो को फेसिलेट करने के लिए
- ब्लड लॉस या बर्न्स के बाद फ्लूइड बैलेंस को रिस्टोर करने के लिए
- IV कैथेटर वाली वेन को खुला रखने के लिए
यदि आपमें सेप्सिस या संक्रमण इतना गंभीर है कि आपके शरीर का एसिड-बेस बैलेंस खराब हो गया है, तो ऐसे में इस सॉल्यूशन को पसंदीदा उपचार माना जाता है। डॉक्टर इस सॉल्यूशन का इस्तेमाल इरिगेशनसॉल्यूशन के रूप में भी कर सकते हैं। इरिगेशन सॉल्यूशन यानी वो सॉल्यूशन जो घावों को साफ करने में इस्तेमाल होते हैं। इसका उपयोग सर्जरी के दौरान मूत्राशय या सर्जिकल साइट को इरिगेट के लिए भी किया जा सकता है। इससे बैक्टीरिया को दूर करने या सर्जिकल साइट को देखने में आसानी हो, इसमें मदद मिलती है। ध्यान रखें इस सॉल्यूशन को ड्रिंक करने के लिए इस्तेमाल नहीं करना होता है। बल्कि, इसे केवल इरिगेशन और IV यूज के लिए बनाया गया है। आइए जानते हैं रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) के साइड इफेक्ट्स के बारे में।
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रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) के साइड इफेक्ट्स
जैसा कि आप जानते ही हैं कि यह सॉल्यूशन आपके शरीर में फ्लूइड बैलेंस को बनाए रखने या प्राप्त करने में मदद करता है। लेकिन, इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। हालांकि, रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) के साइड इफेक्ट्स दुर्लभ हैं। लेकिन, इंजेक्शन साइट पर इसके कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, यह साइड इफेक्ट्स इस प्रकार हैं:
- एलर्जिक रिएक्शंस जैसे हाइव्ज, खुजली या सूजन
- डिसक्लरेशन
- इंफेक्शन
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यह तो थी रिंगर’स लैक्टेट सॉल्यूशन (Ringer’s lactate solution) के बारे में जानकारी। यह उन लो सॉल्यूशन्स में से एक है जिसकी सलाह डॉक्टर फ्लूइड के बैलेंस और शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को रिस्टोर करने में इस्तेमाल के लिए दी जाती है। दूसरी IV सॉल्यूशन सेलाइन है। यह अधिकतर लोगों के लिए सुरक्षित है। हालांकि, इससे कुछ लोगों को एलर्जिक रिएक्शंस हो सकते हैं जैसे इंजेक्शन साइड पर सूजन या खुजली आदि। कुछ मेडिकल कंडिशंस जैसे कंजेस्टिव हार्ट फेलियर (Congestive heart failure), लिवर फेलियर (Liver failure) या क्रॉनिक किडनी डिजीज (Chronic kidney disease) से पीड़ित लोगों में किसी भी तरह के IV फ्लूइड को लेने से सूजन का जोखिम बढ़ सकता है। अगर इस के बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है, तो डॉक्टर से इस बारे में अवश्य पूछें।
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