टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) की समस्या हो या टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) की। ऐसी स्थिति में डायबिटीज के शिकार लोगों को ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रखने की सबसे ज्यादा जरूरत है। इन्सुलिन इंजेक्शन की सहायता से ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) को बैलेंस रखने में मदद मिलती है। इसलिए इन्सुलिन इंजेक्शन का समय (Insulin injections time) और डोज (Dose) दोनों का ध्यान रखना आवश्यक माना गया है।
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इन्सुलिन इंजेक्शन का समय क्या होना चाहिए? (Insulin injection time)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के एवं क्लिनिकल गाइडलाइंस के अनुसार डायबिटीज पेशेंट्स को खाना खाने के 30 मिनट यानी आधे घंटे पहले इंसुलिन दी जा सकती है। वहीं कुछ रिसर्च रिपोर्ट्स में खाना खाने के 15 मिनट से 30 मिनट पहले इन्सुलिन इंजेक्शन का समय तय रखना चाहिए। हालांकि अगर इन्सुलिन एस्पार्ट प्रोटामाइन (Insulin aspart protamine) की बाते करें, तो यह टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) एवं टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) पेशेंट्स के लिए अलग-अलग बताई गई। जिन लोगों को टाइप 1 डायबिटीज की समस्या है, उन्हें खाना खाने से 15 मिनट पहले इन्सुलिन एस्पार्ट प्रोटामाइन इन्सुलिन इंजेक्शन का समय तय रखने की सलाह दी जाती है। वहीं टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए इन्सुलिन एस्पार्ट प्रोटामाइन इन्सुलिन इंजेक्शन का समय (Insulin injection time) खाना खाने के 15 मिनट बाद लेने की सलाह दी है। ऐसे ही इन्सुलिन इंजेक्शन अलग-अलग तरह की होती है, जिसे लेने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जाती है।
नोट : इन्सुलिन इंजेक्शन का समय खाना खाने के पहले या बाद में होने की जानकारी ऊपर दी गई है, लेकिन अगर इन्सुलिन इंजेक्शन (Insulin injection) लेते हैं या अब लेने की जरूरत है, तो ऐसे में इन्सुलिन इंजेक्शन का समय जो डॉक्टर तय करें आप उसे ही फॉलो करें। डॉक्टर पेशेंट की शारीरिक स्थिति को ध्यान में रखकर और बीमारी की गंभीरता को समझते हुए इन्सुलिन इंजेक्शन का समय (Insulin injection time) और इन्सुलिन इंजेक्शन का डोज (Insulin injection dose) दोनों तय करते हैं।