
इस परेशानी से जुड़े रिस्क फैक्टर्स कौन से हैं (Risk Factors of Diabetic Coma)?
डायबिटिक से पीड़ित किसी भी व्यक्ति को डायबिटिक कोमा (Diabetic Coma) का जोखिम हो सकता है। लेकिन इन स्थितियों में यह जोखिम और भी बढ़ सकता है:
इंसुलिन डिलीवरी में समस्या (Insulin Delivery Problems)
अगर आप इंसुलिन पंप कर प्रयोग करते हैं, तो आपको नियमित रूप से अपनी ब्लड शुगर की जांच करनी चाहिए। क्योंकि पंप में समस्या आने के कारण आपमें डायबिटिक कीटोएसिडोसिस की (Diabetic Ketoacidosis) समस्या हो सकती है।
कोई बीमारी, ट्रामा या सर्जरी (Any Illness, Trauma or Surgery)
अगर आप बीमार हैं या आपको चोट लगी है तो आपके शरीर में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ सकता है। यह भी डायबिटिक कीटोएसिडोसिस (Diabetic Ketoacidosis) का कारण बन सकते हैं।
मेडिकल कंडीशंस
कुछ मेडिकल कंडीशंस जैसे हार्ट फेलियर या किडनी के रोग भी डायबिटिक हायपरऑज्मोलर सिंड्रोम (Diabetic Hyperosmolar Syndrome) की स्थिति के जोखिम को बढ़ा सकती है।
डायबिटीज को अच्छे से मैनेज न करना (Poorly Managed Diabetes)
अगर आप अपनी डायबिटीज को अच्छे से मैनेज नहीं करेंगे, दवाईयां या इंसुलिन डॉक्टर की सलाह के अनुसार नहीं लेंगे तो आपको डायबिटिक कोमा (Diabetic Coma) का खतरा हो सकता है।
एल्कोहॉल का सेवन (Drinking Alcohol)
शराब ब्लड ग्लूकोज पर अप्रत्याशित प्रभाव डाल सकती है। इसके साथ ही इसके प्रभाव से आपको लौ ब्लड शुगर के लक्षणों के बारे में जानना भी मुश्किल हो सकता है। ऐसे में हायपोग्लाइसीमिया के कारण डायबिटिक कोमा (Diabetic Coma) का जोखिम बढ़ सकता है। कुछ अवैध ड्रग्स भी इस समस्या को बढ़ा सकती हैं।
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डायबिटिक कोमा का निदान (Diagnosis of Diabetic Coma)
अगर आप डायबिटिक कोमा (Diabetic Coma) के लक्षण महसूस करते हैं तो तुरंत इसका निदान और उपचार जरूरी है। इसके निदान के लिए डॉक्टर आपकी शारीरिक जांच करेंगे और आपकी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में आपसे जानेंगे। आपको इन टेस्ट्स को कराने की सलाह दी जा सकती है:
- ब्लड शुगर लेवल को जांचने के लिए टेस्ट (Blood Sugar Level Test)
- कीटोन लेवल के लिए टेस्ट (Ketone Level Test)
- खून में नाइट्रोजन और क्रिएटिनिन की मात्रा के लिए टेस्ट (Test for Amount of Nitrogen or Creatinine in Blood)
- खून में पोटैशियम, फॉस्फेट और सोडियम की मात्रा को जांचने के लिए टेस्ट (Test for Amount of Potassium, Phosphate and Sodium in your Blood)
डायबिटिक कोमा का उपचार (Treatment of Diabetic Coma)
डायबिटिक कोमा (Diabetic Coma) की स्थिति में इमरजेंसी मेडिकल ट्रीटमेंट कराना जरूरी है। यह उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि रोगी में ब्लड ग्लूकोज लेवल बहुत अधिक या बहुत कम है। जानिए, कैसे किया जाता है इसका उपचार:
हाय ब्लड शुगर की स्थिति में (High Blood Sugar)
अगर आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल बहुत अधिक है, तो आपका इलाज इस तरह से किया जा सकता है।
- आपके टिश्यूस में पानी को रिस्टोर करने में लिए इंट्रावेनस फ्लूइड का प्रयोग किया जा सकता है।
- आपके सेल्स अच्छे से काम करें इसके लिए पोटैशियम, सोडियम या फॉस्फेट सप्लीमेंट्स दिए जा सकते हैं।
- टिश्यू खून में ग्लूकोज को अब्सॉर्ब करने में मदद के लिए इंसुलिन की सलाह दी जाती है।
- किसी अंडरलाइंग इंफेक्शन के लिए सही उपचार किया जाता है।
लौ ब्लड शुगर (Low Blood Sugar)
अगर आपकी ब्लड शुगर लेवल बहुत कम है तो आपको ग्लूकेगॉन (Glucagon Injection) दिया जा सकता है। जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसके लिए इंट्रावेनस डेक्सट्रोज का प्रयोग भी किया जा सकता है।
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क्या डायबिटिक कोमा से बचाव संभव है (Prevention of Diabetic Coma)?
आप ब्लड शुगर लेवल को सही रख कर डायबिटिक कोमा (Diabetic Coma) से बच सकते हैं। अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए आप इन तरीकों को अपनाना जरुरी है:
- ऐसे आहार का सेवन करें जो आपके शरीर में ब्लड ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित रखे। इसके लिए आप हमेशा सही और संतुलित आहार को ही खाएं: जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज आदि। जंक फ़ूड या अनहेल्दी आहार से सेवन से बचें। कभी भी आपके भोजन को स्किप न करें। थोड़ी-थोड़ी देर के बाद कुछ न कुछ खाते रहें। इसके लिए आप अपने डॉक्टर और डायटिशन की सलाह ले सकते हैं।
- एल्कोहॉल के सेवन से बचें।

- अपने शुगर लेवल को नियमित रूप से चेक और रिकॉर्ड करते रहें। यही नहीं, डॉक्टर के बताए अनुसार ही दवाइयों और इंसुलिन को लें।
- शारीरिक रूप से एक्टिव रहें। व्यायाम और सैर को अपने जीवन का जरूरी हिस्सा बना लें। अपने डॉक्टर से जानें कि किस तरह से विभिन्न व्यायाम आपके ब्लड शुगर को प्रभावित कर सकते हैं।
- अगर ब्लड शुगर लेवल अधिक है तो कीटोन्स के लिए यूरिन की जांच कराएं।
- तनाव से बचें। अगर तनाव की समस्या अधिक हो तो डॉक्टर से इलाज कराएं।
- मेडिकल आइडेंटिफिकेशन नेकलेस या ब्रेसलेट पहनें, ताकि आप आपकी डायबिटीज के बारे में जान पाएं।
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डायबिटिक कोमा (Diabetic Coma) डायबिटीज से जुड़ी एक गंभीर और जानलेवा समस्या है। लेकिन, इससे बचाव भी आपके हाथों में हैं। उन लक्षणों के बारे में जानें जो डायबिटिक कोमा का कारण बन सकते हैं। इसके साथ ही उन समस्याओं का जल्दी से जल्दी उपचार कराएं, जो इस आपातकालीन स्थिति में परिवर्तित हो सकती है। इसके लिए डायबिटीज के जोखिमों को मैनेज करने की भी कोशिश करें। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर और विशेषज्ञ से सलाह जरूरी है।