डायबिटीज या फिर मधुमेह की बीमारी को कंट्रोल में रखने के लिए खानपान के दौरान अधिक सावधानी आपको बड़ी समस्याओं से बचाने का काम कर सकती है। खाने में शुगर की मात्रा को कंट्रोल जरूर करें और समय-समय पर शुगर लेवल चेक जरूर कराएं। किसी प्रकार की समस्या होने पर केवल डॉक्टर की राय लें और सावधानी बरतें।
डायबिटीज में नैचुरल स्वीटनर्स (Natural sweeteners in diabetes) : नैचुरल स्वीटनर्स लेते समय ध्यान रखें ये बातें
नैचुरल स्वीटनर्स (Natural sweeteners) के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली स्टीविया में जीरो कैलोरी होती है। ये ब्लड में शुगर के लेवल को कम करने के साथ ही ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है। स्वीटनर सब्सिट्यूट का इस्तेमाल करने के दौरान इस बात का ध्यान जरूर रखें कि ये कोई मैजिकल स्वीटनर्स नहीं है। आपको इनका इस्तेमाल जरूरत के हिसाब से ही करना चाहिए। अधिक मात्रा में नैचुरल स्वीटनर्स का इस्तेमाल करने से मीठे के प्रति आपकी क्रैविंग बढ़ सकती है। आपको इनका सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। नैचुरल स्वीटनर्स रेगुलर शुगर के मुकाबले बहुत कम कैलोरी के होते हैं और डायबिटीज पेशेंट के लिए सुरक्षित होते हैं। अधिक मात्रा में नैचुरल स्वीटनर्स लेने पर दांतों में समस्या के साथ ही ट्रायग्लीसराइड बढ़ने की समस्या भी हो सकती है।
जैसे कि आप रोजाना चाय या फिर कभी-कभार किसी मिठाई में शुगर का इस्तेमाल करते हैं, ठीक वैसे ही नैचुरल स्वीटनर्स (Natural sweeteners) का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। आप चाहे तो पेय पदार्थ को मीठा बनाने के लिए भी इनका इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको इसकी कितनी मात्रा लेनी चाहिए, बेहतर होगा कि डॉक्टर से इस बारे में जानकारी लें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह उपलब्ध नहीं कराता है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से डायबिटीज में नैचुरल स्वीटनर्स (Natural sweeteners for diabetics) के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।