दुनिया भर में कोविड-19 से अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस मरीजों की संख्या भी 21 लाख पहुंचने को है। छोटा देश हो या अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश, सभी कोरोना वायरस के आगे पंगु साबित हो रहे हैं। चीन, ईरान, स्पेन, इटली, अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन जैसे देशों कोविड-19 महामारी के कारण रोज सैकड़ों से हजारों लोगों की जान जा रही है और अभी तक कोविड-19 का इलाज नहीं ढूंढ़ा जा सका है। इस लेख के जरिए हम आपको कोविड-19 से मौत की भयावह आंकड़ों की जानकारी देंगे। आपको बताएंगे कि दुनिया भर में कोविड-19 महामारी के कारण कितने लोगों की मौत हुई है। इन मौतों में बच्चे, बुजुर्ग या महिला और पुरुषों की संख्या क्या है।
कोविड-19 से मौत के बारे में भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े
भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में जितने लोगों की कोविड-19 महामारी के कारण मौत हुई है, उनके आंकड़े ये हैं-
कोविड-19 महामारी के कारण हुई मौत (60 वर्ष से अधिक) | 19% |
कोविड-19 महामारी के कारण हुई मौत (40-60 के बीच) | 30% |
कोविड-19 महामारी के कारण हुई मौत (40 वर्ष से कम) | 7% |
कोविड-19 महामारी के कारण हुई मौत (डायबिटीज, हाइपरटेंशन, ह्रदय या किडनी रोग) | 86% |
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कोविड-19 से मौत के मामले में महिलाओं से अधिक पुरुषों की मृत्यु दर
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोविड-19 महामारी के कारण महिलाओं की तुलना में पुरुषों की अधिक मृत्यु हो रही है। अब तक की रिपोर्ट के अनुसार, पूरे भारत में जितने लोगों की कोविड-19 से मौत हुई है, उनमें पुरुषों की संख्या 76% है, जबकि महिलाओं की संख्या 24% है।
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कोविड-19 से मौत के मामले में विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े
विश्व स्वास्थ्य संगठन और चाइना ज्वाइंट मिशन ने भी अपनी रिपोर्ट में कोविड-19 से संक्रमण और मौत के आंकड़े को विस्तार से बताया है। रिपोर्ट पढ़ने के बाद आपको पता चलेगा कि दुनिया भर में किस-किस उम्र के कितने लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं। इनमें महिला और पुरुषों की संख्या कितनी है। यह रिपोर्ट 55924 कोरोना वायरस मरीजों की संख्या के आधार पर तैयार की गई है।
उम्र | कोविड-19 से मौत (कोरोना वायरस की पुष्टि वाले मामले) | कोविड-19 से मौत (कोरोना वायरस के लक्षण वाले मामले और ऐसे मामले, जिनमें कोई लक्षण नहीं दिखा) |
80+ उम्र वाले | 21.9% | 14.8% |
70-79 उम्र वाले | 8.0% | |
60-69 उम्र वाले | 3.6% | |
50-59 उम्र वाले | 1.3% | |
40-49 उम्र वाले | 0.4% | |
30-39 उम्र वाले | 0.2% | |
20-29 उम्र वाले | 0.2% | |
10-19 उम्र वाले | 0.2% | |
0-9 उम्र वाले बच्चे | नहीं |
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कोविड-19 से मौत से संबंधित महिला और पुरुषों के आंकड़े
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, विश्व भर में कोविड-19 महामारी के कारण होने वाली मृत्यु का प्रतिशत ये है-
लिंग | कोविड-19 से मौत (कोरोना वायरस की पुष्टि वाले मामले) | कोविड-19 से मौत (कोरोना वायरस के लक्षण वाले मामले और ऐसे मामले, जिनमें कोई लक्षण नहीं दिखा हो) |
पुरुष | 4.7% | 2.8% |
महिला | 2.8% | 1.7% |
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कोविड-19 से मौतःपुरानी बीमारी वाले मरीजों के आंकड़े
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, पुरानी बीमारी के कारण इतने प्रतिशत लोगों की जान गई है-
पुरानी बीमारी वाले मरीज | कोविड-19 से मौत (कोरोना वायरस की पुष्टि वाले मामले) | कोविड-19 से मौत (कोरोना वायरस के लक्षण वाले मामले और ऐसे मामले, जिनमें कोई लक्षण नहीं दिखा हो) |
कार्डियोवैस्कुलर रोग | 13.2% | 10.5% |
डायबिटीज | 9.2% | 7.3% |
क्रोनिक रेस्पिरेटरी रोग | 8.0% | 6.3% |
हाइपरटेंशन | 8.4% | 6.0% |
कैंसर | 7.6% | 5.6% |
जिनको कोई बीमारी नहीं थी | 0.9% |
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कोरोना वायरस से मौत के बारे में चीन के शुरुआती आंकड़े
कोरोना वायरस ने शुरुआती चरण में जब चीन में कहर बरपाया और इस महामारी से 24 लोगों की मौत हुई, तो चीन ने अनुमान लगाया कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद करीब 18.8 दिनों में रोगी की मौत हो जाती है। चीन में 95% लोगों की मौत के बाद यह आंकड़ा तैयार किया गया था। हालांकि यह शोध चीन में महामारी फैलने की शुरुआत में किया गया था और बाद में चीन ने कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण पा लिया, लेकिन अध्ययन यह बताता है कि किसी रोगी के संक्रमित होने के बाद 17·8 दिनों में मौत हो सकती है। चीन ने कोविड-19 से संबंधित आंकड़ों को लैंसेट के इस ग्राफ के जरिए अच्छे से समझा जा सकता है।
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कोविड-19 से मौत को लेकर चीन का अनुमान
कोविड-19 महामारी के कारण होने वाली मौत पर चीन ने ये अनुमान लगाया-
कोविड-19 से मौत की संख्या | लैबोरेटरी से पुष्टि हुए रोगी* | गंभीरता का अनुपात | ||
सभी आंकड़े | 1023 | 44 | 672 | 2·29% (2·15–2·43) |
मरीजों की उम्र या वर्ग | ||||
0–9 | 0 | 416 | 0·000% (0·000–0·883) | |
10–19 | 1 | 549 | 0·182% (0·00461–1·01) | |
20–29 | 7 | 3619 | 0·193% (0·0778–0·398) | |
30–39 | 18 | 7600 | 0·237% (0·140–0·374) | |
40–49 | 38 | 8571 | 0·443% (0·314–0·608) | |
50–59 1·30% | 130 | 10 008 | (1·09–1·54) | |
60–69 3·60% (3·22–4·02) | 309 | 8583 | ||
70–79 7·96% | 312 | 3918 | (7·13–8·86) | |
≥80 208 1408 14·8% (13·0–16·7) | ||||
आयु वर्ग (बायनरी) | ||||
<60 194 | 30 | 763 | 0·631% (0·545–0·726) |
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उम्र के आधार पर मरीजों की मृत्यु का अनुमान (चीन पर आधारित)
लैंसेट के इस रिपोर्ट में चीन के वुहान में कोरोना वायरस के फैलने और मरीजों की मौत के बारे में बताया गया है। इससे यह समझने में आसानी होगी कि कोविड-19 महामारी के कारण किस उम्र के लोगों पर कितना गंभीर प्रभाव डालता है।
कोविड-19 से मौत के बारे में ब्रिटिश शोधकर्ताओं का रिपोर्ट
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर ब्रिटिश शोधकर्ताओं ने भी शोध किया। यह शोध उन लोगों पर किया गया, जो संक्रमित तो हुए थे, लेकिन उनमें कोरोना वायरस के लक्षण गंभीर नहीं हुए थे। ऐसे मरीज अपने आप स्वस्थ हो गए। अध्ययन में पाया गया कि कोविड-19 के संक्रमण की पुष्टि या संदिग्ध, दोनों मामलों में मरीजों की मृत्यु दर 0.66 प्रतिशत थी, जबकि कोरोना वायरस के लक्षण की पुष्टि वाले मामलों में मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत थी।
शोधकर्ताओं ने इसका अनुमान लगाने के लिए चीन में वुहान में दर्ज किए गए हजारों कोरोना वायरस मरीजों की संख्या की जांच की। इससे यह पता चला कि मरीजों की उम्र के आधार पर भी कोविड-19 की गंभीरता का पता चलता है। जांच में यह जानकारी मिली कि संक्रमण के बाद केवल 20% लोगों को ही हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी, जबकि 80% लोग अपने आप ठीक हो गए। इसमें भी 30 से कम उम्र वाले कोरोना वायरस मरीजों की संख्या 1% थी।
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भारत में कोविड-19 से मौत और संक्रमित मरीजों के आंकड़े
भारत में भी रोजाना कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस आंकड़ें से आप जानेंगे कि भारत में कोरोना वायरस के लक्षण सामने आने के बाद अब तक की स्थिति क्या है-
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कोरोना वारयस संक्रमण के फेज 2 और फेज 3 के बीच खड़ा भारत
भारत के बारे में वैज्ञानिक यह अनुमान लगा रहे हैं कि भारत अभी कोरोना वारयस संक्रमण के फेज 2 और फेज 3 के बीच खड़ा है। आने वाले दिनों में अगर भारत कोरोना फेज 3 के लेवल पर पहुंच गया, तो दूसरे देशों की तरह भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ अधिक लोगों की मौत भी हो सकती है।
कोरोना वायरस के बारे में ये आंकड़े बहुत डराने वाले हैं। इसलिए आप सभी को सचेत होने की जरूरत है। भारत में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या न बढ़े, इसके लिए भारत के हर नागरिक को अपनी ओर से कोशिश करनी होगी। भारत की जनसंख्या दूसरे अमेरिका, इटली, स्पेन आदि देशों से काफी अधिक है। अगर भारत कोरोना वायरस संक्रमण के फेज3 पर पहुंच गया, तो अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है कि भारत में कितने लोगों की कोरोना से मृत्यु हो सकती है।
कोविड-19 महामारीःभारत की कोशिशों पर डब्ल्यूएचओ ने जताई प्रशंसा
भारत में लॉकडाउन लागू होने के कारण दूसरे देशों की तुलना में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या जरूर कम है, लेकिन जिस तरह से अब भारत में कोविड-19 मरीजों की संख्या बढ़ रही है, वह चिंताजनक है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डब्ल्यूएचओ हेंक सीकेडम ने भारत के बारे में कहा, “भारत कोविड-19 महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। भारत सरकार ने कोरोना को हराने के लिए साहसिक और निर्णायक कदम उठाए हैं। कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए सरकार ने आक्रामक तरीके अपनाए हैं। डब्ल्यूएचओ सरकार की इस कोशिश का समर्थन करता है और उम्मीद करता है कि भारत जल्द ही मजबूत इच्छाशक्ति से कोरोना वायरस मरीजों की संख्या को रोकने में कामयाब हो पाएगा।’
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कोरोना वायरस से बचने के लिए अवेयरनेस बहुत जरूरी है। भारत में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या को घटाने और महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार के निर्देशों का पालन करना जरूरी है। इसलिए आप सामाजिक दूरी का पालन करें। लॉकडाउन के नियमों को मानें। घर से बाहर न निकलें। नियमित तौर पर अपने हाथों को साफ रखें। ऐसी चीजों को न छुएं, जिनके संक्रमित होने की आशंका हो। इन नियमों का पालन करके ही आप कोरोना वायरस पर नियंत्रण पा सकते हैं और अपना, अपने परिवार के साथ समाज की सुरक्षा कर सकते हैं। कोरोना के लक्षण दिखें कि अनदेखा न करें। कोरोना से सावधानी के लिए सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन पर ध्यान दें।
हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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