अधिक बुखार होना, सांस लेने में परेशानी होना, शॉक, मेनिनजाइटिस – मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में सूजन जो प्राण घातक हो सकती है। और पढ़ें : जॉन अब्राहम की फिटनेस का राज है डेडिकेशन, बुखार में भी जाते हैं जिम
निदान
आपके डॉक्टर आपके लक्षणों के बारे में आपसे जानेंगे जैसे फ्लू या निमोनिया। इन्फ्लूएंजा के एक मामले का शीघ्र निदान करने के लिए रैपिड फ्लू टेस्ट कराना पड़ सकता है। यदि अन्य परीक्षण नकारात्मक हैं, तो एंथ्रेक्स के लिए आपको कुछ अन्य टेस्ट कराने पड़ सकते हैं, जैसे:
1) स्किन टेस्टिंग (skin testing)
आपकी त्वचा के घाव से तरल पदार्थ का एक नमूना एक प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए प्रयोग किया जा सकता है। इसके परिणाम के अनुसार ही इस रोग के बारे में डॉक्टर अधिक जान पाते हैं।
2) ब्लड टेस्ट (blood test)
इनहेल्ड एंथ्रेक्स बैक्टीरिया की जांच के लिए डॉक्टर रोगी के शरीर से थोड़ी सी मात्रा में खून का सैंपल ले सकते हैं।
3) चेस्ट एक्स-रे या कंप्यूटराइज्ड टोमोग्राफी (CT -स्कैन)
इनहेल्ड एंथ्रेक्स के निदान के लिए डॉक्टर रोगी को चेस्ट एक्स-रे या कंप्यूटराइज्ड टोमोग्राफी (CT -स्कैन) कराने की सलाह दी जा सकती है।
4) स्पाइनल टेप (लम्बर पंक्चर)
इस टेस्ट में डॉक्टर आपके रीढ़ नलिका में इंजेक्शन के माध्यम से कुछ मात्रा में फ्लूइड निकाल सकते हैं। स्पाइनल टेप टेस्ट आमतौर पर केवल एंथ्रेक्स मेनिन्जाइटिस के निदान की पुष्टि करने के लिए किया जाता है।
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इनहेल्ड एंथ्रेक्स का उपचार
इनहेल्ड एंथ्रेक्स का उपचार एंटीबायोटिक्स के मेल से किया जाता है जैसे सिप्रोफ्लोक्सासिन को अन्य दवाइयों के साथ मिला कर। यह एंटीबायोटिक्स आमतौर पर साथ दिनों तक दी जाती हैं क्योंकि इन्हें ठीक होने में लंबे समय तक लग सकता है।
आपको कौन-सी एंटीबायोटिक का कॉम्बिनेशन देना है। यह बात आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई कारकों पर निर्भर करता है। जितनी जल्दी हो सके उपचार शुरू करने में अधिक फायदा होता है। हालांकि, एंथ्रेक्स के कुछ मामलों में एंटीबायोटिक्स से फायदा होता है। लेकिन, अगर एडवांस इनहेलेशन एंथ्रेक्स की सूरत में इसका प्रभाव हो सकता है कि अधिक न हो।