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उपचार
कुछ इंफेक्शन के होने पर उनमे किसी तरह के उपचार की जरूरत नहीं होती। फिर भी, पूरे साल इस बात को सुनिश्चित करने के लिए बार-बार नियमित चेकअप करें ताकि यह इंफेक्शन न फैले। यदि फेफड़े के घाव हैं या रोग फैलता है, तो आपके डॉक्टर आपको एंटी-फंगल दवाओं को लेने की सलाह देंगे। इन दवाओं को लंबे समय तक लेने की जरूरत होती है। यह दवाईआं इस प्रकार हैं
- फ्लूसाइटोसीन (Flucytosine)
- अम्फोर्टेरिसिन बी (Amphotericin B)
- फ्लुकोनाज़ोल (Fluconazole)
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क्रिप्टोकोकोसिस से ग्रस्त ज्यादातर लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। सेंटर फॉर डिजीज एंड प्रिवेंशन के मुताबिक यह संक्रमण 1 लाख लोगों में केवल 0.3 प्रतिशत से 1.3 प्रतिशत तक ही होता है।
इस रोग से अधिक गंभीर रोग जैसे एचआइवी या एड्स के रेट प्रति 1000 लोगों में 2 से 7 हैं। जो की क्रिप्टोकोकोसिस से काफी ज्यादा है। हालांकि, क्रिप्टोकोकोसिस रोग एड्स या एचआईवी से ग्रसित मरीजों में अधिक सामान्य है। दोनों रोग के एक साथ होने पर मरीज के बचने की आशंका 50 से 70 प्रतिशत तक कम हो जाती है।
ज्यादातर मामलों में मरीज को उम्र भर फ्लुकोनाजोल का सेवन करना पड़ सकता है। खासतौर से जिन व्यक्ति को एड्स की समस्या हो। इस दवा का सेवन करने से रोग के होने की आशंका कम की जा सकती है।