बार बार पेशाब आना या फ्रिक्वेंट यूरिनेशन (frequent urination) कोई बीमारी नहीं है। लेकिन, ये स्थिति किसी को भी परेशान कर सकती है। फ्रिक्वेंट यूरिनेशन में पेशाब आने पर उसे रोकना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। कुछ लोगों को यह परेशानी बढ़ती उम्र की वजह से होती है, तो वहीं कुछ लोगों को यह परेशानी होने के कई अन्य कारण भी हैं। ब्लैडर में इंफेक्शन, प्रेग्नेंसी, ज्यादा पानी पीने के कारण भी बार-बार पेशाब करने की समस्या हो सकती है। फ्रीक्वेंट पेशाब आना कोई गंभीर बीमारी तो नहीं है, पर ये आपकी दिनचर्या को बिगाड़ सकती है। अगर ये ब्लैडर में इंफेक्शन से है, तो चिंता की बात है क्योंकि, इंफेक्शन के कारण बार-बार पेशाब जाने पर दर्द और जलन होती है। अगर यह बढ़ जाए, तो ब्लड तक आ सकता है। इसलिए आइए बात करते हैं इसके उपचार के लिए कुछ घरेलू नुस्खों की।
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बार-बार पेशाब आना और घरेलू उपाय
आंवला (Gooseberry)
आंवले में एंटी-ऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो ब्लैडर के इंफेक्शन को कम करके उसे मजबूत बनाता है। इससे फ्रीक्वेंट पेशाब आना कम होता है और उसे कंट्रोल भी किया जा सकता है। आंवले को शहद और केले के साथ खाने से ये ज्यादा फायदा करता है। इसके लिए एक आंवले को पीसकर उसमें शहद मिलाएं और इसे केले के साथ खाएं।
पानी ज्यादा पिएं (Drink plenty of water)
फ्रीक्वेंट पेशाब आना अगर किसी इंफेक्शन की वजह से है, तो ज्यादा पानी पीने से पेशाब के रास्ते बैक्टीरिया शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इसलिए, पेशाब में दर्द और जलन भी हो, तो भरपूर मात्रा में पानी पिएं।
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अनार (Pomegranate)
अनार में काफी मात्रा में एंटी-ऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो बार बार पेशाब आना रोकते हैं। इसके लिए दो तीन अनार का जूस निकालकर पिएं। आप दिन में एक बार इसे जरूर लें।
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मेथी दाना (Fenugreek seed)
मेथी के बीज फ्रिक्वेंट यूरिनेशन के घरेलू उपचार में एक अच्छा विकल्प हैं। मेथी के इस्तेमाल के लिए इसे अच्छे से भून लें और ठंडा होने पर पीस लें। इस पाउडर को स्टोर कर के रख लें। इस समस्या के दौरान आप आधा चम्मच मेथी पाउडर को पानी के साथ खा सकते हैं।
दही (Curd)
दही बार-बार पेशाब आने की समस्या से निजात पाने का सबसे आसान उपाय है। दही में भरपूर मात्रा में फायदेमंद बैक्टीरिया (लैक्टोबैसिलस एसिडोफिलस) होते हैं, जो हार्मफुल बैक्टीरिया के इंफेक्शन को रोकते हैं। उपचार के लिए दिन में कम से कम दो बड़ी कटोरी दही जरूर खाएं।
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क्रैनबेरी (Cranberry)
बार-बार पेशाब के लिए क्रैनबेरी एक अच्छा इलाज है। क्रैनबेरी में एंटी-ऑक्सिडेंट होता है, जिन्हें प्रोएंथोसायनिडिन कहा जाता है। ये बैक्टीरिया को मारकर पेशाब के रास्ते बाहर निकाल देता है।
बार बार पेशाब आना बीमारी न होते हुए भी किसी के लिए भी परेशानी का सबब बन सकता है। इसके लिए आप बताए गए घरेलू उपायों को अपनाकर आराम पा सकते हैं। अगर इंफेक्शन बहुत ज्यादा है, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। हो सकता है बार-बार पेशाब की वजह कोई गंभीर समस्या हो।
किन लोगों को होती है बार बार पेशाब आने की समस्या?
यूरिन करने की जरूरत हम सभी को होती है। यूरिन न आना या कम आना कई परेशानियों का कारण बन सकता है। फ्रीक्वेंट पेशाब आने की परेशानी पुरुष, महिला, बच्चे किसी को भी हो सकती है। लेकिन ज्यादातर यह परेशानी किसी बीमारी के कारण देखने को मिलती है। नीचे बताएं लोगों में इस समस्या के होने की अधिक संभावना होती है:
- प्रेग्नेंट महिलाओं (Pregnant women)
- जिन लोगों का प्रोस्टेट बढ़ा होता है (People with Enlarged Prostate)
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बार बार पेशाब आने से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- आमतौर पर 24 घंटे में लोग 6-7 बार पेशाब करते हैं। अगर इससे ज्यादा बार करते हैं तो इसे असामान्य माना जाता है। हालांकि, यह व्यक्ति से व्यक्ति निर्भर करता है।
- पेशाब बार-बार आना एक्सरसाइज के माध्यम से भी कम किया जा सकता है। अगर यह डायबिटीज जैसी बीमारी की वजह से तो फिर इसके लिए ट्रीटमेंट की आवश्यक्ता होती है।
- हमारी पेशाब के साथ शरीर की गंदगी, जहरीले पदार्थ, यूरिक एसिड और पानी बाहर निकलता है, जिसमें किडनी मुख्य भूमिका निभाती है।
- जबतक तक यूरिनरी ब्लैडर पूरी तरह नहीं भर जाता, तबतक पेशाब उसी के अंदर रहती है। इसके भरते ही हमें पेशाब करने की इच्छा होने लगती है।
- बार बार पेशाब आना और यूरिनरी इनकंटिनेंस (urinary incontinence) में अंतर है। यूरिनरी इनकंटिनेंस का मतलब अपने ब्लैडर पर कंट्रोल नहीं कर पाना होता है। ये दोनों समस्याएं एकसाथ भी हो सकती हैं।
- पेशाब आना बॉडी के कई कार्यों पर निर्भर करता है। ऐसे में किसी भी एक फंक्शन में बदलाव पेशाब को प्रभावित कर सकता है।
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बार-बार पेशाब आने की समस्या है तो निम्नलिखित चीजों का सेवन एवॉइड करना चाहिए:
- फ्रीक्वेंट पेशाब करने के साथ-साथ आपको कई अन्य समस्याएं भी होती हैं, तो यह समय डॉक्टर को दिखाने का है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये कई और स्वास्थ्य समस्याओं की ओर इशारा करता है। ऐसी स्थिति में जरा सी लापरवाही किसी बड़ी समस्या को जन्म दे सकती है।
फ्रीक्वेंट यूरिनेशन के साथ निम्नलिखित लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर की मदद लें
- तेज बुखार आना (High Temprature)
- पेट दर्द होना (Stomach ache)
- कमर या साइड में दर्द उठना (Back Pain)
- गाढ़े या खून जैसे रंग में पेशाब आना (Dark or bloody color urination)
- उल्टी होना (Vomiting)
- ठंड लगना (Chill)
- अत्यधिक भूख लगना (Excessive hunger)
- चक्कर आना (dizziness)
- वजायना से किसी तरह का डिसचार्ज होना (discharge from vagina)
- वीर्य निकलने के दौरान पेनिस में दर्द होना (Pain in penis during ejaculation)
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यदि आपको बार बार पेशाब आने की तकलीफ है और उपरोक्त बताए घरेलू उपायों से भी कोई असर नहीं हो रहा है तो यह किसी परेशानी का लक्षण हो सकता है। इसलिए बिना देरी करें अपने चिकित्सक से कंसल्ट करें। ऐसे ही अन्य हेल्थ टिप्स पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट के हेल्थ टिप्स सेक्शन में जा सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में बार बार पेशाब आने के घरेलू इलाज बताए गए हैं। यदि आपका इस लेख से जुड़ा कोई सवाल है तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।