backup og meta
खोज
स्वास्थ्य उपकरण
बचाना

डिप्रेशन से लड़ने में कितना कारगर है प्राचीन यूनानी उपचार?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Hema Dhoulakhandi द्वारा लिखित · अपडेटेड 10/02/2022

डिप्रेशन से लड़ने में कितना कारगर है प्राचीन यूनानी उपचार?

आजकल की भागती दौड़ती जिंदगी, बदलते लाइफस्टाइल की वजह से बड़ी संख्या में लोग अवसाद या निराशा, उदासी व चिंता से ग्रसित रहते हैं। ये तनाव व चिंता कई बीमारियों का भी कारण बन जानती है। स्थिति गंभीर होने पर पीड़ित इससे बचने के लिए योग, दवाई व कई अन्य तरीके अपनाते हैं। आज इस आर्टिकल में हम बात करेंगे डिप्रेशन का यूनानी उपचार क्या है? आखिर कैसे ये पद्धति तनाव व हर चिंता को दूर करने में कारगर है साबित होती है? लेकिन, सबसे पहले यह समझते हैं की डिप्रेशन क्या है?

और पढ़ेंः ओसीडी एंग्जायटी डिसऑर्डर के कारण क्या हैं?

डिप्रेशन का यूनानी उपचार (Ancient Greek Treatment)

दरअसल प्राचीन यूनानियों के लिए शरीर और मन बहुत महत्वपूर्ण था। वह अपनी बुद्धि और ज्ञान के लिए जाने जाते थे। अवसाद या डिप्रेशन  का प्राचीन यूनानी उपचार एक दिलचस्प समग्र दृष्टिकोण पर आधारित है। जो एक प्रसिद्ध जीवनशैली है। इसे ‘बायोस पाइथागोरिकोस’ (Bios Pythagorikos) भी कहा जाता है। यह जीवनशैली स्वस्थ आदतों, आहार, व्यायाम और विशेष रूप से मानसिक विकास से संबंधित हैं।

और पढ़ेंः डिप्रेशन ही नहीं ये भी बन सकते हैं आत्महत्या के कारण, ऐसे बचाएं किसी को आत्महत्या करने से

चिंता और अवसाद के कारण क्या हैं?

‘निकोलस कारदारस’ एक क्लिनिकल मनोवैज्ञानिक हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य, व्यसनों और हमारे युग में टेक्नॉलजी के प्रभावों पर अपने काम के लिए जाने जाते हैं। उनकी सबसे सफल पुस्तकों में से एक है ‘हाउ प्लेटो एंड पाइथागोरस कैन सेव योर लाइफ: द एनसिएंट ग्रीक प्रिस्क्रिप्शन फॉर हेल्थ एंड हैप्पीनेस’ इस किताब को एक अमेरिकन साइकोलॉजिकल असोसिएशन (APA) सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया था। इस किताब में कई महत्वपूर्ण विचारों को रखा गया है।

  • आज अवसाद और चिंता 2 प्रमुख स्वास्थ्य मुद्दे बन गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का अनुमान है कि वर्ष 2030 तक ये दोनों स्वास्थ्य से संबंधित प्रमुख मुद्दे होंगे।
  • किंग्स कॉलेज लंदन में किए गए हाल के अध्ययनों के अनुसार 30 से 40 प्रतिशत के बीच अवसाद और चिंता आनुवांशिक है, जबकि 60 से 70 प्रतिशत मामलों में यह पर्यावरणीय कारकों के कारण होता है।
  • डॉ. निकोलस कारदारस ने अपनी किताब में एक और अहम बात बताई। उन्होंने कहा कि अवसाद या चिंता सिर्फ हमारी औद्योगिक और शहरी जीवनशैली के कारण ही नहीं होते, बल्कि इसके पीछे हमारा अपनी अस्तित्वगत प्राथमिकताओं और अपने उद्दश्यों को खोना भी है। आजकल हम कम चलने वाली चीजों में अपनी खुशी चाहते हैं।
  • हम हर दिन खुद को ज्यादा से ज्यादा अलग कर रहे हैं। हालांकि हम एक अतिसक्रिय समाज में हैं, लेकिन हम पहले से कहीं ज्यादा अकेला महसूस करते हैं।

डिप्रेशन का यूनानी उपचार(Ancient Greek Treatment) क्या है?

इन तमाम जटिलताओं के बीच हमारे पास प्राचीन यूनानी इलाज भी है, जो हमारी पहुंच के अंदर है। आइए जानते हैं आखिर क्या है डिप्रेशन का यूनानी उपचार।

डिप्रेशन का यूनानी उपचार: ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार

ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार का सेवन करने से तनाव काफी हद तक कम होता है। अखरोट, जैतून का तेल, सामन और चिया बीज जैसे खाद्य पदार्थों में ओमेगा -3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है। कई अध्ययनों से पता चला है कि यह फैटी एसिड एक प्रामाणिक न्यूरोप्रोटेक्टिव एजेंट के रूप में कार्य करता है। कुल मिलकार डिप्रेशन का यूनानी उपचार सबसे पहले डायट को ठीक करने पर ध्यान देता है।

और पढ़ेंः मन को शांत करने के उपाय : ध्यान या जाप से दूर करें तनाव

डिप्रेशन का यूनानी उपचार: नियमित व्यायाम

डिप्रेशन का यूनानी उपचार नियमित व्यायाम की सलाह देता है। जिमनैजियम प्राचीन यूनान में भौतिक और आध्यात्मिक शिक्षा के लिए समर्पित संस्थान थे। इसलिए उस वक्त सभी लोग अनुशासित रहते थे। पर इन दिनों लोग अक्सर शारीरिक व्यायाम के महत्व की उपेक्षा करते हुए सिर्फ पर्यावरण, प्रकृति और खुद से जुड़ने में सक्रिय हैं।

डिप्रेशन का यूनानी उपचार: सूरज की रोशनी

यूनानी इलाज पद्धति में डिप्रेशन के ट्रीटमेंट के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण है। ऑफिस व निजी व्यवस्तताओं की वजह से आजकल लोग ठीक से सूरज की रोशनी को देख भी नहीं पाते, धूप सेंकना तो दूर की बात है। पर शरीर के लिए धूप बहुत जरूरी है। अगर आप शरीर को ठीक से धूप लगने देते हैं तो इससे काफी हद तक डिप्रेशन को दूर करने में मदद मिलती है। यानी डिप्रेशन को दूर रखना चाहते हैं तो धूप के करीब जाएं।

और पढ़ेंः एडीएचडी का प्राकृतिक इलाज: इस तरह पेरेंट्स दूर कर सकते हैं बच्चों की यह बीमारी

डिप्रेशन का यूनानी उपचार: नकारात्मकता से दूर रहें

यूनानियों ने भोग व विलासिता से खुद को दूर रखते हुए ऐसी चीजों पर ध्यान केंद्रित किया, जिनसे वह हर चिंताओं को भूल गए। अगर आप डिप्रेशन व तनाव से दूर रहना चाहते हैं, तो नकारात्मक चीजों से दूर रहें। जिंदगी के हर पल को एंजॉय करें। डिप्रेशन का यूनानी उपचार यही सीख देता है कि नकारात्मकता को दूर कर पॉजिटिव ही सोचें।

[mc4wp_form id=”183492″]

डिप्रेशन का यूनानी उपचार: डायलेक्टिक्स (द्वद्वात्मक पद्धति) भी कारगर

ग्रीक ट्रीटमेंट में इसका भी खास महत्व है। दरअसल डायलेक्टिक्स संघर्ष करने, सुनने, बहस करने, संबंध बनाने, सीखने, विचारों को नवीनीकृत करने व उद्देश्यों की खोज करने की कला है। इसके जरिए हम खुद को सामाजिक संपर्कों से समृद्ध कर सकते हैं, जो हमें अपने दृष्टिकोणों से प्रबुद्ध कर सकते हैं।

डिप्रेशन का यूनानी उपचार कोई दवा-दारु नहीं है। यूनानी उपचार बस आपको जीवशैली सिखाती है। इसमें पॉजिटिव सोच , अच्छी डायट, नियमित एक्सरसाइज आदि करना शामिल है। यदि हर को इन चीजों को जीवन में शामिल कर ले तो वह चिंता या स्ट्रेस का शिकार नहीं होगा।

डिप्रेशन का यूनानी उपचार अपनाने के साथ-साथ डिप्रेशन के शिकार हुए व्यक्ति निम्नलिखित टिप्स आजमा सकते हैं। जैसे-

  1. सोशल एक्टि​विटी से जुड़ें। ऐसे करने से तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है।
  2. खाली न बैठें। अपने समय का अपनी पसंदीदा काम से एन्जॉय करें।
  3. नेगेटिव थिंकिंग वाले लोगों से दूर रहें।
  4. अपने आप पर भरोसा रखें।
  5. डेली रूटीन फॉलो करें (समय पर सोएं, समय पर खाना खाएं और सुबह उठें)

अगर आपके भी कोई करीबी अवसाद की समस्या से पीड़ित  हैं, तो डिप्रेशन का यूनानी उपचार अपना सकते हैं। लेकिन, इस से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।

डिप्रेशन की समस्या होने पर इसे छुपाएं नहीं। आप अपने करीबी से बात कर सकते हैं या डॉक्टर से भी कंसल्ट कर सकते हैं। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर डॉ. समीर मल्होत्रा से जानिए कैसे आप अपने आपको डिप्रेशन से दूर रख सकते हैं।

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Hema Dhoulakhandi द्वारा लिखित · अपडेटेड 10/02/2022

ad iconadvertisement

Was this article helpful?

ad iconadvertisement
ad iconadvertisement