एचबीबीएफ के वैज्ञानिकों, संगठनों और डोनर्स का एक ग्रुप है, जो बच्चों में बढ़ने वाले न्यूरोटॉक्सिन का कारण बनने वाली कंपनियों के खिलाफ काम करता है। इस रिपोर्ट के लिए टीम ने शिशुओं और बच्चों द्वारा खाए जाने वाले 168 बेबी फूड्स का परीक्षण किया, जिनमें बीच-नट, अर्थ्स बेस्ट और गेरबर जैसे लोकप्रिय ब्रांड शामिल हैं।
एचबीबीएफ के शोधकर्ताओं ने चार टॉक्सिक हैवी मैटल्स के लिए जांच की। इनमें आर्सेनिक, कैडमियम, लैड और मरक्यूरी शामिल हैं। एचबीबीएफ के परीक्षण के बाद परिणामों से पता चला कि 168 बेबी फूड्स में से केवल नौ में कोई मैटल नहीं था बाकी सभी में टॉक्सिक मैटल मौजूद थे। शिशुओं के लिए सबसे जहरीले खाद्य पदार्थों में राइस स्नैक्स (Rice Snacks), बेबी राइस सीरीयल (Infant Rice Cereal), टीथींग बिस्किट (Teething Biscuit) और चावल के रस्क (Rice Rusk) थे। आर्सेनिक, कैडमियम, लैड और मरक्यूरी जैसे मैटल्स बच्चे के मस्तिष्क विकास के लिए नुकासनदायक होते हैं।
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बच्चों के आईक्यू लेवल पर पड़ता है असर
रिपोर्ट में कहा गया है कि इन लोकप्रिय बेबी फूड्स में इनऑर्गेनिक आर्सेनिक (Inorganic Arsenic) सबसे ज्यादा पाया गया। यह अर्सेनिक का सबसे जहरीला रूप है। आर्सेनिक जमीन के नीचे पाया जाने वाला तत्व है और यह हवा, भोजन, मिट्टी और पानी में पाया जाता है। आर्सेनिक अपने अकार्बनिक रूप में बेहद जहरीला हो सकता है और यहां तक कि जानलेवा भी शामिल हो सकता है। पिछले अध्ययनों में सामने आया कि कम से कम मात्रा में आर्सेनिक के संपर्क में आने से बच्चों का आईक्यू अन्य बच्चों के मुकाबले कम हो सकता है।
2004 के एक अध्ययन में न्यूयॉर्क की कोलंबिया यूनिवर्सिटी ने बांग्लादेश के बच्चों पर अध्ययन में पाया कि जो लोग पीने के पानी में आर्सेनिक ले रहे थे उनके टेस्ट में अच्छे नंबर नहीं आए। बेबी फूड्स में इनऑर्गेनिक आर्सेनिक का होना उनके फूड को दूषित करता है और यह टॉक्सिक मैटेरियल हर एक मील के साथ बच्चों के अंदर जाता है। समय से इसपर ध्यान ना दिया जाए तो बच्चों को इससे बड़ा नुकसान हो सकता है। बेबी फूड्स देना आजकल ट्रेंड में हैं, बदलते समय के साथ आजकल की जेनेरेशन बेबी फूड्स पर निर्भर रहने लगी है।
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अन्य अनाजों की तुलना में चावल तेजी से मिट्टी और पानी से आर्सेनिक को सोखता है। रिपोर्ट के अनुसार, गाजर और शकरकंद जैसी जड़ वाली फसलें भी मिट्टी से अधिक आर्सेनिक सोखती हैं। कोई भी अनाज जो मिट्टी के अंदर होता है उसको देना बच्चों के लिए नुकसानदायक होता है।