बच्चों को स्तनपान कराना आसान नहीं होता है और एक से ज्यादा जुड़वां बच्चों को दूध पिलाना उससे भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण। डॉ. अंजलि कुमार (एमबीबीएस, एमडी – प्रसूति-विज्ञान और स्त्री रोग विशेषज्ञ) के द्वारा एक वेबसाइट को दिए गए टिप्स के अनुसार “अपने दोनों बच्चों को एक ही समय पर ब्रेस्टफीडिंग कराने की कोशिश करें। हालांकि, यह करना काफी कठिन है। एक शिशु को दूध पिलाने के समय को दूसरे बच्चे के समय के साथ मिलाने की कोशिश करें। इससे न्यू मॉम को अपनी नींद पूरी करने का समय मिल सकेगा।’
“हैलो स्वास्थ्य’ के इस आर्टिकल में जुड़वां बच्चों को दूध पिलाने के ऐसे ही टिप्स बताए गए हैं, जो ट्विन्स ब्रेस्टफीडिंग को आसान बनाएंगे-
जुड़वां बच्चों को दूध पिलाना है तो फॉलो करें ये ब्रेस्टफीडिंग पुजिशन (Breastfeeding Positions)-
जुड़वां बच्चों को दूध पिलाना एक कठिन काम है लेकिन, इसको आसान बनाने के लिए ट्विन्स ब्रेस्टफीडिंग की कुछ ऐसी पुजिशन हैं जिससे जुड़वां शिशु को स्तनपान करवाना आस हो जाता है। जैसे-
बच्चों को दूध पिलाने की फ्रंट क्रॉस पोजीशन (front cross position)
जुड़वां बच्चों को दूध पिलाना फ्रंट क्रॉस पुजिशन के जरिए आसान किया जा सकता है। यह ब्रेस्टफीडिंग पुजिशन मां के लिए आरामदायक होती है। इसके लिए ऐसी पुजिशन में बैठें जिसमें मां पूरी तरह से आरामदायक महसूस करती हो। फिर दोनों बच्चों को इस तरह से होल्ड करें कि दोनों के सिर आपकी बाजुओं पर अंदर की तरफ हों। जुड़वां बच्चे आसानी से स्तनपान कर सकें, इसके लिए बच्चों के हिप्स को हाथों से सहारा दें।
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जुड़वां बच्चों को स्तनपान करवाने की अपराइट लेच पोजीशन
यह ब्रेस्टफीडिंग पुजिशन (breastfeeding positions) बहुत छोटे बच्चों के लिए सही नहीं है। अगर आपके जुड़वां शिशु सिर का संतुलन बनाए रख सकते हैं, तो ही इस पुजिशन का इस्तेमाल करें। इसके लिए किसी सोफा या कुर्सी पर कम्फर्टेबल होकर बैठ जाएं। फिर दोनों बच्चों को आपनी थाइस पर इस तरह से बैठाएं कि उनका मुंह ब्रेस्ट्स की ओर हो। उनको इस तरह से होल्ड करें कि उनके हिप्स आपके हाथों पर हो और सिर को बाजुओं का सपोर्ट हो।
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बच्चों को दूध पिलाने की फुटबॉल एंड क्रेडल होल्ड पोजीशन (football and cradle hold)
फुटबॉल एंड क्रेडल होल्ड दो अलग-अलग स्तनपान स्थितियों से मिलकर बनी है। इसमें एक बच्चे को फुटबॉल होल्ड और दूसरे शिशु को क्रेडल होल्ड की पुजिशन में पकड़ें। दोनों में से एक बच्चे को अपने शरीर की तरफ लाएं और उसकी पीठ को हाथ से सपोर्ट दें। दूसरे बच्चे की स्थिति मां की बाजू के नीचे होगी और उसके पैर आपकी पीठ की तरफ पीछे की ओर रहेंगे। स्तनपान की इस पुजिशन में नवजात बच्चों को दूध पिलाते समय यह ध्यान रखें कि आप अपने शिशुओं के कंधें, गर्दन और सिर को हाथों से सपोर्ट दे रही हों।
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जुड़वां बच्चों को स्तनपान करवाने की डबल फुटबॉल होल्ड पोजीशन (double football hold)
इस पोजीशन में जुड़वां बच्चों को स्तनपान करवाना हो तो दोनों बच्चों को अपनी एक-एक बाजू में क्लच्ड पुजिशन में उठाएं। दाएं हाथ से राइट साइड वाले बच्चे को सहारा देना है और बाएं हाथ से लेफ्ट साइड के शिशु को सपोर्ट करें। दोनों बच्चों के पैर आपकी पीठ की ओर हो। इस ब्रेस्ट फीडिंग पुजिशन से बच्चों को दूध पिलाना काफी आरामदायक होता है।
नोट- जुड़वां बच्चों को स्तनपान करवाना कठिन होता है इसलिए, स्तनपान की कोई भी पुजिशन प्रयोग करें, इसके लिए तकिए का इस्तेमाल जरूर करें। इससे न्यू मॉम पर बच्चे के वजन का असर नहीं पड़ेगा।
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जुड़वां बच्चों को स्तनपान कराने के जरूरी टिप्स क्या हैं?
जुड़वां बच्चों को स्तनपान करवाना आरामदायक और उचित रूप से हो सके इसके लिए नई मां को ये कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए-
- जब भी बच्चों को दूध पिलाना हो, तब आरामदायक स्थिति में रहें।
- शिशु को ब्रेस्टफीडिंग के लिए पुजिशन का चुनाव सही से करें, जिससे आपके हाथों और पीठ में दर्द न हो।
- ट्विन्स को स्तनपान कराने में दिक्कत आ रही है तो परिवार में किसी बड़े से हेल्प के लिए कहें।
- विशेष रूप से ट्विन्स के लिए डिजाइन किए गए तकिए का उपयोग शिशुओं की स्थिति को आसान बनाने में मददगार होगा।
- जुड़वां बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग कराने के लिए शेड्यूल सेट करें।
- अगर एक शिशु को एक ब्रेस्ट से स्तनपान कराया है, तो दूसरे बच्चे को दूसरे स्तन से दूध पिलाना चाहिए।
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क्या जुड़वां बच्चों को स्तनपान में कम पड़ जाता है ब्रेस्ट मिल्क?
न्यू मॉम को अक्सर ब्रेस्ट मिल्क (breast milk) को लेकर चिंता रहती हैं और बात जब ट्विन्स की हो तो महिलाएं और भी स्ट्रेस में आ जाती है। हालांकि, इसके लिए नई मां को घबराने की बिलकुल भी जरुरत नहीं है। महिला का शरीर खुद ही ट्विन्स बच्चों के लिए अधिक दूध का निर्माण शुरु कर देता है। लेकिन, किसी वजह से अगर ब्रेस्टफीडिंग कम हो तो महिला फॉर्म्यूला फीड भी करा सकती हैं। शिशु के लिए फॉर्म्यूला मिल्क (formula milk) हमेशा डॉक्टर से परामर्श करके ही लें। अगर आपको लगता है कि आपके जुड़वां बच्चों को दूध पिलाना काफी नहीं पड़ रहा है या शिशुओं को उचित मात्रा में स्तन का दूध नहीं मिल रहा है तो अपने बच्चे के डॉक्टर से बात करें। डॉक्टर जांच करेगा कि जुड़वां बच्चे सही ढंग से विकसित हो रहे हैं या नहीं। कुछ महिलाएं अपने नवजात शिशु को ज्यादा स्तनपान करना चाहती हैं तो आप ऐसा करने से बिलकुल न घबराएं। बच्चों को ज्यादा दूध पिलाना अधिक दूध का उत्पादन करने के लिए प्रेरित करता है। नवजात शिशुओं के अच्छे विकास के लिए यह सही रहता है।
बच्चों जुड़वां बच्चों को स्तनपान करवाने की कोई भी पोजीशन गलत नही होती है। बशर्ते, वह ब्रेस्टफीडिंग पुजिशन आपके और शिशु के लिए असुविधाजनक न हो। बच्चों को दूध पिलाना है तो स्तनपान की पुजिशन से कहीं ज्यादा जरूरी है कि शिशु को मां का दूध ठीक तरीके से और पूरी तरह से मिले। उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। इस विषय से जुड़ा हुआ अगर आपके पास कोई सुझाव या सवाल है तो कमेंट बॉक्स में आप हमसे शेयर कर सकते हैं।
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