ओरल हर्पीस (HSV-1) का वायरस शिशु को किस करते वक्त उसकी बॉडी में फैल सकता है। हर्पीस का वायरस एक बार बॉडी में जाने पर यह आजीवन रहता है। यह मौत का कारण भी बन सकता है। इस बात को शिशु की सुरक्षा को देखते हुए गांठ बांध लें।
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शिशु की सुरक्षा के लिए उसे गोद में लेने या उसके साथ खेलने से पहले नाखून काटें
सीडीसी के मुताबिक, हांथों की उंगलियों के नाखून के नीचे बैक्टीरिया और गंदगी जमा हो जाती है। इससे पिनवॉर्म जैसे इंफेक्शन फैलते हैं। इस स्थिति को देखते हुए आपको उंगलियों के नाखून छोटे रखने चाहिए। नाखून के नीचे के हिस्से को नियमित रूप से साफ किया जाना चाहिए। नाखून के लंबे रहने से इनमें पैदा होने वाले बैक्टीरिया शिशु तक पहुंच सकते हैं। शिशु की सुरक्षा को देखते हुए आपको इस बात को इग्नोर नहीं करना चाहिए।
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शिशु की सुरक्षा के लिए हाथ साफ करें
सेंटर्स फोर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, लोगों या जानवर के पूप से सालमोनेला, ई- कोली 0157 और नोरोवायरस फैलते हैं। यह वायरस आपके हांथों में संपर्क में आने के बाद शिशु तक पहुंच सकते हैं। इन वायरस से शिशु को डायरिया हो सकता है। इन वायरस से शिशु में रेस्पिरेटरी इंफेक्शन्स जैसे एडीनोवायरस और हाथ और पैर की बीमारियां फैल सकती हैं। अक्सर यह वायरस डायपर बदलने या टॉयलेट से फैलता है। इसलिए शिशु को कभी भी गोद में उठाने से पहले अपने हाथों को साफ कर लें। ऐसा करके आप शिशु की सुरक्षा का घेरा मजबूत कर रहे हैं।