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शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल होना क्यों होता है जरूरी? जानिए इसे विकसित करने के तरीके

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 14/12/2021

    शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल होना क्यों होता है जरूरी? जानिए इसे विकसित करने के तरीके

    पिंसर ग्रास्प यानी किसी चीज को अंगूठे और फर्स्ट फिंगर के बीच पकड़ना है। शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल (Pincer grasp skill in babies) 9 से 10 महीने में डेवलप होती है, लेकिन इसका समय हर शिशु के हिसाब से अलग भी हो सकता है। शिशु पिंसर ग्रास्प स्किल का उपयोग शुरुआत में चीजों को उठाकर खाने में यूज करते हैं। यह एक जरूरी मोटर माइलस्टोन (Motor milestone) है। पिंसर ग्रास्प मतिष्क और मांसपेशियों के बीच के समन्वय का प्रतिनिधित्व करती है। शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल बाद में स्कूल जाने पर पेंसिल को पकड़ने में मददगार होती है।

    जिन बच्चों में यह स्किल समय के साथ डेवलप नहीं होती है तो डॉक्टर इसे डेवलपमेंट डिले (Delayed development) का संकेत मानते हैं और वे इसके लिए एक्टिविटीज या थेरिपीज रिकमंड कर सकते हैं। इस आर्टिकल में हम शिशुओं में पिंसर ग्रास्प स्किल से संबंधित जरूरी जानकारियां दे रहे हैं।

    शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल कैसे डेवलप होती है? (How Does the Pincer Grasp Develop?)

    शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल (Pincer grasp skill in babies) तब तक डेवलप नहीं होती है जब तक कि वे पहले साल के अंत तक नहीं पहुंचते हैं। इस मूवमेंट के लिए हाथ की मसल्स पर कंट्रोल होने के साथ ही स्ट्रेंथ ओर हैंड-आय कॉर्डिनेशन जरूरी है। इसके आगे बच्चे ताली बजाना, दोनों हाथों को एक साथ मिलाना सीखते हैं। पिंसर ग्रास्प डेवलपमेंट आम तौर पर कई ग्रास्पिंग और कॉर्डिनेशन माइलस्टोन्स के परिणामस्वरूप सामने आता है। कुछ अर्ली डेवलपमेंट माइलस्टोन्स होते हैं जो बाद में शिुश को पिंसर ग्रास्प स्किल सीखने में मदद करते हैं। इनमें निम्न शामिल हैं:

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    रिफ्लेक्सिव ग्रास्प (Reflexive grasp)

    जब बच्चा छोटा होता है तो वह ऑटोमेटिकली हाथ में रखने वाली किसी भी चीज को पकड़ लेता है। इसे पामर रिफलेक्स ग्रास्प कहा जाता है। यह आमतौर पर 6 महीने की उम्र तक चला जाता है।

    क्रूड पालर ग्रास्प (Crude palmar grasp)

    4 महीने के आसपास शिशु चीजों को पकड़ने के लिए हथेली का उपयोग करने लगता है। इसे क्रूड पामर ग्रास्प कहा जाता है। वह चीजों को पकड़ने की कोशिश भी कर सकता है।

    अल्नर पामर ग्रास्प (Ulnar palmar grasp)

    क्रूड पामर गास्प के कुछ समय के बाद शिशु अल्नर पामर ग्रैस्प विकसित कर लेगा। ऐसा तब होता है जब वे किसी वस्तु को अपने हाथ के पिंकी साइड (Pinkie side) की तरफ अधिक पकड़ते हैं। शिशु अभी भी पाल्मर ग्रास्प का उपयोग करेंगे, लेकिन अंगूठा का उपयोग करना अभी तक नहीं किया है।

    रैंकिंग ग्रास्प (Raking grasp)

    जब शिशु लगभग 6 महीने का हो जाएगा तो चीजों को पकड़ने के लिए रैंकिंग ग्रास्प का यूज करेगा। वे किसी भी चीज को पकड़ने के लिए सभी उंगलियों का उपयोग करेंगे।

    रेडियल पामर ग्रास्प (Radial palmar grasp)

    पहली बार बेबी चीजों को पकड़ने के लिए अंगूठे का उपयोग करेगा। उनकी उंगलियां वस्तु के चारों ओर घूमेंगी, और उनका अंगूठा इसे किनारे पर स्थिर करेगा।

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    रेडियल डिजिटल ग्रास्प (Radial digital grasp)

    जब बच्चा 9 महीने का होता है तो वह उंगलियों और अंगूठे का उपयोग करके चीज को होल्ड कर लेता है। उसे सहारे के लिए हथेली की जरूरत नहीं होती है।

    इंफीरियर और सुपीरियर पिंसर ग्रास्प (Inferior pincer grasp)

    पिंसर ग्रास्प स्किल डेवलप करने से पहले शिशु इंफिरियर पिंसर ग्रास्प स्किल यूज करते हैं। इस ग्रिप में बेबी वस्तुओं को उठाने और पकड़ने के लिए अंगूठे और तर्जनी के पैड का उपयोग करते हैं। यह आमतौर पर 7 से 8 महीने की उम्र के बीच होता है। पिंसर ग्रास्प उसे कहा जाता है जब बेबी ऑब्जेक्ट्स को उठाने के लिए उंगलियों का उपयोग करता है। इसे सुपीरियर पिंसर ग्रास्प भी कहा जाता है।

    शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल (Pincer grasp skill in babies)

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    शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल डेवलप करने के तरीके (Ways to Develop Pinscher Grasp Skills in Baby)

    कुछ एक्टिविटीज और टॉयज शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल (Pincer grasp skill in babies) को डेवलप करने में सपोर्ट करते हैं। खेलते समय हैंड मूवमेंट्स अंगूठे और फर्स्ट फिंगर की मजबूती और कौशल को निखारते हैं। कुछ एक्टिविटीज को उस समय अवॉइड करना चाहिए जब बेबी की मोटर स्किल्स डेवलप हो रही हैं। चलिए अब जान लेते हैं ऐसी एक्टिवटीज के बारे में जो शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल (Pincer grasp skill in babies) को डेवलप करने में मदद करती हैं।

    टिप्स

    • कई साइज के छोटे-छोट आइटम्स बेबी के सामने रख दें और देखें कि वह उन्हें कैसे उठाता है। ये प्ले कॉइन्स, मार्बल्स या बटन्स हो सकते हैं। इस उम्र में शिशु हर चीज को उठाकर मुंह में डालते हैं इसलिए उनको देखते रहें ताकि उनका गला चोक ना हो या वे किसी चीज को निगलें ना।
    • सॉफ्ट फूड्स जैसे कि केला, पास्ता, पका हुआ गाजर बच्चे के सामने रखें और उसे उनको उठाकर खानें दें।
    • उन्हें उनकी उम्र के अनुसार खिलौने दें। बच्चों को छोटे-छोटे रिंग्स भी दिए जा सकते हैं। वे उनको पकड़ने की कोशिश जरूर करेंगे।
    • चम्मच, कांटे, मार्कर, क्रेयॉन और उंगलियों में रखी किसी भी अन्य चीज का उपयोग करने से आपके बच्चे को पिंसर ग्रैस्प विकसित करने में मदद मिल सकती है। हाथों से खाना और गेंदों और अलग-अलग आकार के खिलौनों से खेलना भी मदद कर सकता है।
    • विभिन्न आकार और बनावट की गेंदे भी शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल को डेवलप करने में मदद कर सकती हैं। ऐसी बॉल्स चुनें जो धक्का देने के लिए पर्याप्त बड़ी ,लेकिन हल्की हों। साथ ही उन्हें हाथों में भरकर दबाना आसान हो। ऐसा करने से उसके हाथ और उंगलियों की मांसपेशियां मजबूत होंगी।
    • बच्चों को टीवी और मोबाइल से दूर रखें। अमेरिकन एकेडेमी ऑफ पीड्रियाट्रीशियन 18 महीने तक नो स्क्रीन टाइम को रिकमंड करती हैं। बच्चे स्क्रीन की मदद से नहीं सीख पाते। उनके सीखने के लिए फेस टू फेस इंटरैक्शन जरूरी है।

    अगर शिशु खिलौनों को पकड़ने में कोई इंटरेस्ट ना दिखाएं तो क्या करें? (What if a child shows no interest in picking up toys?)

    मोटर डेवलपमेंट माइलस्टोन्स जैसे कि शिशु में पिंसर ग्रास्प (Pincer grasp skill in babies) नर्वस सिस्टम (Nervous system) में मोटर ट्रैक्ट (Motor tracts) के डेवलपमेंट को रिप्रिजेंट करता है। अगर 8 से 12 महीने का शिशु चीजों को पकड़ने में कोई इंटरेस्ट नहीं दिखाता है तो अपने डॉक्टर से बात करें। कई बार यह किसी कंडिशन जो मोटर डेवपलमेंट को प्रभावित करती है का संकेत भी हो सकता है। जिसमें डेवलपमेंटल कॉर्डिनेशन डिसऑर्डर (Developmental coordination disorder) शामिल है। इसलिए ऐसे में डॉक्टर की सलाह जरूरी होती है। डॉक्टर ऑक्यूपेशनल थेरिपी रिकमंड कर सकता है। इसकी मदद से डेवपलमेंट माइलस्टोन्स को प्रोत्साहित किया जा सकता है। वे आपको यह भी सिखा सकते हैं कि इन प्रयासों को बढ़ावा कैसे दिया जाए। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए चाइल्ड स्पेशलिस्ट से सलाह लें।

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    उम्मीद करते हैं कि आपको शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल (Pincer grasp skill in babies) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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