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रेडियल डिजिटल ग्रास्प (Radial digital grasp)
जब बच्चा 9 महीने का होता है तो वह उंगलियों और अंगूठे का उपयोग करके चीज को होल्ड कर लेता है। उसे सहारे के लिए हथेली की जरूरत नहीं होती है।
इंफीरियर और सुपीरियर पिंसर ग्रास्प (Inferior pincer grasp)
पिंसर ग्रास्प स्किल डेवलप करने से पहले शिशु इंफिरियर पिंसर ग्रास्प स्किल यूज करते हैं। इस ग्रिप में बेबी वस्तुओं को उठाने और पकड़ने के लिए अंगूठे और तर्जनी के पैड का उपयोग करते हैं। यह आमतौर पर 7 से 8 महीने की उम्र के बीच होता है। पिंसर ग्रास्प उसे कहा जाता है जब बेबी ऑब्जेक्ट्स को उठाने के लिए उंगलियों का उपयोग करता है। इसे सुपीरियर पिंसर ग्रास्प भी कहा जाता है।

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शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल डेवलप करने के तरीके (Ways to Develop Pinscher Grasp Skills in Baby)
कुछ एक्टिविटीज और टॉयज शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल (Pincer grasp skill in babies) को डेवलप करने में सपोर्ट करते हैं। खेलते समय हैंड मूवमेंट्स अंगूठे और फर्स्ट फिंगर की मजबूती और कौशल को निखारते हैं। कुछ एक्टिविटीज को उस समय अवॉइड करना चाहिए जब बेबी की मोटर स्किल्स डेवलप हो रही हैं। चलिए अब जान लेते हैं ऐसी एक्टिवटीज के बारे में जो शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल (Pincer grasp skill in babies) को डेवलप करने में मदद करती हैं।
टिप्स
- कई साइज के छोटे-छोट आइटम्स बेबी के सामने रख दें और देखें कि वह उन्हें कैसे उठाता है। ये प्ले कॉइन्स, मार्बल्स या बटन्स हो सकते हैं। इस उम्र में शिशु हर चीज को उठाकर मुंह में डालते हैं इसलिए उनको देखते रहें ताकि उनका गला चोक ना हो या वे किसी चीज को निगलें ना।
- सॉफ्ट फूड्स जैसे कि केला, पास्ता, पका हुआ गाजर बच्चे के सामने रखें और उसे उनको उठाकर खानें दें।
- उन्हें उनकी उम्र के अनुसार खिलौने दें। बच्चों को छोटे-छोटे रिंग्स भी दिए जा सकते हैं। वे उनको पकड़ने की कोशिश जरूर करेंगे।
- चम्मच, कांटे, मार्कर, क्रेयॉन और उंगलियों में रखी किसी भी अन्य चीज का उपयोग करने से आपके बच्चे को पिंसर ग्रैस्प विकसित करने में मदद मिल सकती है। हाथों से खाना और गेंदों और अलग-अलग आकार के खिलौनों से खेलना भी मदद कर सकता है।
- विभिन्न आकार और बनावट की गेंदे भी शिशु में पिंसर ग्रास्प स्किल को डेवलप करने में मदद कर सकती हैं। ऐसी बॉल्स चुनें जो धक्का देने के लिए पर्याप्त बड़ी ,लेकिन हल्की हों। साथ ही उन्हें हाथों में भरकर दबाना आसान हो। ऐसा करने से उसके हाथ और उंगलियों की मांसपेशियां मजबूत होंगी।
- बच्चों को टीवी और मोबाइल से दूर रखें। अमेरिकन एकेडेमी ऑफ पीड्रियाट्रीशियन 18 महीने तक नो स्क्रीन टाइम को रिकमंड करती हैं। बच्चे स्क्रीन की मदद से नहीं सीख पाते। उनके सीखने के लिए फेस टू फेस इंटरैक्शन जरूरी है।