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नवजात शिशुओं में बीमारियां (Common Health Problems in Babies) आम तौर पर सामान्य तकलीफों में से एक होती है, इन्हीं सामान्य तकलीफों में से एक तकलीफ है उल्टी की। आमतौर पर बच्चा दूध पीने के बाद उल्टी कर सकता है। यह समस्या तब होती है, जब बच्चा दूध पीने के बाद डकार नहीं लेता। इसलिए बच्चे को दूध पिलाने के बाद डकार दिलवाना बेहद जरूरी है। यदि बच्चा दूध के साथ हल्के हरे रंग की उल्टी करे और उसकी उल्टी (Vomiting) ना रुके, तो यह एक सीरियस प्रॉब्लम कहलाती है। ऐसी स्थिति में बच्चे को जल्द से जल्द डॉक्टर के पास ले जाना जरूरी माना जाता है।
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नवजात शिशुओं में बीमारियां : रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस (Respiratory distress)
नवजात शिशुओं में बीमारियां (Common Health Problems in Babies) होना आम बात है, लेकिन इन बीमारियों में कुछ तकलीफें ऐसी हैं, जो बच्चे के लिए समस्याएं खड़ी कर सकती हैं। जब बच्चे को जरूरत के मुताबिक ऑक्सीजन नहीं मिलती, तो बच्चे के लिए यह स्थिति गंभीर साबित हो सकती है। ऐसा तब होता है जब बच्चे के नजल पैसेज में ब्लॉकेज उत्पन्न हो जाए। ऑक्सीजन की कमी के वजह से बच्चे की स्किन हल्की नीले रंग की दिखाई दे सकती है। इसलिए नवजात शिशु के ब्रीदिंग पैटर्न पर खास ध्यान देने की जरूरत पड़ती है। यदि बच्चे की त्वचा नीली रंग की दिखाई दे, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। आमतौर पर नवजात शिशुओं में रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस (Respiratory distress) आम तौर पा देखा जा सकता है।
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नवजात शिशुओं में बीमारियां : स्किन प्रॉब्लम (Skin problem)
बच्चों की त्वचा बेहद कोमल होती है और काफी नाजुक भी होती है, इसलिए बच्चों में आमतौर पर स्किन की समस्याएं हो सकती है। इन स्किन की समस्याओं में डायपर रैश जैसी समस्याएं आम तौर पर देखी जा सकती हैं। लेकिन कई बार बच्चों को एलर्जी की समस्याएं भी हो सकती हैं, इसलिए बच्चे को एलर्जी या रैश की तकलीफ होने पर डॉक्टर से संपर्क करके रैश क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा यदि बच्चे के स्कैल्प में किसी तरह की एलर्जी (Allergies) दिखाई दे रही है, तो बच्चे के शैंपू का चुनाव सावधानी से किया जाना चाहिए। जिससे बच्चे को एलर्जी की समस्या ना हो।
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नवजात शिशुओं में बीमारियां : इयर इंफेक्शन (Ear infection)
आमतौर पर बच्चे को इयर इंफेक्शन होने का खतरा होता है। आमतौर पर यह इंफेक्शन बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन (Bacterial or viral infection) भी हो सकता है, जो लंबे समय तक बना रहे, तो बच्चे की सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है। इसलिए ऐसी स्थिति में आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इयर इंफेक्शन की वजह से बच्चे को कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल किया जा सकता है।
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नवजात शिशुओं में बीमारियां (Health Problems in Babies) कई तरह की हो सकती हैं, ऐसी स्थिति में आपको बच्चे पर ध्यान रखना बेहद जरूरी माना जाता है। किसी भी तरह का डिस्कंफर्ट बच्चे को हो रही समस्या की ओर इशारा करता है, इसलिए माता-पिता को बच्चे के शुरुआती महीनों में खास ध्यान देने की जरूरत पड़ती है। बच्चे की सेहत का ठीक तरह से ध्यान रखने के लिए आपको डॉक्टर से संपर्क में बने रहना चाहिए और बच्चे के बर्ताव में बदलाव देखने के बाद तुरंत उसका चेकअप करवाना चाहिए। जिससे आप नवजात शिशुओं में बीमारियां (Common Health Problems in Babies) पहचान सकें और इसका जल्द से जल्द इलाज करवा सकें।