बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस (Best Breast feeding practice) के कई तरीके हैं। कुछ महिलाएं बारी-बारी से दोनों ब्रेस्ट से फीडिंग करवाती हैं, तो कुछ एक बार में सिर्फ एक ही ब्रेस्ट से फीड करवाती हैं। एक साइड से ब्रेस्टफीड करवाने में चिंता की कोई बात नहीं है यदि मां को पर्याप्त ब्रेस्ट मिल्क की आपूर्ति हो रही है। आइए आपको बताते हैं बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस की मदद से कैसे आप एक बार में एक ब्रेस्ट से फीडिंग करा सकती हैं क्यों और किन परिस्थितियों में आपको ऐसा करना चाहिए।
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बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस (Best Breast feeding practice) से पहले यह भी जानें
बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस से पहले आपको निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए, तभी आप ब्रेस्टफीडिंग में निपुण हो सकती हैं।
बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस 1: एक ब्रेस्ट को वरीयता देना
कई बार बच्चे एक ही साइड के ब्रेस्ट से दूध पीना पसंद करते हैं, दूसरी साइड से पिलाने पर वह ब्रेस्टफीड नहीं करते। अधिकांश मामलों में एक साइड से स्तनपान करने पर ही बच्चे का पेट भर जाता है, इसलिए इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। हालांकि कई बार दूसरे ब्रेस्ट से स्तनपान न करने का कारण ब्रेस्ट में कुछ समस्या हो सकती है, इसलिए डॉक्टर से जांच करवाएं।
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बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस 2: अधिक ब्रेस्ट मिल्क की आपूर्ति
डिलिवरी के कुछ हफ्ते तक ब्रेस्ट मिल्क ज्यादा बनता है और आपके ब्रेस्ट में आवश्यकता से अधिक दूध बनने लगता है। ऐसे में एक बार में एक ही ब्रेस्ट से या कई बार एक ही ब्रेस्ट से स्तनपान कराने से दूसरे ब्रेस्ट में मिल्क प्रोडक्शन (Milk production) कम हो जाएगा।
बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस 3: कोलिकी बेबी
कुछ मामलों में यदि आपको ब्रेस्ट मिल्क की भरपूर आपूर्ति हो रही है और आप दोनों ब्रेस्ट से फीड करवाती हैं तो बच्चे को पेट संबंधी समस्या हो सकती है जिसके कारण वह बहुत रोता रहता है। बच्चे को गैस हो सकता है, जल्दी वजन बढ़ने लगता है और वह हरे रंग का मल त्याग करता है। ऐसे में एक बार में एक ही ब्रेस्ट से फीड करवाने से इन लक्षणों से राहत मिलती है।
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बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस 4: ब्रेस्ट में घाव या दर्द
यदि आपके निप्पल में घाव हो या ब्रेस्ट इंफेक्शन (Breast infection) हो गया है, निप्पल पे छाले हो गए हैं या एक्जिमा (Eczema) है तो ऐसे में उस तरफ से स्तनपान कराना बहुत दर्दनाक होगा। ऐसे में जो ब्रेस्ट हेल्दी है सिर्फ उसी तरफ से ब्रेस्टफीड करवाएं और दूसरी तरफ के ब्रेस्ट (Breast) के घाव को सूखने के लिए थोड़ा समय दें।
बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस 5: सिर्फ एक ब्रेस्ट सही रूप से काम कर रहा हो
यदि आपका ब्रेस्ट कैंसर का ट्रीटमेंट हुआ है या ब्रेस्ट सर्जरी हुई है तो आप दूसरी साइड के ब्रेस्ट जो स्वस्थ है उससे स्तनपान करा सकती हैं। एक ही ब्रेस्ट में बच्चे के लिए पर्याप्त ब्रेस्ट मिल्क बन जाता है, लेकिन आपको समय-समय पर ब्रेस्ट मिल्क की सप्लाई और बच्चे के वजन की जांच करवानी होगी। यदि पर्याप्त ब्रेस्ट मिल्क नहीं बन रहा है तब भी आप सप्लीमेंट्स देने के साथ ही स्तनपान भी करवा सकती हैं।
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बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस (Best Breast feeding practice) के समय इन बातों का रखें ध्यान
एक बार में एक ही ब्रेस्ट से स्तनपान कराने के कई फायदे हैं। कुछ स्थितों में यह मददगार साबित होता है, तो कुछ मांओं को ऐसा करना सुविधाजनक लगता है, लेकिन ऐसा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस: फीडिंग के लिए ब्रेस्ट बदलते रहें
बच्चे को दिन में कई बार ब्रेस्टफीड करवाना पड़ता है। ऐसे में यदि सुबह पहली बार आपने दायें ब्रेस्ट से स्तनपान करवाया है तो दूसरी बार बायें ब्रेस्ट से करवाएं। इससे दोनों ही ब्रेस्ट हेल्दी रहेंगे और ब्रेस्ट मिल्क (Breast milk) की सप्लाई भी सुचारू रूप से होती रहेगी। यदि आप ऐसा नहीं करती हैं, तो जिस ब्रेस्ट से बच्चा दूध नहीं पीता है उसमें मिल्क की आपूर्ति पूरी तरह से बंद हो सकती है।
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बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस: जब तक बच्चा चाहे उसे दूध पीने दें
बच्चा यदि देर तक ब्रेस्टफीड कर रहा है तो उसे बीच में हटाएं नहीं। जब एक बार में एक ही ब्रेस्ट से बच्चा देर तक स्तनपान करता रहे तो उसे ऐसा करने दें। बस आप यह सुनिश्चित करें कि बच्चे को पर्याप्त दूध मिल रहा है या नहीं। ज्यादा देर तक फीड करने से बच्चे को क्रीमी और फैट से भरपूर हाइंडमिल्क मिलता है। हाइंडमिल्क बच्चे को ज्यादा देर तक संतुष्ट रखता है जिससे वह तुरंत-तुरंत स्तनपान के लिए परेशान नहीं करतें। साथ ही ज्यादा देर तक स्तनपान कराने से ब्रेस्ट से पूरा दूध निकल जाता है और आपके शरीर को और अधिक दूध की आपूर्ति का संकेत जाता है।
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बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिसके (Best Breast feeding practice) दौरान हो सकती हैं यह समस्याएं
ब्रेस्ट का बड़ा होना और दर्द होना
एक ही तरफ से ब्रेस्टफीड करवाने से दूसरी साइड के ब्रेस्ट में दूध भर जाता है जिससे वह बड़ा हो जाता है और दर्द भी होता है। डिलिवरी के पहले कुछ सप्ताह तक यह अधिक होता है, क्योंकि इस दौरान स्तनों में दूध अधिक बनता है और वह बच्चे की आवश्यकता के मुताबिक एडजस्ट होने की कोशिश में रहता। ऐसे में दर्द दूर करने के लिए जब बच्चा एक तरफ से फीड कर रहा हो तो दूसरे ब्रेस्ट से पंप या हाथ की मदद से दूध निकाल दें, इससे राहत मिलेगी। साथ ही यदि आप इसे पंप नहीं करेंगी तो इसमें दूध की आपूर्ति कम हो सकती है।
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असामान्य ब्रेस्ट
जब आप एक ही साइड से ब्रेस्टफीड करवाती हैं तो दोनों ब्रेस्ट का साइज भी अलग-अलग हो जाता है। जिस ब्रेस्ट से आपने फीड करवाया है वह छोटा और दूसरा बड़ा दिखता है, क्योंकि इसमें दूध भरा होता है जो अगली बार फीड करवाने पर खाली होगा। वैसे यह कोई समस्या नहीं है, बल्कि यह आपको याद रखने में मदद करता है कि अगली बार किस ब्रेस्ट से फीड करवाना है। लेकिन आपको यदि अपने स्तनों की यह असमान्यता परेशान कर रही है तो हर बार दोनों ब्रेस्ट से फीड करवाएं।
कब है सावधान होने की जरूरत?
वैसे तो बच्चे को एक बार में एक ही ब्रेस्ट से स्तनपान कराने में कोई परेशानी नहीं है, क्योंकि एक ब्रेस्ट का मिल्क (Breast Milk) बच्चे का पेट भरने के लिए पर्याप्त होता है, लेकिन यदि बच्चा बार-बार दूसरे ब्रेस्ट से दूध (Milk) पीने से इनकार करता है, तो फिर आपको ध्यान देने की जरूरत है। हो सकता है किसी संक्रमण या बीमारी की वजह से दूसरे ब्रेस्ट मिल्क (Breast milk) का स्वाद बदल गया हो इसलिए बच्चा नहीं पी रहा है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर के पास जाएं ताकि वजह का पता चल सके और यदि कुछ गंभीर समस्या है तो तुरंत उसका इलाज हो सके।
बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस से जुड़ी अन्य जानकारियों के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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