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बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन : बैक्टीरिया के कारण होने वाले इस इंफेक्शन का इलाज है जरूरी!

Written by डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


अपडेटेड 14/12/2021

    बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन : बैक्टीरिया के कारण होने वाले इस इंफेक्शन का इलाज है जरूरी!

    स्टैफ इंफेक्शन (Staph infection) स्टैफिलोकॉकस (Staphylococcus) का छोटा नाम है। जो कि एक प्रकार का बैक्टीरिया है। यही बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन (Staph  infection in children) का कारण बनता है। यह बैक्टीरिया स्किन सरफेस पर जिंदा रह सकता है। जिसमें नाक, मुंह, जेनिटल्स और एनस शामिल है। ये बैक्टीरिया ज्यादातर समय नुकसान नहीं पहुंचाते हैं, या छोटे मोटे स्किन इंफेक्शन का कारण बनते हैं, लेकिन जब स्किन कटती या छिलती है, तो स्टाफ बैक्टीरिया उस घाव में प्रवेश करके ब्लडस्ट्रीम, जॉइंट्स, बोन्स, लंग्स और हार्ट तक पहुंच जाते हैं और गंभीर इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं।

    पहले स्टैफ इंफेक्शन का इलाज एंटीबायोटिक की मदद से किया जाता था, लेकिन अब इस बैक्टीरिया का एंटीबायोटिक रेजिस्टेंट स्ट्रेन्स (Antibiotic-resistant strains) मौजूद हैं। जो बच्चों में भी पाए जाते हैं। पहले ये रेजिस्टेंट स्ट्रेन्स हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों और लंबे समय से बीमार मरीजों में पाया जाता था, लेकिन अब हेल्दी लोगों में (जिसमें बच्चे भी शामिल हैं) भी मिलता है।

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    बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन (Staph infection in children)

    बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन चिंता का कारण बन सकता है, क्योंकि दूसरे इंफेक्शन की तुलना में इसका इलाज करना मुश्किल हो सकता है। पहले इस बैक्टीरिया का शिकार ऐसे लोग बनते थे कि जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता था, लेकिन अब यह हेल्दी बच्चों को भी प्रभावित करता है। इसका पूरा नाम मेथिसिलियन रेजिस्टेंट ओरियस (Methicillin-resistant Staphylococcus aureus) है और इस प्रकार के एमआरएसए को कम्युनिटी एसोसिएटेड एमआरएसए (CA-MRSA) कहा जाता है। क्योंकि यह लोगों को कम्युनिटी में प्रभावित करता है।

    ऐसे में डे केयर, प्लेग्राउंड, क्लासरूम में रहने वाले बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन (Staph infection in children) का रिस्क बढ़ जाता है। क्योंकि इन जगहों पर दूसरों के संपर्क में आने का रिस्क ज्यादा होता है। बच्चे ज्यादातर स्किन टू स्किन कॉन्टैक्ट रखते हैं और अपने खिलौने और दूसरी चीजों को भी शेयर करते हैं। ऐसे में इस बैक्टीरिया के फैलने का रिस्क और भी बढ़ जाता है। बच्चों को कटने, छिलने, चोट लगने और कीड़े काटने की संभावना भी अधिक होती है। जिससे बैक्टीरिया आसानी से बॉडी के अंदर प्रवेश कर जाता है।

    बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन के लक्षण (Symptoms of Staph infection in children)

    स्टैफ इंफेक्शन माइनर स्किन इंफेक्शन से लेकर हार्ट इंफेक्शन तक का कारण बन सकता है। इस वजह से इसके लक्षण अलग हो सकते हैं। जो कि लोकेशन और इंफेक्शन की गंभीरता पर निर्भर करते हैं। अगर स्टैफ इंफेक्शन स्किन पर हुआ है तो निम्न लक्षण दिखाई देंगे।

    बॉइल्स (Boils)

    बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन (Staph infection in children) का सबसे कॉमन टाइप बॉइल है। जिसमें स्किन पर एक फोड़ा होता है जिसमें पस हो जाता है। संक्रमित क्षेत्र की त्वचा आमतौर पर लाल हो जाती है और सूज जाती है।

    इंपेटिगो (Impetigo)

    इंपेटिगो दर्दनाक संक्रामक दाने हैं जो कभी-कभी होंठ या ठुड्डी के आसपास बनते हैं। यह पहले फफोले के रूप में आते हैँ और बाद में पपड़ी की तरह जम जाते हैं।

    स्टाई (Stye)

    आंख के आसपास या पलक के पास एक लाल, कभी-कभी दर्दनाक गांठ होती है।

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    सेल्युलाइटिस (Cellulitis)

    सेल्युलाइटिस त्वचा की गहरी परतों में होने वाला संक्रमण है। यह अक्सर त्वचा पर लाल और सूजे हुए क्षेत्र के रूप में दिखाई देता है। यह अधिक क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है और कभी-कभी बुखार और दर्द का कारण भी बनता है।

    स्टैफिलोकॉकस स्केलडेड स्किन सिंड्रोम (Staphylococcal scalded skin syndrome)

    यह अक्सर नवजात शिशुओं और पांच साल से कम उम्र के बच्चों में होता है। अगर ठीक से इलाज किया जाए तो अधिकांश बच्चे पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं। इसमें बच्चों को फीवर, रैशेज, फफोले जैसे परेशानियां एक साथ होती हैं।

    इनके अलावा भी बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन (Staph infection in children) के चलते निम्न लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

    • फूड पॉइजनिंग (Food poisoning)
    • बैक्टीरिमिया (Bacteremia) (बैक्टीरिया जब ब्लडस्ट्रीम में प्रवेश कर जाते हैं)
    • टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (Toxic shock syndrome) (बैक्टीरिया टॉक्सिन प्रोड्यूस करते हैं जो गंभीर परिणामों का कारण बनता है)
    • सेप्टिक अर्थराइटिस (Septic arthritis) (जॉइंट में सूजन, पेन और फीवर)

    बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

    स्टैफ इंफेक्शन के कारण क्या हैं? (What causes staph infections?)

    काई लोग स्टाफ बैक्टीरिया को कैरी करते हैं, लेकिन वे संक्रामित नहीं होते। अगर स्टैफ इंफेक्शन हुआ है, तो इस बात की पूरी संभावना है कि आप लंबे समय से बैक्टीरिया को कैरी कर रहे थे। ये बैक्टीरिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकते हैं। स्टाफ बैक्टीरिया तकिया, तौलिया जैसी चीजों पर लंबे समय तक रह सकते हैं और उन्हें छूने वाले अगले व्यक्ति पर स्थानांतरित हो सकते हैं।

    बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन का इलाज कैसे किया जाता है? (How are staph infections in children treated?)

    बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन हो या व्यस्कों में डॉक्टर फिजिकल एग्जाम और कुछ टेस्ट्स के माध्यम से स्थिति की गंभीरता का पता लगाते हैं और फिर ट्रीटमेंट सजेस्ट करते हैं। जिसमें निम्न शामिल हो सकते हैं।

    एंटीबायोटिक्स (Antibiotics)

    बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन का इलाज करने के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक्स को प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। इसमें एंटीबायोटिक क्रीम के साथ ही ओरली लेने वाली दवाएं शामिल हो सकती हैं। कंडिशन के हिसाब से अलग-अलग प्रकार की एंटीबायोटिक्स दी जाती हैं। कुछ दवाएं इंट्रावेनसली (Intravenously) भी दी जाती हैं। अगर बच्चे को स्टैफ इंफेक्शन के लिए ओरल दवाएं दे रहे हैं तो उन्हें डॉक्टर के दिशा निर्देश के अनुसार ही दें।

    यदि आपके बच्चे को बार-बार स्टैफ संक्रमण होता है, तो आपका डॉक्टर एक एंटीबायोटिक क्रीम लिख सकता है। इसे आपके बच्चे के नाखूनों के नीचे और उनके नथुने के आसपास लगाया जाना चाहिए ताकि स्टैफ बैक्टीरिया से छुटकारा पाने में मदद मिल सके और आपके बच्चे के दोबारा संक्रमित होने की संभावना कम हो सके।

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    वूँड ड्रेनेज (Wound drainage)

    अगर बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन के चलते स्किन इंफेक्शन हुआ है तो डॉक्टर कई बार वूँड ड्रेनेज का भी सहारा लेते हैं। जिसमें घाव में भरे फ्लूइड को चीरा लगाकर निकाल दिया जाता है।

    बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन के खतरे को कम करने के लिए क्या करें?

    बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन (Staff infection in children)

    निम्न टिप्स की मदद से बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन (Staph infection in children) के खतरे को कम किया जा सकता है।

    • अपने बच्चों को कम से कम 15 सेकंड के लिए साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोना सिखाएं। इसमें पालतू जानवरों या अन्य बच्चों के साथ खेलने के बाद हाथ धोना शामिल है।
    • जब हाथ धोना संभव न हो तो बच्चे को एल्कोहॉल-आधारित हैंड सैनिटाइजर या वाइप्स का उपयोग करने के लिए कहें।
    • बच्चों को तौलिये, यूनिफॉर्म या अन्य सामान जो स्किन कॉन्टैक्ट में आते हैं, उन्हें शेयर ना करने के लिए कहें।
    • बच्चों की कटी हुई या छिली हुई त्वचा को साफ रखें और ठीक होने तक सूखी पट्टियों से ढकें।
    • ऐसे खिलौने जिनको बच्चे दूसरे बच्चों के साथ शेयर करते हैं, उनके उपयोग से पहले उन्हें एंटीसेप्टिक घोल से साफ करने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करें।
    • यदि आपके बच्चे की त्वचा रूखी है, एक्जिमा है, या त्वचा की कोई भी कंडिशन है, तो डॉक्टर के निर्देशानुसार क्रीम और मॉश्चराइजर का उपयोग करें।
    • सनबर्न और कीड़ों के काटने से बच्चों को बचाएं।
    • घर के कॉमन एरियाज को जहां बच्चे खेलते हैं साफ रखें।

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    उम्मीद करते हैं कि आपको बच्चों में स्टैफ इंफेक्शन (Staph infection in children) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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