अगर बच्चा स्टेरॉयड थेरेपी (Steroid therapy) पर हो या किसी बच्चे की इम्युनिटी कमजोर हो, तो यह पैच बदतर हो सकते हैं। यह पैचेज अधिकतर गर्मी में नोटिस होते हैं। टिनिया वेर्सिकलर के लक्षण अन्य स्किन कंडीशंस की तरह भी हो सकते हैं। ऐसे में निदान के लिए हमेशा डॉक्टर की सलाह लें।
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टिनिया वेर्सिकलर का निदान कैसे हो सकता है? (Diagnosis of Tinea Versicolor)
पीडियाट्रिक फंगल इंफेक्शंस (Pediatric Fungal Infections) में टिनिया वेर्सिकलर का निदान बच्चों की मेडिकल हिस्ट्री और फिजिकल जांच पर निर्भर करता है। यह पैचेज दुर्लभ होते हैं और इनका आमतौर पर फिजिकल जांच से निदान किया जा सकता है। डॉक्टर इन पैचेज को अधिक क्लियर देखने के लिए अल्ट्रावॉयलेट लाइट कर ? प्रयोग कर सकते हैं या फिर स्किन स्क्रैपिंग्स (Skin scrapings ) का इस्तेमाल भी निदान के लिए किया जा सकता है। जानिए कैसे संभव है इसका उपचार?
टिनिया वेर्सिकलर का उपचार (Treatment of Tinea Versicolor)
इस समस्या के उपचार में डैंड्रफ शैम्पू का प्रयोग शामिल है, जिसकी सलाह डॉक्टर देते हैं। इस शैम्पू को बच्चे की त्वचा पर पूरी रात लगा कर रखा जाता है और सुबह धो दिया जाता है। ऐसा कई रातों तक किया जाता है। यह समस्या फिर से हो सकती है, ऐसे में अतिरिक्त उपचार की जरूरत हो सकती है। इसके अलावा डॉक्टर अन्य टॉपिकल क्रीम, ओरल एंटीफंगल दवाईयों या मंथली शैम्पू ट्रीटमेंट की सलाह दे सकते हैं। इस इंफेक्शन के कारण स्किन कलर में बदलाव आ सकता है। जिसे त्वचा का सामान्य रंग वापस में आने में कई महीने लग जाते हैं। यह तो थी पीडियाट्रिक फंगल इंफेक्शंस (Pediatric Fungal Infections) के बारे में जानकारी अब जानिए कि आप अपने बच्चे को इस समस्या से कैसे बचा सकते हैं।
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पीडियाट्रिक फंगल इंफेक्शंस से बचाव कैसे संभव है? (Prevention of Pediatric Fungal Infections)
बच्चों में फंगल इंफेक्शन बेहद सामान्य है लेकिन कुछ तरीकों से इससे बचा भी जा सकता है। इस समस्या से बचने का सबसे बेहतरीन उपाय है गुड हाइजीन। जानिए पीडियाट्रिक फंगल इंफेक्शंस (Pediatric Fungal Infections) से बचने के अन्य उपायों के बारे में:
- अपने बच्चे को फंगल इंफेक्शन से बचाने के लिए उसकी त्वचा को साफ़ और सुखी रखें खासतौर पर जिन हिस्सों में यह संक्रमण होने की संभावना अधिक रहती है।
- बच्चे को बार बार हाथ धोनें को कहें, खासतौर पर अगर उसने किसी व्यक्ति या जानवर को छुआ हो।
- बच्चों का तौलिया, साबुन, कंघी जैसी चीजें अलग रखें। इन चीज़ों को शेयर करने से बचें।
- बच्चे को कम्युनिटी शावर्स, स्विमिंग पूल जैसी जगहों में हमेशा जूते पहन कर रखने को कहें।
- ध्यान रहे बच्चों को अधिक तंग कपडे, जूते या जुराबें न पहनने दें।
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उम्मीद है कि पीडियाट्रिक फंगल इंफेक्शंस (Pediatric Fungal Infections) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। यह समस्या बेहद बैचनी और दर्द भरी हो सकती है। कुछ मामलों में इस समस्या को ठीक होने में कई हफ्तों से महीनों भी लग सकते हैं। अगर आपको अपने बच्चे में फंगल इंफेक्शन का कोई भी लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से बात करें। ताकि,जल्दी निदान और उपचार से किसी भी गंभीर परेशानी से बचा जा सके। कई मामलों में डॉक्टर रोगी को अपनी डायट या अन्य रोजाना की आदतों को बदलने के लिए भी कह सकते हैं ताकि भविष्य में इस समस्या के उपचार या इससे बचाव में मदद मिल सके।
अगर आपके दिमाग में इस समस्या के बारे में कोई भी चिंता या सवाल है तो डॉक्टर से बात करें। इसके साथ ही आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।