बच्चों में थायराॅइड का आयुर्वेदिक उपचार: बादाम (Almond)
थायराॅइड की समस्या के अलावा अन्य लिए बादाम सबसे उपयुक्त हैं। यह प्रोटीन (Protein), फाइबर और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है। बादाम में सेलेनियम होता है जो थायराॅइड हेल्दी न्यूट्रिएंट है। यह मैग्नीशियम में भी बहुत समृद्ध है जो थायरायड ग्रंथि को आराम से काम करने में मदद कर सकता है।
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दूध और इससे बने पदार्थ (Milk Product)
दूध, पनीर और दही थायराॅइड के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं क्योंकि ये आयोडीन में हाई होते हैं जो थायराॅइड के सही तरह से काम के लिए आवश्यक है। यह विटामिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करेंगे।
बच्चों में थायराॅइड का आयुर्वेदिक उपचार: बीन्स (Beans)
बीन्स फाइबर, प्रोटीन, आवश्यक खनिज और विटामिन से भरपूर होते हैं। यह एंटीऑक्सिडेंट और जटिल कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होते हैं। फाइबर अधिक होने से यह कब्ज से निपटने में मदद करता है जो हाइपोथायरायडिज्म का एक आम दुष्प्रभाव है।
बच्चों में थायराॅइड का आयुर्वेदिक उपचार: अलसी का बीज (Flax seeds)
अलसी का बीज अच्छे फैटी एसिड से भरपूर होते हैं जो दिल और थायरायड के लिए अच्छे होते हैं। मैग्नीशियम और विटामिन बी 12 से भरपूर, अलसी का बीज हाइपोथायरायडिज्म से लड़ते हैं।
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थायराइड फंक्शनिंग को अच्छा बनाए रखने के सबसे महत्वपूर्ण है नियमित व्यायाम। दवाएं और प्राकृतिक उपचार ठीक हैं, लेकिन इसे उचित व्यायाम के साथ जोड़ा जाना चाहिए। नियमित व्यायाम हार्मोनल संतुलन में मदद करता है और बेहतर वजन के नियंत्रण में काम आता है जो थायराइड की समस्याओं से निपटने में मदद करता है।