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बूस्ट्रिक्स वैक्सीन : बच्चों को बचा सकती है तीन गंभीर बीमारियों से!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 09/11/2021

    बूस्ट्रिक्स वैक्सीन : बच्चों को बचा सकती है तीन गंभीर बीमारियों से!

    बूस्ट्रिक्स वैक्सीन (Boostrix Vaccine) तीन टीकों का एक कॉम्बिनेशन है जिसका उपयोग डिप्थीरिया (Diphtheria), टिटनस (Tetanus) और काली खांसी (Whooping cough) को रोकने के लिए किया जाता है। टिटनस, डिप्थीरिया और काली खांसी बैक्टीरिया के कारण होने वाली गंभीर बीमारियां हैं। यह ऐसे इंफेक्शन को रोकने के लिए सूक्ष्मजीवों (Microorganisms) के खिलाफ कार्य करने के लिए इम्यून सिस्टम को स्टिमुलेट करता है। बूस्ट्रिक्स वैक्सीन 10 साल और उससे अधिक आयु के व्यक्ति को दी जाती है। बूस्ट्रिक्स (Boostrix) को टीडैप (Tdap) वैक्सीन के रूप में जाना जाता है। आपको बता दें कि यह वैक्सीन अन्य प्रकार के बैक्टीरिया या जीवों के कारण होने वाली बीमारियों से प्रोटेक्ट नहीं करती है। आइए, जानते हैं बूस्ट्रिक्स वैक्सीन के बारे में सब कुछ विस्तार से।

    टिटनस (Tetanus) में बूस्ट्रिक्स इंजेक्शन

    टिटनस (Tetanus) एक सीरियस बैक्टीरियल इंफेक्शन है जो तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) को प्रभावित करता है और पूरे शरीर की मांसपेशियों के स्टिफनेस और टाईटनिंग का कारण बनता है। बूस्ट्रिक्स वैक्सीन (Boostrix Vaccine) टिटनेस के इंफेक्शन को रोकने में मदद करती है। यह इम्यून सिस्टम को टिटनेस इंफेक्शन से लड़ने के लिए एंटीबॉडी को प्रोडूस करने में मदद करता है। हालांकि, यह लाइफलॉन्ग प्रोटेक्शन नहीं देता है।

    डिप्थीरिया (Diphtheria) में बूस्ट्रिक्स वैक्सीन

    डिप्थीरिया (Diphtheria) एक बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial infection) है जो गले में दर्द और सूजन का कारण बनता है। इससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। यह हार्ट, किडनी और नसों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। बूस्ट्रिक्स वैक्सीन डिप्थीरिया से सुरक्षा देती है। वैक्सिनेशन के बारे में पूरी जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करना बेस्ट रहता है।

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    पर्टुसिस (Pertussis) में बूस्ट्रिक्स वैक्सीन

    पर्टुसिस (जिसे अक्सर काली खांसी कहा जाता है) एयरवेज का एक संक्रमण है जो किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन यह ज्यादातर शिशुओं और छोटे बच्चों को प्रभावित करता है। इंफेक्शन अनियंत्रित खांसी का कारण बनता है जिससे सांस लेने में मुश्किल हो सकती है। बूस्ट्रिक्स वैक्सीन पर्टुसिस से सुरक्षा देती है। इस वैक्सीन के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।

    बूस्ट्रिक्स इंजेक्शन के साइड इफेक्ट्स (Side effects of boostrix vaccine)

    ज्यादातर साइड इफेक्ट्स के लिए किसी मेडिकल अटेंशन की आवश्यकता नहीं होती है और जैसे-जैसे बॉडी दवा के साथ एडजस्ट होती जाती है, वैसे-वैसे ये कॉमन साइड इफेक्ट्स गायब हो जाते हैं। अपने डॉक्टर से परामर्श करें यदि वे बने रहते हैं या आप उनके बारे में परेशान होते हैं। बूस्ट्रिक्स के सामान्य साइड इफेक्ट्स में निम्न शामिल हैं।

    बूस्ट्रिक्स वैक्सीन कब नहीं दी जानी चाहिए? (When should Boostrix vaccine not be given?)

    • अगर बच्चे को बूस्ट्रिक्स वैक्सीन या इसके किसी भी इंग्रीडेंट से एलर्जी रिएक्शन हुआ है तो बूस्ट्रिक्स वैक्सीन नहीं दी जानी चाहिए। एलर्जी रिएक्शन के लक्षणों में खुजली वाली त्वचा पर दाने, सांस लेने में तकलीफ या चेहरे या जीभ पर सूजन शामिल हो सकती है। यदि आपको ऐसे कोई लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
    • हाय टेम्प्रेचर के साथ सीवियर इंफेक्शन होने पर टीकाकरण से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें। हालांकि, सर्दी जैसे मामूली इंफेक्शन से वैक्सीन में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।
    • पिछले पर्टुसिस वैक्सीन लगने के बाद 7 दिनों के भीतर यदि ब्रेन में किसी तरह की सूजन या कोई तंत्रिका संबंधी विकार (Neurologic disorder) डेवलप हुआ हो, तो बूस्ट्रिक्स वैक्सीन से बचना चाहिए।
    • यदि ब्लड प्लेटलेट्स में अस्थायी कमी का अनुभव किया है (जिससे ब्लीडिंग या चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है), तो आपको यह टीका नहीं दिया जाएगा ।
    • यदि बच्चे को गंभीर या अनियंत्रित मिर्गी (Severe or uncontrolled epilepsy) या सीजर्स डिसऑर्डर (Seizure disorder) है, तो वैक्सीन नहीं दी जाएगी।

    बूस्ट्रिक्स (Boostrix) कैसे दी जाती है?

    बूस्ट्रिक्स (Boostrix) का टीका मसल्स में इंजेक्शन (शॉट) के रूप में दिया जाता है। यह आमतौर पर वन-टाइम इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है। टीडैप के विपरीत केवल टिटनेस वैक्सीन आमतौर पर हर 10 साल में एक बार दी जाती है। ब्लीडिंग प्रॉब्लम वाले लोगों को स्किन के नीचे (Subcutaneously) वैक्सीन देने की आवश्यकता हो सकती है। बूस्ट्रिक्स वैक्सीन कभी भी नस द्वारा (Intravenously) नहीं दी जाती है।

    बूस्ट्रिक्स वैक्सीन की एक सिंगल डोज की सिफारिश की जाती है। डिप्थीरिया, टिटनस और पर्टुसिस बीमारियों के खिलाफ रिपीट वैक्सिनेशन ऑफिशियल रिकमेंडेशन पर ही किया जाना चाहिए। यदि वैक्सीन की निर्धारित बूस्टर डोज आपसे मिस हो जाती है, तो अपने डॉक्टर से बात करें।

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    क्या बूस्ट्रिक्स वैक्सीन (Boostrix Vaccine) को गर्भावस्था और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इस्तेमाल करना सुरक्षित है?

    हां, गर्भावस्था और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इस वैक्सीन का इस्तेमाल करना सेफ है। हालांकि, अगर आप गर्भधारण, गर्भवती या ब्रेस्टफीडिंग की योजना बना रही हैं, तो अपने डॉक्टर को सूचित करें। इससे डॉक्टर आपको वैक्सीन लेने के लिए उचित समय पर अधिक जानकारी दे सकेंगे।

    गर्भावस्था के दौरान वैक्सीन-प्रेरित एंटीबॉडी (Vaccine-induced antibodies) के ट्रांसफर द्वारा मां और शिशु दोनों की सुरक्षा होती है। मां से बच्चे में इंफेक्शन के ट्रांसमिशन के रिस्क को इससे कम किया जा सकता है। इससे जन्म से पहले और जन्म के बाद भी (जीवन के पहले वर्ष के लिए) प्रोटेक्शन जारी रहता है। नवजात शिशुओं में पर्टुसिस के लिए टीकाकरण 6 सप्ताह में शुरू होता है। ऐसे में बर्थ के पहले कुछ महीनों में यह बच्चे की पर्टुसिस से सुरक्षा के लिए बेनेफिशियल साबित होता है।

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    बूस्ट्रिक्स के साथ कौन सी दवाएं इंटरैक्ट कर सकती हैं? (Boostrix Vaccine and drug interaction)

    बूस्ट्रिक्स लेने से पहले, अपने डॉक्टर को उन सभी अन्य वैक्सिनेशन के बारे में बताएं जिन्हें आपने हाल ही में लिया है या बच्चे को दिए गए हैं। डॉक्टर को यह भी बताएं कि यदि आपने हाल ही में ऐसी मेडिसिन्स या ट्रीटमेंट लिए हैं जो इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

    • एक ओरल, नेजल, इंहेल्ड, या इंजेक्टेबल स्टेरॉयड मेडिसिन
    • सोरायसिस (Psoriasis), रूमेटाॅइड अर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis) या अन्य ऑटोम्यून्यून डिसऑर्डर (Autoimmune disorders) के इलाज के लिए दवाएं
    • ऑर्गन ट्रांसप्लांट रिजेक्शन (Organ transplant rejection) के उपचार या रोकथाम के लिए दवाएं।

    यदि आप इनमें से किसी भी दवा का उपयोग कर रहे हैं, तो हो सकता है कि आप वैक्सीन प्राप्त करने में सक्षम न हों, या अन्य उपचार समाप्त होने तक प्रतीक्षा करने की आवश्यकता हो।

    नोट: यह पूरी लिस्ट नहीं है। अन्य दवाएं टिटनस, डिप्थीरिया, और पर्टुसिस वैक्सीन के साथ रियेक्ट कर सकती हैं, जिनमें प्रिस्क्रिब्शन और ओवर-द-काउंटर दवाएं, विटामिन और हर्बल प्रोडक्ट शामिल हैं। इस विषय में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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    क्या बूस्ट्रिक्स एक सुरक्षित वैक्सीन है? (Is Boostrix a safe vaccine?)

    कई स्टडीज और ट्रायल्स से पता चला है कि बूस्ट्रिक्स वैक्सीन (Boostrix Vaccine) एक सुरक्षित और इफेक्टिव वैक्सीन है। इसलिए, इसे दुनिया भर के कई मेडिकल आर्गेनाइजेशन और डॉक्टरों द्वारा उपयोग और रेकमेंड करने के लिए अप्रूव किया गया है। डिप्थीरिया, पर्टुसिस और टिटनेस जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव करने में यह बेहद फायदेमंद साबित हुई है। इस वैक्सीन का कोई भी साइड इफेक्ट आमतौर पर मामूली होता है और जल्दी ठीक हो जाता है।

    बच्चों को पर्टुसिस, टिटनस और डिप्थीरिया जैसी बीमारियों से बचाने के लिए बूस्ट्रिक्स वैक्सीन कब ली जा सकती है? इस बारे में अधिक जानकरी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लेना न भूलें ।

    उम्मीद करते हैं कि आपको बूस्ट्रिक्स वैक्सीन (Boostrix Vaccine) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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