बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स के इस्तेमाल से क्या साइड इफेक्ट देखे जा सकते हैं? (Side effects of Antipsychotics for kids)

बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स (Antipsychotics) के इस्तेमाल से पहले आपको इससे जुड़ी पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए। बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स (Antipsychotics for kids) का इस्तेमाल बेहद सोच समझकर और डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए। यदि लंबे समय तक किसी मानसिक स्वास्थ्य समस्या की वजह से बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स का सेवन करना पड़ रहा है, तो उसे कई तरह के साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो उसके विकास पर सीधा प्रभाव डालते हैं। इन साइड इफेक्ट्स में इन समस्याओं का समावेश होता है –
वेट गेन : बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स (Antipsychotics for kids) के इस्तेमाल से बच्चों का वजन अचानक बढ़ता हुआ दिखाई दे सकता है। ज्यादा वजन बढ़ने की वजह से बच्चे को भविष्य में लाइफस्टाइल संबंधित समस्याएं हो सकती है। जिसकी वजह से इससे जुड़ी कॉम्प्लिकेशन होने की भी संभावना रहती है। इसलिए डॉक्टर बच्चे की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सीमित समय के लिए ही इन दवाओं के इस्तेमाल की सलाह देते हैं।
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हार्ट प्रॉब्लम और डायबिटीज : बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स (Antipsychotics for kids) में कुछ दवाएं ऐसी होती हैं, जो बच्चों के शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) के लेवल को बढ़ाती है। साथ ही साथ यह ब्लड शुगर लेवल को भी प्रभावित करती है, जिसकी वजह से भविष्य में बच्चे को डायबिटीज या हार्ट से जुड़ी समस्याएं होने की सम्भावना रहती है। इसलिए ऐसी स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टर आपको खानपान से संबंधित सलाह दे सकते हैं।
इसके अलावा बच्चों में कुछ आम साइड इफेक्ट भी देखे गए हैं, जो इस प्रकार हैं –
- धुंधली दृष्टि
- मांसपेशियों में अकड़न या कमजोरी
- कब्ज
- तेज धडकन
- खड़े होने या जल्दी चलने पर चक्कर आना
- बेचैनी
- मुंह का सूखना
- तंद्रा
- यौन रोग
- सामान्य से अधिक भूख लगना
इन सभी समस्याओं के चलते बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स (Antipsychotics for kids) का इस्तेमाल सोच समझकर किया जाता है। यही वजह है कि आपको डॉक्टर से सलाह के दौरान कुछ बातों पर ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं डॉक्टर से आप किन बातों पर जानकारी ले सकते हैं।
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बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स (Antipsychotics for kids) के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से लें ये सलाह
इस आर्टिकल में दी गई कोई भी जानकारी डॉक्टर की सलाह की जगह नहीं ले सकती, इसलिए बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स (Antipsychotics for kids) के इस्तेमाल से पहले आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए। किसी भी प्रकार की एंटीसायकोटिक्स (Antipsychotics) दवाएं आपको डॉक्टर की सलाह के बगैर बच्चों को नहीं देनी चाहिए। यह दवाएं बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव डालती है। यही वजह है कि पूरी तरह से चेकअप के बाद ही इन दवाओं को का इस्तेमाल करना चाहिए।
बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स (Antipsychotics for kids) के इस्तेमाल से पहले आपको डॉक्टर से बच्चे की मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारी हासिल करनी चाहिए। बच्चे की मानसिक स्थिति कैसी है और इस स्थिति में परिवार का सपोर्ट किस तरह मिलना चाहिए। यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी साबित होती है। साथ ही साथ कई बार डॉक्टर बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स के इस्तेमाल के साथ-साथ कई तरह की साइकोटिक थेरेपी का भी चयन करते हैं। यदि आपके बच्चे को किसी तरह की थेरेपी की जरूरत है, तो डॉक्टर से इस बात की जानकारी लेना जरूरी माना जाता है।
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बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स (Antipsychotics for kids) को बिना डॉक्टर की सलाह के अचानक बंद नहीं करना चाहिए। इन दवाइयों को शुरू करने और इनका सेवन बंद करने के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी मानी जाती है।
बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स (Antipsychotics) का इस्तेमाल कुछ मानसिक समस्याओं में जरूरी माना जाता है। इसलिए यदि आपके बच्चे को इन दवाओं की जरूरत है, तो बिना किसी झिझक के पूरी जानकारी के साथ इन दवाओं का इस्तेमाल करें। बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए यह दवाई लाभकारी साबित हो सकती है, लेकिन इन दवाओं को देने के लिए के दौरान आपको सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती है। इन सावधानियों पर ध्यान देते हुए आप बच्चों के लिए एंटीसायकोटिक्स (Antipsychotics for kids) का इस्तेमाल कर सकते हैं।