और पढ़ें- बच्चों को निमोनिया की वैक्सीन लगाना है जरूरी
रोटावायरस वैक्सीन (Rotavirus vaccine – RV)
रोटावायरस बहुत ही संक्रामक वायरस है, जो नवजात और छोटे बच्चों में गंभीर डायरिया (diarrhea) का कारण बन सकता है। इसकी वजह से बच्चों को अक्सर उल्टी और बुखार होता है। यदि समय पर उपचार न किया जाए तो इससे गंभीर डिहाइड्रेशन और मौत भी हो सकती है।
कब लगाया जाता है टीका?
रोटावायरस से बचाव के लिए टीका लगवाना (vaccination)) जरूरी है। यह वैक्सीन ओरली दी जाती है। आमतौर पर इसकी दो या तीन खुराक दी जा सकती है। पहली खुराक 15 हफ्ते की उम्र से पहले दी जानी चाहिए और आखिरी खुराक 8 महीने की उम्र तक देना जरूरी है। एक बाद का ध्यान रखें विशेषज्ञ कुछ बच्चों को यह वैक्सीन नहीं देने की सिफारिश करते हैं। जिन बच्चों को रोटावायरस वैक्सीन की पहली डोज के बाद गंभीर एलर्जिक रिएक्शन (allergic reaction) हुआ हो या जिन्हें दूसरी गंभीर एलर्जी (serious allergies) हो उन्हें यह टीका नहीं लगवाना चाहिए। जिन बच्चों को इम्यून सिस्टम से जुड़ी समस्या (immune system problems) हो उन्हें भी वैक्सीन नहीं लगानी चाहिए।
वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Possible side effects)
दूसरे टीके की तरह ही रोटावायरस वैक्सीन के भी कुछ साइड इफेक्ट्स हैं। हालांकि यह साइड इफेक्ट मामूली होते हैं और अपने आप चले जाते हैं। इनमें शामिल है-
- अस्थायी डायरिया (diarrhea) या उल्टी (vomiting)
- बुखार (fever)
- भूख न लगना (loss of appetite)
- चिड़चिड़ापन (irritability)
कुछ दुर्लभ मामलों में एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है।
हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A) वैक्सीन
हेपेटाइटिस ए लिवर की गंभीर बीमारी (liver disease) है, जो हेपेटाइटिस ए वायरस के कारण होता है। इसके लक्षण कुछ हफ्ते से कुछ महीनों में समाप्त होते हैं। कुछ मामलों में लक्षण गंभीर हो जाते हैं और ठीक होने में कई महीने लग सकते है। थकान, पेटदर्द, मितली, जॉन्डिस आदि इसके कुछ लक्षण है।
कब लगाया जाता है टीका?
एक्सपर्ट्स सभी बच्चों को हेपेटाइटिस ए का टीका लगवाने की सलाह देते हैं। आमतौर पर इसकी दो खुराक 6 से 18 महीने के अंदर दी जाती है।
कुछ मामलों में व्यस्कों को भी यह वैक्सीन (vacine)दी जाती है। खासतौर पर उन्हें, जो ऐसे देशों की यात्रा पर जाते हैं जहां हेपेटाइटिस ए से संक्रमित होने का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा ड्रग्स (drugs) का इस्तेमाल करने वाले और क्रॉनिक लिवर डिसीज (chronic liver disease) वालों को भी टीका लगवाने की सलाह दी जाती है।
वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Possible side effects)
आमतौर पर यह वैक्सीन (vaccine) सुरक्षित होती है, लेकिन कई बार मामूली साइड इफेक्ट्स दिख सकते हैं जिसमें शामिल है-
- इंजेक्शन वाली जगह पर घाव
- सिरदर्द (headache)
- भूख न लगना
- थकान (tiredness)
दुर्लभ, लेकिन गंभीर साइड इफेक्ट्स में शामिल है-
- सांस लेने में दिक्कत (trouble breathing)
- नर्व डैमेज (nerve damage) के कारण मांसपेशियों का कमजोर होना
- थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (thrombocytopenia) यह लो प्लेटलेट काउंट की स्थिति है