बच्चों को अक्सर कई तरह के इंफेक्शन के चलते स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस तरह की समस्याएं बच्चे के शारीरिक विकास पर बुरा प्रभाव डालती है। यदि समय पर इन स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज न कराया जाए, तो बच्चे के लिए जान का जोखिम भी खड़ा हो सकता है। आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे फीवर के बारे में, जो बच्चे के लिए बेहद तकलीफदेह माना जाता है। हम बात कर रहे हैं स्कारलेट फीवर (Scarlet fever) की। स्कारलेट फीवर एक तरह का इंफेक्शन होता है, जिससे बच्चे के शरीर पर लाल चकत्ते बन जाते हैं। ये समस्या बच्चे के लिए परेशानी से भरपूर मानी जाती है। स्कारलेट फीवर की वजह से बच्चे को कई तकलीफों से गुजरना पड़ता है, इसलिए बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स से इलाज किया जा सकता है। बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children) तब दी जाती है, जब बच्चा इस समस्या से ग्रसित हो जाता है। आइए जानते हैं बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स से जुड़ी यह जरूरी जानकारी। लेकिन इससे पहले जानना जरूरी है स्कारलेट फीवर के बारे में ये बातें।
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क्या है स्कारलेट फीवर (Scarlet fever)?
स्कारलेट फीवर को स्कारलेटिना भी कहा जाता है। इस समस्या में बच्चे के पूरे शरीर पर लाल और उभरे हुए चकत्ते दिखाई देते हैं। यह एक ऐसा इंफेक्शन है, जो बच्चे के पूरे शरीर में फैल सकता है। यदि बच्चे को गले से संबंधित समस्याएं हैं, तो उसे स्कारलेट फीवर (Scarlet fever) होने का रिस्क बढ़ जाता है। जो बैक्टीरिया स्कारलेट फीवर के लिए जिम्मेदार होते हैं, वह बच्चे का गला खराब होने का कारण भी बन सकते हैं। इस समस्या में बच्चे को तेज बुखार आता है। आमतौर पर स्कारलेट फीवर की तकलीफ 5 से 15 साल के बच्चों को होती है। यह एक गंभीर बीमारी मानी जाती है, जिसके लिए बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children) की मदद ली जाती है। स्ट्रैप्टॉकोक्कस (Streptococcus) नामक बैक्टीरिया स्कारलेट फीवर का कारण बनता है। यही वजह है कि बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स के जरिए का इसका इलाज किया जाता है। बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स से इलाज की जरूरत पड़ती है, जब स्कारलेट फीवर के लक्षण दिखाई देते हैं। आइए जानते हैं स्कारलेट फीवर के लक्षणों के बारे में।
क्या हैं स्कारलेट फीवर के लक्षण? (Symptoms of Scarlet fever)
स्कारलेट फीवर की स्थिति बच्चे के लिए काफी तकलीफदेह साबित होती है। यह स्थिति बच्चे के शरीर में कई तरह के बदलाव लेकर आती है, जिसकी वजह से बच्चा बेहतर महसूस नहीं कर पाता। यह एक गंभीर इंफ़ेक्शन माना जाता है, जिसमें आपको बच्चे में यह लक्षण दिखाई दे सकते हैं –
- पूरे शरीर में लाल दाने
- पूरे शरीर में लालिमा के साथ लकीरें
- चेहरे पर सूजन
- जीभ के कलर में बदलाव
बच्चे में स्कारलेट फीवर के लक्षण आमतौर पर गंभीर रूप में नजर आते हैं। खासतौर पर चेहरे और जीभ में आई लालिमा और चकत्ते १ सप्ताह तक बने रह सकते हैं, जिस पर अक्सर जलन महसूस होती है। जब बच्चे में स्कारलेट फीवर (Scarlet fever) की समस्या होती है, तो यह लक्षण भी नजर आ सकते हैं –
- तेज बुखार आना
- ठंड लगना
- गले में लाल पीले चकत्ते दिखाई देना
- भोजन निगलने में समस्या होना
- उल्टी होना
- सिर में दर्द होना
यह सभी लक्षण स्कारलेट फीवर (Scarlet fever) की ओर इशारा करते हैं। इन सभी लक्षणों के इलाज के लिए बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children) का सहारा लिया जाता है। आइए जानते हैं स्कारलेट फीवर के क्या कारण हो सकते हैं।
क्या हैं स्कारलेट फीवर के कारण? (Causes of Scarlet fever)
स्कारलेट फीवर के फैलने के पीछे स्ट्रैप्टॉकोक्कस बैक्टीरिया कारण बनता है। यह बैक्टीरिया गले और मुंह में संक्रमण पैदा करता है और शरीर में टॉक्सिक एलिमेंट बनाता है, जिससे शरीर में लाल चकत्ते दिखाई देने लगते हैं। यह चकत्ते धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल सकते हैं, जिसके लिए बाद में बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children) का इस्तेमाल करना पड़ता है। स्कारलेट फीवर (Scarlet fever) एक तरह का संक्रमण माना जाता है, इसलिए यह एक बच्चे से दूसरे बच्चे में फैल सकता है। आमतौर पर स्कारलेट फीवर होने के 2 से 5 दिन के भीतर यह दूसरे बच्चों में फैल सकती है। इसके लिए बच्चे को सबसे दूर रखने की जरूरत पड़ती है, साथ ही साथ बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स की मदद से इलाज की जरूरत पड़ती है। आइए अब जानते हैं बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स के तौर पर किन-किन दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है।
बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स : इन दवाओं का कर सकते हैं इस्तेमाल (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children)
बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स इलाज के तौर पर इस्तेमाल की जाती है, लेकिन यह दवाएं डॉक्टर द्वारा प्रिसक्राइब किए जाने पर ही ली जानी चाहिए। डॉक्टर बच्चे की स्थिति को ध्यान में रखकर और पूरी जांच के बाद बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children) प्रिसक्राइब कर सकते हैं। यह स्थिति गंभीर मानी जाती है, इसलिए अपनी मर्जी से किसी भी तरह की दवाई बच्चों को देना उनकी जान के साथ खिलवाड़ करने जैसा हो सकता है। आमतौर पर स्कारलेट फीवर (Scarlet fever) में पेनिसिलिन और अमोक्सिसिल्लिन (Penicillin and amoxicillin) नामक एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन जिन बच्चों को पेनिसिलिन से एलर्जी होती है, उन बच्चों को अजिथ्रोमायसिन और क्लेरिथ्रोमायसिन जैसी दवाएं प्रिसक्राइब की जा सकती हैं। आइए अब जानते हैं बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स के अंतर्गत किन दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है।
पेंटिड्स 400 टैबलेट (Pentids 400 Tablet)
पेंटिड्स 400 टैबलेट एंटीबायोटिक के तौर पर दी जाती है, जो अलग-अलग तरह के बैक्टीरियल इनफेक्शन में कारगर मानी जाती है। बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children) के तौर पर इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह गले, कान, नाक और रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट में हुए इन्फेक्शन को ठीक करने का काम करती है। साथ ही साथ यह बड़ों के लिए भी इस्तेमाल हो सकती है। बड़ों में होने वाले सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज जैसे सिफलिस में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। यह शरीर में बैक्टीरियल ग्रोथ को रोकती है और इंफेक्शन की स्थिति को ठीक करती है।
इस दवा को खाने के बाद या पहले लिया जा सकता है। लेकिन इसे एक ही समय में लिया जाना चाहिए। इस दवा का पूरा कोर्स करना बेहद जरूरी है, जिससे इंफेक्शन को पूरी तरह से ठीक किया जा सके। यदि इस दवा का कोर्स पूरा ना किया जाए तो यह समस्या दोबारा हो सकती है। यदि बच्चे को पेनिसिलिन या पेनिसिलिन (Penicillin and amoxicillin) से जुड़ी किसी दवा से एलर्जी होती है, तो आपको डॉक्टर को इस बारे में जरूर जानकारी देनी चाहिए। आमतौर पर इस दवा से त्वचा में रैश, उल्टी, मतली और डायरिया जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो कुछ समय में अपने आप ठीक हो जाते हैं। आमतौर पर यह दवा प्रेगनेंसी में ली जा सकती है, लेकिन इसके इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है। बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children) एक ऐसा इलाज है, जो उनकी स्थिति को बेहतर बना सकता है। लेकिन यदि बच्चा किसी तरह की एलर्जी से परेशान है, तो इन दवाओं का इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
पेनसिप 400000IU टैबलेट (Pencip 400000IU Tablet)
पेनसिप 400000IU टैबलेट एंटीबायोटिक के तौर पर दी जाती है, जो अलग-अलग तरह के बैक्टीरियल इनफेक्शन में कारगर मानी जाती है। बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children) के तौर पर इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह गले, कान, नाक और रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट में हुए इन्फेक्शन को ठीक करने का काम करती है। साथ ही साथ यह बड़ों के लिए भी इस्तेमाल हो सकती है। बड़ों में होने वाले सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज जैसे सिफलिस में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। यह शरीर में बैक्टीरियल ग्रोथ को रोकती है और इंफेक्शन की स्थिति को ठीक करती है।
इस दवा को खाने के बाद या पहले लिया जा सकता है। लेकिन इसे एक ही समय में लिया जाना चाहिए। इस दवा का पूरा कोर्स करना बेहद जरूरी है, जिससे इंफेक्शन को पूरी तरह से ठीक किया जा सके। यदि इस दवा का कोर्स पूरा ना किया जाए तो यह समस्या दोबारा हो सकती है। यदि बच्चे को पेनिसिलिन या पेनिसिलिन से जुड़ी किसी दवा से एलर्जी होती है, तो आपको डॉक्टर को इस बारे में जरूर जानकारी देनी चाहिए। आमतौर पर इस दवा से त्वचा में रैश, उल्टी, मतली और डायरिया जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो कुछ समय में अपने आप ठीक हो जाते हैं। आमतौर पर यह दवा प्रेगनेंसी में ली जा सकती है, लेकिन इसके इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है। बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children) एक ऐसा इलाज है, जो उनकी स्थिति को बेहतर बना सकता है। लेकिन यदि बच्चा किसी तरह की एलर्जी से परेशान है, तो इन दवाओं का इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
एल्केम अमोक्सिसिलिन 250 एमजी (Alkem Amoxicillin 250mg)
एल्केम अमोक्सिसिलिन 250 एमजी एंटीबायोटिक के तौर पर दी जाती है, जो अलग-अलग तरह के बैक्टीरियल इनफेक्शन में कारगर मानी जाती है। बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children) के तौर पर इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह गले, कान, नाक और रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट में हुए इन्फेक्शन को ठीक करने का काम करती है। साथ ही साथ यह बड़ों के लिए भी इस्तेमाल हो सकती है। बड़ों में होने वाले सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज जैसे सिफलिस में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। यह शरीर में बैक्टीरियल ग्रोथ को रोकती है और इंफेक्शन की स्थिति को ठीक करती है।
इस दवा को खाने के बाद या पहले लिया जा सकता है। लेकिन इसे एक ही समय में लिया जाना चाहिए। इस दवा का पूरा कोर्स करना बेहद जरूरी है, जिससे इंफेक्शन को पूरी तरह से ठीक किया जा सके। यदि इस दवा का कोर्स पूरा ना किया जाए तो यह समस्या दोबारा हो सकती है। यदि बच्चे को पेनिसिलिन या पेनिसिलिन से जुड़ी किसी दवा से एलर्जी होती है, तो आपको डॉक्टर को इस बारे में जरूर जानकारी देनी चाहिए। आमतौर पर इस दवा से त्वचा में रैश, उल्टी, मतली और डायरिया जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो कुछ समय में अपने आप ठीक हो जाते हैं। आमतौर पर यह दवा प्रेगनेंसी में ली जा सकती है, लेकिन इसके इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है। बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children) एक ऐसा इलाज है, जो उनकी स्थिति को बेहतर बना सकता है। लेकिन यदि बच्चा किसी तरह की एलर्जी से परेशान है, तो इन दवाओं का इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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डॉक्टर की सलाह के बगैर स्कारलेट फीवर (Scarlet fever) जैसी गंभीर समस्या में किसी तरह की दवाई बच्चों को नहीं देना चाहिए। बच्चों में स्कारलेट फीवर के लिए एंटीबायोटिक्स (Best antibiotic drugs to treat scarlet fever in children) के तौर पर यह दवाई सेफ मानी जाती है, लेकिन डॉक्टर की सलाह के बगैर किसी तरह की दवाई बच्चे को देना उसकी सेहत के साथ खिलवाड़ करने जैसा हो सकता है, इसलिए बच्चे की बेहतरी के लिए डॉक्टर की सलाह के बाद ही किसी तरह की दवाई देनी चाहिए।
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