मीजल्स एक्यूट वायरल रेस्पायरेट्री इलनेस (Acute viral respiratory illness) है। इस बीमारी के कारण करीब 105 फारेनहाइट बुखार आ जाता है खांसी की समस्या भी हो जाती है। इस कारण से शरीर में रैशेज फैल जाते हैं करीब 4 दिनों तक इस बीमारी का असर दिखाई देता है। मीजल्स (Measles) एक वायरल इंफेक्शन है, जो संक्रमण से भी फैल सकता है। सही समय पर बच्चों को वैक्सीन दी जाए, तो इस बीमारी से बच सकते हैं।
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मम्प्स (Mumps)
मम्प्स (Mumps) वायरल इंफेक्शन (viral infection) है, जो लार ग्रंथियों को प्रभावित करता है। इस बीमारी से बचने के लिए वैक्सीनेशन कराना जरूरी होता है। मम्प्स को कंठमाला के नाम से भी जानते हैं क्योंकि यह कान के नीचे और सामने स्थित पैरोटिड ग्रंथियों, लार ग्रंथियों को प्रभावित करती है। यह संक्रामक रोग है और लार के माध्यम से फैलता है। कुछ लोगों में इस बीमारी के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। वहीं कुछ लोगों में लार ग्रंथियों में सूजन और दर्द, बुखार (Fever), सिरदर्द की समस्या, थकान लगना (Fatigue) और भूख का ना लगना आदि शामिल होता है। अगर सही समय पर उपचार कराया जाए तो रिकवरी में लगभग 2 सप्ताह लग सकते हैं। बच्चों को एमएमआर वैक्सीन (MMR vaccine) लगवाने से इस बीमारी की रोकथाम हो जाती है।
रूबेला (Rubella)
रूबेला (Rubella) भी वायरस के कारण फैलने वाला इंफेक्शन है। रुबेला इंफेक्शन (Rubella) शरीर में रैशेज की समस्या, जोड़ों में दर्द की समस्या (Joint pain problem), बुखार आदि समस्याओं का कारण बनता है। खांसी और छींक के दौरान रूबेला का वायरस संक्रमित व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति तक पहुंच जाता है। अगर यह कहा जाए कि यह वायरस लार के माध्यम से स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है, तो गलत नहीं होगा। अगर सही समय पर बच्चों का टीकाकरण करा दिया जाए, तो इस वायरस से बचा जा सकता है।
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