आपने अब तक बहुत से एड्स देखे होंगे। मैंने कुछ ही समय पहले एक एड देखा जिसमें मां बच्चे के बाथरूम से निकलने के बाद पूछती है कि ‘हुआ कि नहीं’। ऐसा दिन में तीन से चार बार होता है और बच्चे को मोशन नहीं होता है। देखने में तो अजीब लगता है लेकिन आजकल की सच्चाई यही है। जी हां! आजकल के खानपान में बदलाव के कारण बच्चों को भी कॉन्स्टिपेशन की समस्या होने लगी है। ऐसा खानें फलों, सब्जियों और अनाज की पर्याप्त मात्रा को न शामिल करने के कारण हो सकता है। किड्स के लिए हाय फाइबर फूड्स (High fiber foods for kids) बहुत जरूरी होते हैं। फाइबर युक्त भोजन न केवल खाने के पाचन के लिए जरूरी होता है बल्कि ये पेट के स्वास्थ्य को भी अच्छा रखता है।
हाय फाइबर फूड्स अच्छे डायजेस्टिव सिस्टम के लिए बहुत जरूरी होता है। अगर बच्चा वो सभी फूड्स खाए, जो आमतौर पर मां थाली में परोसती है, तो बच्चे को पर्याप्त मात्रा में फाइबर की मात्रा मिल जाएगी। आज के समय में बच्चे अपनी पसंद का खाते हैं और उन्हें घर पर बना खाना कम ही पसंद आता है। इन्हीं कारणों से बच्चों को फाइबर युक्त फूड्स नहीं मिल पाते हैं। किड्स के लिए हाय फाइबर फूड्स (High fiber foods for kids) के लिए आपको खाने में क्या शामिल करना चाहिए, हम आज आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे। जानिए बच्चों के लिए हाय फाइबर फूड्स के बारे में।
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किड्स के लिए हाय फाइबर फूड्स (High fiber foods for kids) क्यों हैं जरूरी?
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डायजेस्टिव, किडनी डिजीज की मानें तो, एक से 18 साल तक के बच्चों को प्रतिदिन 14 से 31 ग्राम तक फाइबर की जरूरत पड़ती है। फाइबर की पर्याप्त मात्रा लेने से बच्चों को पेट दर्द की समस्या (Stomach ache problem) से राहत मिलती है। जब खाना ठीक तरह से पच नहीं पाता है, तो बच्चों को पेट को कब्ज की समस्या (Constipation) हो जाती है। कब्ज के कारण पेट में अक्सर दर्द की समस्या बनी रहती है। आपको जानकर हैरानी हो सकती है लेकिन ये सच है कि फाइबर युक्त फूड्स (Fiber Foods) लेने से डायबिटीज यानी मधुमेह की समस्या (Diabetes) से भी बचा जा सकता है। आजकल डायबिटीज अधिक उम्र नहीं बल्कि किसी भी उम्र में होने वाला रोग बन चुका है। ऐसे में आपको बच्चे के खानपान पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। आपको फाइबर युक्त भोजन के लिए अधिक प्रयास करने की जरूरत बिल्कुल नहीं है क्योंकि ये आसानी से आपके घर में उपलब्ध हैं। आपको सिर्फ ये जानने की जरूरत है कि आखिर किस फूड में फाइबर पाया जाता है।
किड्स के लिए हाय फाइबर फूड्स : जानिए किस फूड में है कितना फाइबर?
वैसे तो आपको हाय फाइबर फूड्स बनाने के लिए व्होल ग्रेन यानी साबुत अनाज का इस्तेमाल करना चाहिए लेकिन आपको ये जानने में समस्या हो सकती है कि आखिर एक दिन में आपके बच्चे को कितनी मात्रा में फाइबर मिल रहा है। आप दिए गए फूड्स को बच्चों के खाने में शामिल कर सकती हैं।
बच्चों की पसंदीदा गाजर (Carrots)
किड्स के लिए हाय फाइबर फूड्स (High fiber foods for kids) में आप गाजर शामिल कर सकते हैं। अक्सर बच्चों को गाजर खाना पसंद आता है। अगर आप बच्चों के लिए गाजर की स्पेशल डिश बनाएंगी या फिर उसे उनके फेवरेट फूड में एड करेंगी, तो वो उसे आसानी से खा लेंगे। करीब आधा कप गाजर में 2.9 ग्राम फाइबर पाई जाती है। आप नारंगी या लाल, किसी भी गाजर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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बनाना है पोषण से भरपूर (Bananas)
जब बच्चा सॉलिड फूड खाना शुरू करता है, तो उसे बनाना यानी केला सबसे पहले दिया जाता है। केले को बच्चे आसानी से खा लेते हैं और उन्हें ये स्वादिष्ट भी लगता है। अगर आप बच्चे के लिए बनाना शेक बनाएंगी, तो उन्हें ज्यादा अच्छा लगेगा। बनाना को आप बिना ऑयल के बेक कर उसके चिप्स भी बना सकती है। एक केले में 3.1 ग्राम फाइबर होता है।
बच्चों के लिए हाय फाइबर फूड्स में शामिल करें व्होल ग्रेन ब्रेड
बच्चों को अगर आप दाल, चावल, रोटी, सब्जी देंगी, तो हो सकता है कि उन्हें पसंद ना आए और वो स्कूल का लंचबॉक्स भी खत्म न करें। आपको फाइबर युक्त फूड्स को अलग तरीके से पेश करना होगा। आप बच्चे को व्होल ग्रेन ब्रेड में पीनट बटर या जैम लगाकर दे सकते हैं। ब्रेड की एक स्लाइस में 2 से 3 ग्राम फाइबर होता है। याद रखें कि व्होल ग्रेन ब्रेड का ही इस्तेमाल करें। आप बच्चे को व्होल ग्रेन पास्ता भी दे सकती हैं।
एप्पल (Apple) खाओं, डॉक्टर को दूर भगाओं
किड्स के लिए हाय फाइबर फूड्स (High fiber foods for kids) में सेब को जरूर शामिल करें। एप्पल खाने से शायद ही कोई बच्चा मना करता हो। एक एप्पल में 3.6 ग्राम फाइबर होता है। आप चाहे तो बच्चों को फ्रूट सलाद दे सकते है। बनाना, अनार, ग्रेप्स और सेब को मिक्स करके उसमें चाट मसाला एड करें। बच्चों को ये बहुत पसंद आता है।
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बेरीज है न्यूट्रीशन का खजाना
अगर आपके बच्चे को स्वाद के साथ ही पोषण भी मिल रहा हो, तो इससे अच्छी बात आखिर आप के लिए और क्या हो सकती है! आप बच्चों को बेरीज (Berries) में रास्पबेरीज, स्ट्राबेरीज आदि खिला सकती हैं। आधा कप रास्पबेरीज में करीब 4 ग्राम फाइबर होता है। वहीं ब्लूबेरीज और स्ट्राबेरीज (Strawberries) में भी फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। आप इनकी स्मूदी भी बना सकते हैं या फिर आप बच्चों को हाय प्रोटीन, हाय फाइबर ब्लूबेरीज मफिंस बनाकर दे सकते हैं।
किड्स के लिए हाय फाइबर फूड्स में शामिल करें स्वीट पटैटो
स्वीट पटैटो (Sweet potatoes) की चाट का नाम सुनकर ही मुंह में पानी आ जाता है। अगर आप आलू की सब्जी बनाकर बच्चों को देंगी, तो वो मुंह बना सकते हैं। बेहतर होगा कि आप आलू (Sweet potatoes) को अलग अंदाज में पेश करें। एक आलू में 3.8 ग्राम फाइबर होता है। ऐसा करने से बच्चों को टेस्ट के साथ ही फाइबर की अच्छी मात्रा भी प्राप्त होगी। आप स्वीट पटैटो और ब्लैक बींस का चिला भी ट्राय कर सकते हैं।
ओटमीट (Oatmeal) किया ट्राय?
ओट्स सभी उम्र के लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। एक कप ओट्स में करीब 4 ग्राम फाइबर होती है। अगर आपका बच्चा ओटमील का दीवाना है, तो आपके लिए अच्छी खबर है। आप बच्चे की पसंद के अनुसार उसमें सब्जियां एड कर उसे अधिक स्वादिष्ट भी बना सकती है। फिर देर किस बात की है, आप आज से ही अपने बच्चे के खाने ओट्स को शामिल करें।
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सेहत के साथ पॉपकॉर्न (Popcorn) की मस्ती
अगर आपको अब तक लग रहा था कि पॉपकॉर्न सेहत को कुछ खास लाभ नहीं पहुंचाते हैं, तो हम आपको बताते चले कि ये फाइबर से भरपूर होता है। करीब तीन कप पॉपकॉर्न में 2 ग्राम फाइबर होता है। बच्चे एक बार में दो से तीन कप पॉपकॉर्न खा लेते हैं। अब अगली बार आप उन्हें पॉपकॉर्न खाने से रोकिएगा नहीं!
अब तो आपको समझ आ ही गया होगा कि किस तरह से आप बच्चों के खाने में फाइबर्स को आसानी से एड कर सकते हैं। आपको अलग से फूड एड करने की जरूरत नहीं है बल्कि आपको नए तरीके अपनाने की जरूरत है। ऐसा करके आप बच्चे के खाने को फाइबर युक्त बना सकते हैं। अगर आपको इस संबंध में किसी तरह की परेशानी हो रही हो, तो आप न्यूट्रीशनिस्ट की मदद भी ले सकते हैं।
बच्चों के खाने में आपको क्या एड करना है या फिर क्या नहीं, ये आपको ही तय करना पड़ेगा। अगर आप बच्चे को उनकी पसंद के अनुसार खाना नहीं देंगी, तो वो खाने को इग्नोर करने लगेंगे। आप उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से किड्स के लिए हाय फाइबर फूड्स (High fiber foods for kids) के बारे में जानकारी मिल गई होगी। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
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