backup og meta

टीनएज में लड़कियों के शारीरिक विकास और उनकी स्टेजेस के बारे में जानिए

और द्वारा फैक्ट चेक्ड Manjari Khare


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 09/11/2021

    टीनएज में लड़कियों के शारीरिक विकास और उनकी स्टेजेस के बारे में जानिए

    लड़कियों का शारीरिक विकास उनके जम्न के बाद से ही शुरू हो जाता है। 10-14 साल का समय उनकी फाइनल ग्रोथ का होता है और 15 साल की उम्र तक वे अपनी एडल्ट हाइट को प्राप्त कर चुकी होती हैं। लड़कियों का शारीरिक विकास 14-15 साल की उम्र या मासिक धर्म शुरू होने के कुछ सालों के बाद बंद हो जाता है। या कहें कि सेक्शुअल और फिजिकल डेवलपमेंट की स्टेज जिसे प्यूबर्टी कहा जाता है तक पहुंचने के बाद उनका विकास रुक जाता है। सभी में प्यूबर्टी शुरू होने का समय अलग होता है और जीन्स ग्रोथ पैटर्न को निर्धारित करते हैं। आमतौर पर लड़कियों में लड़कों की तुलना में प्यूबर्टी जल्दी शुरू और जल्दी खत्म हो जाती है। इस आर्टिकल में लड़कियों का शारीरिक विकास (Teen girls body growth) और उनकी स्टेजेज के बारे में बताया जा रहा है।

    लड़कियों का शारीरिक विकास और प्यूबर्टी (Girls’ physical development and puberty)

    लड़कियों में प्यूबर्टी शुरू होने पर विकास तेजी से होता है जो उन्हें टीनएज में ही एडल्टहुड की हाइट तक ले जाता है। प्यूबर्टी बचपन से व्यस्क जीवन में कदम रखने का समय है। यह बदलावों का दौर होता है जिसमें शरीर में कुछ प्रकार के हॉर्मोन्स का प्रोडक्शन बढ़ने के कारण बॉडी में कई प्रकार के बदलाव होते हैं। लड़कियों में प्यूबर्टी 10 और 14 साल की उम्र में शुरू होती है। लड़कियों में प्यूबर्टी शुरू होने की एवरेज एज 11 साल है।

    वहीं 8 साल से पहले प्यूबर्टी शुरू होना असामान्य है। इसके साथ ही 13 साल की उम्र तक स्तनों का विकास ना होना और 16 की उम्र तक पीरियड्स शुरू ना होना भी सामान्य नहीं माना जाता। ऐसी सिचुएशन्स में डॉक्टर की मदद लेना जरूरी हो सकता है।

    प्यूबर्टी के दौरान लड़कियों का शारीरिक विकास तेजी से होता है। साथ ही पीरियड की भी शुरुआत होती है। इस समय कुछ लड़कियां सेक्शुअल फीलिंग्स और विचारों का अनुभव कर सकती हैं। इस दौरान उन्हें मुंहासे आ सकते हैं। प्यूबर्टी से जुड़े हॉर्मोन्स उन्हें मूडी और इमोशनल बना सकते हैं। हालांकि, ऐसा होना सामान्य है।

    और पढ़ें: इन 8 तरीकों से करें लड़कियों को उनके पहले पीरियड्स के लिए तैयार

    लड़कियों का शारीरिक विकास और हाइट का बढ़ना (Physical development and height increase of girls)

    प्यूबर्टी के दौरान लड़कियों के बढ़ने की दर आमतौर पर ट्रांजिशन फेज शुरू होने के 2 साल के बाद अपने चरम पर पहुंच जाती है। एक बार जब लड़कियों को मासिक धर्म शुरू हो जाता है, तो वे आमतौर पर 3 या 4 इंच तक बढ़ जाती हैं। हालांकि, यह लड़कियों के हिसाब से अलग-अलग भी हो सकता है। जिन लड़कियों के पीरियड्स जल्दी शुरू होते हैं उनकी हाइट में इंचेस बढ़ने की उम्मीद अधिक हो सकती है। कुछ दूसरे फैक्टर्स भी हैं जो हाइट को प्रभावित करते हैं। जिसमें निम्न शामिल हैं।

    न्यूट्रिशन (Nutrition)

    कुपोषित बच्चों की हाइट कम होती है, लेकिन अगर उन्हें अच्छा पोषण मिले तो वे एडल्टहुड से पहले हाइट को प्राप्त कर सकते हैं।

    हॉर्मोनल इम्बैलेंस (Hormonal imbalances)

    लो थायरॉइड और ग्रोथ हॉर्मोन लेवल्स भी स्लो ग्रोथ और हाइट में कमी का कारण बन सकते हैं।

    मेडिकेशन्स (Medications)

    कुछ दवाओं का उपयोग भी स्लो ग्रोथ का कारण बन सकता है। कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का अधिक उपयोग लड़कियों का शारीरिक विकास (Teen girls body growth) प्रभावित कर सकता है।

    क्रोनिक इलनेस (Chronic illness)

    कुछ बीमारियां जैसे कि सिस्टिक फाइब्रोसिस, किडनी डिजीज और सीलिएक डिजीज हाइट में कभी का कारण बन सकती हैं। जिन बच्चों को कैंसर होता है उनकी हाइट भी कम होती है। इसके अलावा जेनेटिक कंडिशन जैसे कि डाउन सिंड्रोम (Down syndrome) नूनन सिंड्रोम (Noonan syndrome) और टर्नर सिंड्रोम (Turner syndrome) के चलते भी बच्चों की हाइट कम हो सकती है। चूंकि विकास पैटर्न काफी हद तक आनुवंशिकी द्वारा निर्धारित होते हैं, इसलिए जब “सामान्य’ ऊंचाई की बात आती है तो इसमें बहुत सी भिन्नताएं होती हैं।

    और पढ़ें: किशोरावस्था के दौरान किशोरों में होने वाले शारीरिक और मानसिक बदलाव कौन से हैं?

    लड़कियों का शारीरिक विकास (Teen girls body growth) और ब्रेस्ट डेवलपमेंट (Breast development)

    ब्रेस्ट डेवलपमेंट प्यूबर्टी का पहला संकेत होता है। जैसे-जैसे लड़की का शरीर बढ़ता है उसके निप्पल के नीचे बम्प्स (bumps) का निमार्ण शुरू हो जाएगा जिसे ब्रेस्ट बड्स (Breast buds) कहा जाता है। जैसे-जैसे ये बड्स ग्रो करते हैं वे मेमरी ग्लैंड्स और फैटी टिशूज से बने ब्रेस्ट का निमार्ण करते हैं। ब्रेस्ट के आकार के कुछ एसपेक्ट हेरिडिटरी पर निर्भर करते हैं। यानी मां के स्तनों के विकास के आधार पर लड़की के स्तनों का विकास हो सकता है। एक महिला के वजन के आधार पर स्तन का आकार भिन्न होगा। प्यूबर्टी के बाद ब्रेस्ट टिशूज में लगातार परिवर्तन आता है। जिसमें मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान, प्रेग्नेंसी, ब्रेस्ट फीडिंग और मेनोपॉज शामिल है।

    एक महिला के स्तन 8 साल की उम्र से विकसित होना शुरू हो सकते हैं और लगभग 18 साल की उम्र तक विकास जारी रह सकता है।

    किशोरी कभी-कभी बड़े होने के ब्रेस्ट को लेकर सेल्फ कॉन्सियसनेस महसूस कर सकती हैं, लेकिन निम्न परिस्थितियां होना सामान्य है।

    • एक ब्रेस्ट का दूसरे से बड़ा होना
    • पीरियड के दौरान ब्रेस्ट का अधिक सॉफ्ट या हार्ड होना
    • निप्पल के आसपास पिंपल्स या बम्पस होना

    और पढ़ें: ब्रा फीटिंग गाइड : जो हर लड़की को जानना है जरूरी

    प्यूबर्टी में देरी (Puberty delay) के कारण क्या हो सकते हैं?

    एक बैलेस्ड डायट ग्रोइंग टीनएजर को वह सभी पोषक तत्व प्रदान करती है जिनकी उन्हें जरूरत होती है। इसके साथ ही फिजिकली एक्टिव रहने से निरंतर विकास में मदद मिलती है। प्यूबर्टी में देरी होने के कई कारण हो सकते हैं। कुछ फैमिलीज में यह पैटर्न होता है जिसमें प्यूबर्टी देर से आती है। जिसमें किशोर अपने दोस्तों की तुलना में कुछ समय के बाद प्यूबर्टी की स्टेज पर पहुंचते हैं।

    लड़कियों को प्यूबर्टी से गुजरने से पहले शरीर में फैट की एक निश्चित मात्रा की आवश्यकता होती है। इसका मतलब है कि टीनएजर लड़कियां जो बहुत अधिक व्यायाम करती हैं, उनमें प्रक्रिया देर से शुरू हो सकती है।

    डायबिटीज, सिस्टिक फाइब्रोसिस, किडनी की बीमारी या अस्थमा जैसी क्रोनिक कंडिशन वाले बच्चे भी प्यूबर्टी में डिले का अनुभव कर सकते हैं। यदि सीमित जटिलताओं के साथ स्थिति को अच्छी तरह से नियंत्रित किया जाता है, तो इसकी संभावना कम हो सकती है।

    पिट्यूटरी या थायरॉयड ग्लैंड के साथ समस्याएं, जो शरीर को बढ़ने और विकसित करने के लिए आवश्यक हॉर्मोन का उत्पादन करती हैं, प्यूबर्टी में भी देरी के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। इसी तरह, कुछ आनुवंशिक स्थितियों से जुड़ी जेनेटिक कंडिशन्स प्यूबर्टी प्रॉसेस में इंटरफेयर कर सकती हैं।

    अधिक वजन होना हॉर्मोन के स्तर को प्रभावित कर सकता है और उम्मीद से पहले प्यूबर्टी की शुरुआत का संकेत दे सकता है। प्यूबर्टी लड़कियों की तुलना में लड़कों को थोड़ा बाद में प्रभावित करती है।

    और पढ़ें: किशोरावस्था में सेहत का ध्यान रखना क्यों है जरूरी?

    क्या लड़कों में प्यूबर्टी लड़कियों की तुलना में देर से शुरू होती है (Do girls grow at a different speed than boys?)

    सामान्य तौर पर, लड़के 10 से 13 साल की उम्र के बीच प्यूबर्टी की शुरुआत होती है और 12 से 15 साल की उम्र के बीच विकास का अनुभव करते हैं। इसका मतलब है कि लड़कियों में प्यूबर्टी शुरू होने के लगभग दो साल बाद उनकी वृद्धि होती है।

    ज्यादातर लड़के 16 साल की उम्र तक ऊंचाई हासिल करना बंद कर देते हैं, लेकिन उनकी मांसपेशियों का विकास जारी रह सकता है।

    उम्मीद करते हैं कि आपको लड़कियों का शारीरिक विकास (Teen girls body growth) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में लड़कियों का शारीरिक विकास के विषय में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    और द्वारा फैक्ट चेक्ड

    Manjari Khare


    Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 09/11/2021

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement