backup og meta

बच्चे क्यों बना लेते हैं इमेजिनरी फ्रेंड्स?

बच्चे क्यों बना लेते हैं इमेजिनरी फ्रेंड्स?

कई बार आपने देखा होगा कि बच्चे अकेले खेलते हुए बातें करते रहते हैं। जब उनसे इसके बारे में पूछो, तो वे कहते हैं कि वे अपने फ्रेंड्स से बात कर रहे हैं। बच्चे अक्सर इमेजिनरी फ्रेंड्स (Imaginary Friends) बना लेते हैं। ये फ्रेंड्स कोई भी हो सकते हैं उनकी स्टोरीबुक के कैरेक्टर, उनके सॉफ्ट टॉय या कोई ऐसा जिसे वे जानते हो। बच्चों के इमेजिनरी फ्रेंड्स उनके साथ हमेशा रह सकते हैं या बार-बार आ जा भी सकते हैं। बच्चों का ऐसा व्यवहार चिंता की बात नहीं है। अक्सर बच्चे खाने के टेबल, स्पोर्ट ग्राउंड जैसी जगहों पर इमेजिनरी फ्रेंड्स को ज्यादा इमेजिन करते हैं।

2 से डेढ़ साल के बच्चों के इमेजिनरी फ्रेंड्स हो सकते हैं। वहीं इससे ज्यादा उम्र में भी वे काल्पनिक दोस्तों के साथ खेल सकते हैं। कई बार बच्चों के एक से ज्यादा इमेजिनरी फ्रेंड्स (Imaginary Friends) भी हो सकते हैं जो कुछ महीनों से लेकर कुछ सालों तक बच्चों के साथ रह सकते हैं।

बच्चों के इमेजिनरी फ्रेंड्स क्यों होते हैं? (Kids Imaginary Friends)

इसके पीछे निम्न वजहें हो सकती हैं।

  • इन फ्रेंड्स को बच्चे अपनी सारी बातें सुना सकते हैं।
  • वे उनके साथ कभी भी खेल सकते हैं।
  • काल्पनिक दोस्त वह सबकुछ कर सकते हैं जो बच्चे नहीं कर सकते।
  • ये खासतौर पर बच्चों से ही बिलॉन्ग करते हैं इसलिए उनके लिए खास होते हैं।
  • वे बच्चों को जज नहीं करते और उनकी गलतियां नहीं बताते

इमेजिनरी फ्रेंड्स बच्चों को एक बनावटी दुनिया में रहने की अनुमति देते हैं जिसे वे स्वयं बनाते हैं। वास्तव में इमेजिनरी फ्रेंड्स बनाने वाले बच्चे अधिक कल्पनाशील हो सकते हैं वे फैंटसी वाली कहानियां और नाटकों का ज्यादा पसंद करते हैं। इमेजिनरी फ्रेंड्स के जरिए आपको अपने बच्चे के इनर वर्ल्ड और बच्चे की पंसद नापसंद की जानकारी भी मिल जाती है। इमेजिरनी कंपेनियन्स एंड चिल्ड्रन हू क्रिएट देम के ऑथर मरजॉरी टेलर के अनुसार 65 प्रतिशत बच्चों के इमेजिनरी फ्रेंड्स होते हैं। उनके अनुसार इमेजिनरी फ्रेंड्स प्रीस्कूल के समय में होते हैं

और पढ़ें : स्कूल के बच्चों के लिए हेल्दी हेबिट्स क्यों है जरूरी? जानें किन-किन आदतों को बच्चों को बताना है बेहतर

इमेजिनरी फ्रेंड्स के फायदे क्या हैं? (Imaginary Friends benefits)

काल्पनिक दोस्त का होना बचपन के खेल का एक सामान्य और स्वस्थ हिस्सा है। काल्पनिक दोस्त विकास में भी मदद करते हैं। काल्पनिक दोस्त से बच्चों को निम्न फायदे हो सकते हैं।

  • इमेजिनरी फ्रेंड्स (Imaginary Friends) होने से बच्चा अकेला महसूस नहीं करता।
  • इमेजिनरी फ्रेंड्स आपके बच्चे के अंदर प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स के साथ ही इमोशनल वेलनेस में मदद करते हैं।
  • अपने काल्पनिक दोस्तों के लिए डिसीजन लेते वक्त बच्चों का कॉन्फिडेंस बढ़ता है।
  • कई बार बच्चों के लिए किसी तीसरे के सामने अपनी भावनाओं को बताना ज्यादा आसान होता है। इससे उन्हें भावानात्मक सपोर्ट मिलता है।

बच्चों के इमेजिनरी फ्रेंड्स (Imaginary Friends) कब तक रहते हैं?

ज्यादातर बच्चे इस बात को समझते हैं कि वे इमेजिनरी फ्रेंड्स (Imaginary Friends) होने को प्रिटेंड कर रहे हैं। हर बच्चे का विकास अलग होता है। कुछ रिपोर्ट्स में ऐसा बताया गया है कि इमेजिनरी दोस्त 7 साल से कम समय के लिए होते हैं। वहीं कुछ रिपोर्ट्स में 12 साल के बड़े बच्चों के इमेजिनरी फ्रेंड्स भी हो सकते हैं। इसमें चिंता की कोई बात नहीं है अगर आपका थोड़ा बड़ा बच्चा अपने इमेजिनरी फ्रेंड से बात करता है। अगर आप बच्चे के व्यवहार को लेकर चिंतिंत हैं, तो आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

और पढ़ें : Mom & Dad, यहां जानिए टॉडलर के लिए इम्यून बूस्टर सप्लिमेंट्स की डिटेल्स!

इमेजिनरी फ्रेंड्स परेशानी का कारण कब बन जाते हैं? (When imaginary friends cause problems)

निम्न परिस्थितियों में इमेजिनरी फ्रेंड्स (Imaginary Friends) को हैंडल करना पेरेंट्स के लिए मुश्किल हो जाता है।

करने पड़ सकते हैं काल्पनिक दोस्त के भी काम

कई बार बच्चे इमेजिनरी फ्रेंड्स के लिए पेरेंट्स से काम करने के लिए कहते हैं जैसे कि उनके लिए बेड बनाना, डिनर टेबल लगाना आदि। ऐसे में आप अपने बच्चे से कहें कि अपने दोस्त के लिए बेड लगाएं या डिनर टेबल वह खुद ही लगाएं। इस प्रकार आप बच्चे के इमेजिनरी फ्रेंड्स को स्वीकार करने के साथ ही बच्चे में बच्चे में स्किल डेवलप करने में मदद कर रहे हैं

इमेजिनरी फ्रेंड्स (Imaginary friends) से बात करने के लिए इंसिस्ट करना

कई बार बच्चे पेरेंट्स को काल्पनिक दोस्त से बात करने के लिए भी इंसिस्ट करते हैं या जब आप उनसे कुछ कहते हैं, तो वे पहले दोस्त से सलाह लेने की बात कहते हैं। उदाहरण के लिए जब आप उनसे कुछ पूछते हैं, तो वे कह सकते हैं कि पहले मैं ‘सैमी’ (इमेजिनरी फ्रेंड) से पूछंगा इसके बारे में। तब आप कह सकते हैं कि मैं इस बारे में तुमसे जान चाहता हूं ‘सेमी’ से नहीं।

इमेजिनरी फ्रेंड को दोष देना (Blaming imaginary friends)

कई बार बच्चे कोई गलती करने के बाद इसका ब्लेम इमेजिनरी फ्रेंड को देते हैं। तब आप स्पष्ट रूप से ऐसा कह सकते हैं कि इमेजिनरी फ्रेंड ऐसा नहीं कर सकता। इसके बाद उनसे अपने सामने किसी को ठीक करने के लिए कहें जैसे बिखेरे हुए सामान को उठाना।

और पढ़ें : बच्चों के लिए मिनिरल सप्लिमेंट्स हो सकते हैं लाभकारी, लेकिन डॉक्टर से कंसल्टेशन के बाद

काल्पनिक दोस्त कब डरावने हो सकते हैं? (When to worry about imaginary friends)

इमेजिनरी फ्रेंड्स (Imaginary Friends)

अक्सर काल्पनिक दोस्त दयालू, आज्ञाकारी और मिलनसार माना जाता है, लेकिन हमेशा ऐसा हो जरूरी नहीं। कई बार ये आक्रामक, नियम तोड़ने वाला भी हो सकता है। ऐसा भी हो सकता है कि कुछ इमेजिनरी फ्रेंड्स बच्चों को डराएं, उनसे लड़ें और उनकी परेशानी का कारण भी बनें। यानी बच्चा इमेजिनेशन में ही ऐसा व्यवहार करें। कुछ बच्चे ऐसे व्यवहार पर अपना पूरा नियंत्रण रखते हैं वहीं कुछ इससे परेशान हो जाते हैं। हालांकि, ऐसे में भी बच्चों को इनसे फायदा ही होता है। ये बच्चों की निगेटिव चाइल्ड सोशल रिलेशनशिप को हैंडल करने में मदद कर सकते हैं।

क्या इसका संबंध स्क्रिजोफ्रेनिया (Schizophrenia) से है?

जब गहरे इमेजिनेशन की बात होती है, तो पेरेंट्स के मन में ये सवाल आ सकता है कि बच्चे को भ्रम हो रहा या उसे कोई मानसिक बीमारी तो नहीं हो गई। काल्पनिक दोस्त होना स्क्रिजोफ्रेनिया का लक्षण नहीं है। इस बीमारी के लक्षण तब तक दिखाई नहीं देते जब कि व्यक्ति 16 से 30 वर्ष की उम्र के बीच का ना हो। चाइल्डहुड ऑनसेट स्क्रिजोफ्रेनिया दुर्लभ है और इसे डायग्नोस करना भी मुश्किल होता है। यह सामान्य तौर पर 5 साल के बाद या 13 साल के पहले होता है।

चाइल्डहुड स्क्रिजोफ्रेनिया (Childhood schizophrenia) के लक्षणों में निम्न शामिल हैं।

  • मूड में बदलाव होना
  • भ्रम होना जैसे कि आवाजें सुनाई देना और दिखाई देना
  • व्यवहार में अचानक बदलाव आना

अगर आपको बच्चे में कुछ बुरे बदलाव दिखाई दे रहे हैं और आपको लग रहा है कि यह इमेजिनरी फ्रेंड से ज्यादा है, तो पिडियाट्रिशन या मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल से संपर्क करें। स्क्रिजोफ्रेनिया के लक्षण और इमेजिनरी फ्रेंड्स (Imaginary Friends) होना दोनों पूरी तरह अलग हैं। कुछ दूसरी मेंटल और फिजिकल कंडिशन्स इससे लिंक हो सकती हैं।

और पढ़ें: टोडलर ग्रोथ स्पर्ट्स : बच्चे की ग्रोथ के महत्वपूर्ण चरण, जानिए विस्तार से!

ये भी जान लें

उदाहरण के लिए, 2006 में किए गए शोध में पाया गया कि जिन बच्चों में असामाजिक विकार (Dissociative disorders) विकसित होते हैं, उनमें काल्पनिक दोस्त होने की संभावना बहुत अधिक होती है। विघटनकारी विकार (Dissociative disorders) मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति (Mental health conditions) है जहां एक व्यक्ति वास्तविकता से अलग होने का अनुभव करता है। अन्य शोधों ने सुझाव दिया है कि डाउन सिंड्रोम (Down syndrome) वाले वयस्कों में काल्पनिक दोस्त होने की दर अधिक होती है और ये वयस्क होने तक जारी रहती है।

उम्मीद करते हैं कि आपको इमेजिनरी फ्रेंड्स (Imaginary friends) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

[embed-health-tool-vaccination-tool]

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

The Imaginary Companions Created by Children Who Have Lived in Foster Care/https://journals.sagepub.com/doi/10.1177/0276236617700590/ Accessed on 9th August 2021

Imaginary friends/https://raisingchildren.net.au/preschoolers/behaviour/friends-siblings/imaginary-friends/Accessed on 9th August 2021

The psychological significance of play with imaginary companions in early childhood/https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/28707060/Accessed on 9th August 2021

Childhood-onset schizophrenia: what do we really know?/https://www.tandfonline.com/doi/full/10.1080/21642850.2014.927738/Accessed on 9th August 2021

The Characteristics and Correlates of Fantasy in School-Age Children: Imaginary Companions, Impersonation, and Social Understanding/https://psycnet.apa.org/doiLanding?doi=10.1037%2F0012-1649.40.6.1173/Accessed on 9th August 2021

Current Version

11/08/2021

Manjari Khare द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

Updated by: डॉ. हेमाक्षी जत्तानी


संबंधित पोस्ट

बच्चों में हायपोकैल्शिमिया: कैल्शियम की कमी बच्चे को बना सकती है बीमारी!

रसल सिल्वर सिंड्रोम : इस कंडिशन में हो सकती है बच्चे के विकास में देरी, समय रहते इसे पहचानना है जरूरी


के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 11/08/2021

ad iconadvertisement

Was this article helpful?

ad iconadvertisement
ad iconadvertisement