इसके अन्य लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं:
- स्किन पिग्मेंट में बदलाव (Changes in skin pigment)
- लो ब्लड शुगर लेवल (Low blood sugar levels)
- नवजात शिशुओं में फीडिंग की समस्या (Feeding difficulties in infants)
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर्स जैसे एक्यूट डायरिया, एसिड रिफ्लक्स आदि (Acute diarrhea, acid reflux disease, etc.)
- मोटर,स्पीच और कॉग्निटिव स्किल्स में देरी (Motor, speech and cognitive skills delay)
दुर्लभ मामलों में रसल सिल्वर सिंड्रोम (Russell Silver Syndrome), कार्डियक डिफेक्ट्स (cardiac defects) जैसे जन्मजात हृदय रोग (Congenital heart disease) और अंडरलायिंग मलिग्नैंट कंडिशंस (Underlying malignant conditions) जैसे विल्म्स ट्यूमर (Wilms’ Tumor) से भी जोड़ कर देखा जाता है। अब जानिए क्या हैं इसके कारण?
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रसल सिल्वर सिंड्रोम के कारण (Causes of Russell Silver Syndrome)
रसल सिल्वर सिंड्रोम (Russell Silver Syndrome) से पीड़ित अधिकतर लोगों में इसकी कोई फैमिली हिस्ट्री नहीं होती है। रसल सिल्वर सिंड्रोम (Russell Silver Syndrome) के 7 प्रतिशत मामले एक विशेष क्रोमोजोम के डिफेक्ट के कारण होते हैं। इसके सात से लेकर दस प्रतिशत मामले क्रोमोजोम 7 के मैटरनल युनिपैरेंटल डायसोमी (Maternal uniparental disomy) के कारण होते हैं। जिसमें बच्चा हरेक पैरेंट से क्रोमोजोम 7 प्राप्त करने की जगह दोनों नंबर 7 क्रोमोसोम्स को अपने मां से प्राप्त करता है। इस बीमारी से पीड़ित कुछ लोग क्रोमोजोम 11 से भी प्रभावित हो सकते हैं। हालांकि, इस समस्या से पीड़ित अधिकतर लोगों में इसके अंडरलायिंग जेनेटिक डिफेक्ट्स के कारणों के बारे में जानकारी नहीं होती है। पुरुष और महिलाएं दोनों इस समस्या से समान रूप से प्रभावित होते हैं। जानिए कैसे होता है इसका निदान?
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रसल सिल्वर सिंड्रोम का निदान (Diagnosing Russell Silver Syndrome)
रसल सिल्वर सिंड्रोम (Russell Silver Syndrome) के निदान के लिए डॉक्टर को कई स्पेशलिस्ट्स से सलाह लेनी पड़ती है। रसल सिल्वर सिंड्रोम (Russell Silver Syndrome) के लक्षणों का निदान बचपन और अर्ली चिलडुल में किया जाना जरूरी है। क्योंकि, बाद में इसका निदान मुश्किल हो जाता है। अपने बच्चे में इस स्थिति में आपको सबसे पहले डॉक्टर से यह जानना होगा कि आपको जांच के लिए किन डॉक्टर्स की सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर आपको जेनेटिसिस्ट (Geneticist), गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट (Gastroenterologist), न्यूट्रिशनिस्ट (Nutritionist) के पास जाने की सलाह दे सकते हैं। इस सिंड्रोम को अन्य कुछ समस्याओं के रूप में भी पहचाना जा सकता है, क्योंकि इनके लक्षण एक जैसे होते हैं, यह सिंड्रोम इस प्रकार हैं
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जैसा की आप जानते ही हैं कि इस स्थिति का निदान बचपन में ही होना जरूरी है। इसके निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले रोगी की शारीरिक जांच करते हैं। मेडिकल हिस्ट्री, लक्षणों आदि के बारे में भी जाना जाता है। हालांकि, रसल सिल्वर सिंड्रोम (Russell Silver Syndrome) के निदान के लिए कोई खास लेबोरेटरी टेस्ट नहीं है। इसका निदान डॉक्टर की जजमेंट पर निर्भर करता है। हालांकि, इसके निदान के लिए यह टेस्ट कराएं जा सकते हैं: