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पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Side effects of Pentavac vaccine)
पेंटावेक वैक्सीन बच्चों को लगने के बाद निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स देखे जा सकते हैं। जैसे:
- बच्चे को दस्त (Loose motions) होना।
- नर्वस सिस्टम से जुड़ी डिसऑर्डर (Disorders of the nervous system) की समस्या होना।
- बच्चे का चिड़चिड़ा (Irritability) होना।
- बार-बार बच्चे का रोना (Crying)।
- उल्टी (Vomiting) करना।
- बच्चे के शरीर पर लाल (Redness) निशान पड़ना।
- इंजेक्शन वाले एरिया पर सूजन (Swelling) आना।
- बुखार (Fever) लगना।
- नवजात शिशुओं को स्तनपान के दौरान (Feeding problems) परेशानी महसूस करना।
ध्यान रखें कि वैक्सिनेशन के कुछ देर बाद एलर्जिक रिएक्शन (Allergic reaction) भी हो सकती है। पेंटावेक वैक्सीन के कुछ अन्य साइड इफेक्ट्स (Side effects of Pentavac vaccine) कभी-कभी किसी हेल्थ कंडिशन के कारण भी देखे जा सकते हैं। हालांकि पेंटावेक वैक्सीन डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब्ड ड्रग है। इसलिए डॉक्टर द्वारा बताये जाने के बाद ही बच्चे को पेंटावेक वैक्सीन लगवाएं। वैसे शिशु के जन्म के बाद 6 से 8वें सप्ताह (6 to 8 week) में डॉक्टर पेंटावेक वैक्सीन लगवाने की सलाह दे देते हैं।
नोट: नवजात बच्चों में पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Pentavac vaccine) को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर दवाएं दे सकते हैं, लेकिन अगर बच्चे की परेशानी ज्यादा वक्त तक बनी हुई है तो डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स होने पर क्या करें? (Things to do after Pentavac vaccination)
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड रिपोर्ट अनुसार अगर बच्चे को पेंटावेक वैक्सिनेशन लगी है और पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स हो रहें हैं, तो ऐसे में पेरेंट्स निम्नलिखित टिप्स फॉलो कर सकते हैं। जैसे:
- इंजेक्शन वाली जगह पर सूजन या लाल होने पर कॉटन एवं सॉफ्ट ठन्डे कपड़े से डैब करें।
- अगर बुखार है, तो बच्चे के बॉडी को स्पॉन्ज बाथ करवाएं।
- डॉक्टर से सलाह लेकर नॉन-एस्प्रिन (Non-aspirin) दर्द की दवा दें।
पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स होने पर ऊपर बताये 3 टिप्स को फॉलो किया जा सकता है।
पेंटावेक वैक्सीन की डोज क्या है? (Dose of Pentavac vaccine)
पेंटावेक वैक्सीन की 3 डोज नवजात बच्चों को एक-एक महीने के गैप पर दी जाती है। अगर किसी भी कारण से पेंटावेक वैक्सीन (Pentavac vaccine) की कोई भी डोज किसी कारण से स्किप हो जाती है, तो इसकी जानकारी वैक्सिनेशन (Vaccination) के पहले डॉक्टर को जरूर दें।
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पेंटावेक वैक्सीन (Pentavac vaccine) कैसे काम करती है?
पेंटावेक वैक्सीन बच्चों की इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग करती है। दरअसल इस वैक्सीन में माइल्ड इंफेक्शन (Mild infection) का प्रयोग किया जाता, जो नवजात शिशु के इम्यून सिस्टम (Immune system) में एंटीबॉडीज के निर्माण में सहायक होती है। यही एंटीबॉडीज (Antibodies) आने वाले समय में बच्चों को इंफेक्शन से बचाने के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम करते हैं। इसलिए पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Pentavac vaccine) के दौरान पेरेंट्स को घबराना नहीं चाहिए। अगर बच्चे को वैक्सिनेशन के बाद ज्यादा परेशानी हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
पेंटावेक वैक्सीन की कीमत क्या है? (Price of Pentavac vaccine)
पेंटावेक वैक्सीन (Pentavac Vaccine) की कीमत 600 रुपय तक है।
नोट: पेंटावेक वैक्सीन यहां बताये कीमत से अलग भी हो सकती है।
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